hotaks444
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पाकिस्तान आर्मी का ख़ुफ़िया प्रिज़न सेल था वो , पर चूँकि पब्लिक एरिया मे था तो सेक्यूरिटी इतनी हाइटीक नही थी पर फिर भी टाइट तो थी ही उस दिन इतनी घबराहट मुझे पहले कभी नही हुई थी उस सुबह से ही मेरा दिल बड़ा घबरा रहा था आख़िर क्या मुझे डर लग रहा था बदन से बार बार पसीना बह रहा था ड्रेनिंग लाइन के रास्ते से मैं बिल्डिंग के सीवरेज टॅंक तक आ गया
पूरा प्लान मेरे हिसाब से सेट कर रखा था मैने वहाँ से किसी तरह मैं एर कंडीशनिंग डक्ट मे घुस गया और फिर आहिस्ता आहिस्ता रेंगते हुए मैं ब्लॉक 57 मे आ गया डक्ट की झिर्रियो से देखा तो उस कमरे का नज़ारा मेरा दिल दहल गया उफफफफफफफफफफफ्फ़ क्या हालत कर दी थी कमिनो ने , ये थी मेरी वजह यहाँ पर आने की हमारी कोर एजेंट राधा
जिसे पाकिस्तानी रेंजर्स ने बॉर्डर एरिया मे धर लिया था इसी को निकालना था मुझे यहाँ से पर शायद उस दिन किस्मत मेरे साथ नही थी मैने अपनी तरफ से सब कुछ तय कर लिया था एंट्री तक सब पर्फेक्ट था पर जिस चीज़ पर मैने गोर नही किया था वो थी सीसीटीवी कॅमरा और मोशन सेंसर दरअसल इन सब चीज़ो की ज़िमेदारी हमारे कंप्यूटर एक्सपर्ट की होती थी पर यही पर मुझ से गड़बड़ हो गयी
डक्ट तोड़ कर कमरे मे एंटर होते ही मुझे पता चल गया कि पंगा खड़ा हो गया है मेरे उतरते ही मोशन अलार्म बज उठा और बिल्डिंग मे हलचल मच गयी शेरशाह की सारी होशियारी धरी गयी राधा की हालत भी ठीक नही थी पर अब तुरंत फुरंत का काम था और मुझे कोई भी शौक नही था कि राधा के साथ मैं भी क़ैद हो जाउ तो मैने गन निकाल ली और सीधा मेन गेट पर फाइयर किया लॉक टूट ते ही बाहर के दो गार्ड्स को सल्टाता हुआ मैं राधा को घसीट ते हुए भागा , पर इतना आसान नही था एग्ज़िट करना मुझे पता था कि 5 मिनिट मे ही पाकिस्तानी आर्मी चारो और से कवर कर लेगी और मैं एंट्रेन्स से ब्लॉक 57 की दूरी 300-400 मीटर तो थी ही मैने फाइरिंग करते हुए कहा कि राधा तुम होसला रखना मैं कुछ नही होने दूँगा तुम्हे सुरक्षित ले जाउन्गा मैं तुम्हे उसने मेरी ओर उम्मीद से देखा
दो मिनिट के अंदर ही मैं 10-12 गार्ड्स को ढेर कर चुका था पर थे हम अभी भी कॅंपस मे ही तभी मेरी नज़र आर्मी की गाड़ी पर गयी मैं और राधा दौड़ते हुए उधर गये मैने गेट खोला और उसको अंदर धकेला और खुद बैठ ही रहा था कि तभी वो हो गया जो बिल्कुल ही नही होना चाहिए था मेरी आँखे जैसे बाहर को ही आ गयी मैं हाथ नीचे ले गया तो देखा कि खून निकल रहा था
बुलेट हिट कर गयी थी कमर के निचले हिस्से पर सर घूम गया मेरा तो पर फिर खुद को संभालते हुए मैने गाड़ी स्टार्ट की हालत को समझते हुए राधा ने कवर फाइरिंग स्टार्ट कर दी और फिर मैं गेट से निकल गया और गाड़ी आर्मी एरिया की सड़को पर दौड़ ने लगी पास से ही एक शॉर्टकट था जो कि सिविल लाइन्स की तरफ जाता था तो मैने गाड़ी उधर ही दौड़ा दी आँखो से आँसू बह चले थे
दर्द बुरी तरह से बह रहा था राधा ने खून को रोकने के लिए मेरी शर्ट को फाड़कर पट्टी की तरह से लपेट दिया था पर मेरी हिम्मत जवाब देती जा र्है थी पीछे आर्मी की गाडिया लगी थी सिविल लाइन्स मे पोलीस को इत्तिला हो गयी थी तो उधर भी ब्लोकॅज हो रहा था पर दाद देनी होगी पाकिस्तानी आर्मी को गाड़ियाँ बहुत लाजवाब रखते थे तो बारैकेड को तोड़ते हुवे आख़िर मैने वो इलाक़ा भी पार कर लिया
मेरी आँखे बंद होने के कगार पर आ गयी थी बस किस्मत का ही सहारा था और उस उपरवाले ने भी ठीक उसी पल अपना जलवा दिखाया पास मे ही किसी पीर साहब की सवारी जा रही थी तो खूब भीड़ थी उस चौराहे पर तो मैं और राधा किसी तरह से उस भीड़ मे शामिल होगये और फिर कराची बकरी के पास वाली गली से होते हुवे बदनाम मोहल्ले मे घुस गये
जाते ही मैं तो बेड पर पड़ गया अब मोर्चा सलमा ने संभाला उसने फॉरन ही हमे एक तहख़ाने टाइप कमरे मे पहुचा दिया और आधे घंटे से भी कम समय मे डॉक्टर का इंतज़ाम कर दिया साजिद भी वहाँ पर आ गया था राधा के घाव की ड्रेसिंग कर दी गयी और मेरी गोली भी निकाल दी गयी थी डॉक्टर बोला हालत मे सुधार होने तक आपको आराम ही करना होगा
मैने कहा साजिद साले कैसी जॅकेट लाया था गोली तो पार कर गयी वो बोला भाईजान माफी दे दे वो क्या है ना इधर ज़्यादातर माल चाइना से आता है तो ग़लती हो गयी मैने कहा नालयक मुझे तो परेशानी होगयि ना दवाइयों के नशे मे नींद आ गयी होश आया तो दिन निकला हुआ था पता चला कि 18 घंटे बाद उठा था मैं राधा ने मुझे बहुत ही शुक्रिया कहा मैने कहा किसने एजेंट बना दिया जो फँस गयी तो वो कुछ ना बोली साजिद ने बताया कि भाईजान मीडीया मे बात लीक हो गयी है कि कोई हिन्दुस्तानी जासूस घुस आया है उन्होने ये तो नही कहा कि किसी को भगाकर ले गया है पर अब तक तो आइएसआइ भी इन्वॉल्व हो गयी होगी मैने कहा हाँ मुझे पता है उधर सीसीटीवी मे मेरी शकल भी गयी होगी भाई वो बोला कि बॉर्डर एरिया की तरफ जाने वाला हर रास्ता सील कर दिया गया होगा , हर एरपोर्ट, बस स्टेशन, रेल सब जगह सेक्यूरिटी होगी चेकिंग चालू होगी
पूरा प्लान मेरे हिसाब से सेट कर रखा था मैने वहाँ से किसी तरह मैं एर कंडीशनिंग डक्ट मे घुस गया और फिर आहिस्ता आहिस्ता रेंगते हुए मैं ब्लॉक 57 मे आ गया डक्ट की झिर्रियो से देखा तो उस कमरे का नज़ारा मेरा दिल दहल गया उफफफफफफफफफफफ्फ़ क्या हालत कर दी थी कमिनो ने , ये थी मेरी वजह यहाँ पर आने की हमारी कोर एजेंट राधा
जिसे पाकिस्तानी रेंजर्स ने बॉर्डर एरिया मे धर लिया था इसी को निकालना था मुझे यहाँ से पर शायद उस दिन किस्मत मेरे साथ नही थी मैने अपनी तरफ से सब कुछ तय कर लिया था एंट्री तक सब पर्फेक्ट था पर जिस चीज़ पर मैने गोर नही किया था वो थी सीसीटीवी कॅमरा और मोशन सेंसर दरअसल इन सब चीज़ो की ज़िमेदारी हमारे कंप्यूटर एक्सपर्ट की होती थी पर यही पर मुझ से गड़बड़ हो गयी
डक्ट तोड़ कर कमरे मे एंटर होते ही मुझे पता चल गया कि पंगा खड़ा हो गया है मेरे उतरते ही मोशन अलार्म बज उठा और बिल्डिंग मे हलचल मच गयी शेरशाह की सारी होशियारी धरी गयी राधा की हालत भी ठीक नही थी पर अब तुरंत फुरंत का काम था और मुझे कोई भी शौक नही था कि राधा के साथ मैं भी क़ैद हो जाउ तो मैने गन निकाल ली और सीधा मेन गेट पर फाइयर किया लॉक टूट ते ही बाहर के दो गार्ड्स को सल्टाता हुआ मैं राधा को घसीट ते हुए भागा , पर इतना आसान नही था एग्ज़िट करना मुझे पता था कि 5 मिनिट मे ही पाकिस्तानी आर्मी चारो और से कवर कर लेगी और मैं एंट्रेन्स से ब्लॉक 57 की दूरी 300-400 मीटर तो थी ही मैने फाइरिंग करते हुए कहा कि राधा तुम होसला रखना मैं कुछ नही होने दूँगा तुम्हे सुरक्षित ले जाउन्गा मैं तुम्हे उसने मेरी ओर उम्मीद से देखा
दो मिनिट के अंदर ही मैं 10-12 गार्ड्स को ढेर कर चुका था पर थे हम अभी भी कॅंपस मे ही तभी मेरी नज़र आर्मी की गाड़ी पर गयी मैं और राधा दौड़ते हुए उधर गये मैने गेट खोला और उसको अंदर धकेला और खुद बैठ ही रहा था कि तभी वो हो गया जो बिल्कुल ही नही होना चाहिए था मेरी आँखे जैसे बाहर को ही आ गयी मैं हाथ नीचे ले गया तो देखा कि खून निकल रहा था
बुलेट हिट कर गयी थी कमर के निचले हिस्से पर सर घूम गया मेरा तो पर फिर खुद को संभालते हुए मैने गाड़ी स्टार्ट की हालत को समझते हुए राधा ने कवर फाइरिंग स्टार्ट कर दी और फिर मैं गेट से निकल गया और गाड़ी आर्मी एरिया की सड़को पर दौड़ ने लगी पास से ही एक शॉर्टकट था जो कि सिविल लाइन्स की तरफ जाता था तो मैने गाड़ी उधर ही दौड़ा दी आँखो से आँसू बह चले थे
दर्द बुरी तरह से बह रहा था राधा ने खून को रोकने के लिए मेरी शर्ट को फाड़कर पट्टी की तरह से लपेट दिया था पर मेरी हिम्मत जवाब देती जा र्है थी पीछे आर्मी की गाडिया लगी थी सिविल लाइन्स मे पोलीस को इत्तिला हो गयी थी तो उधर भी ब्लोकॅज हो रहा था पर दाद देनी होगी पाकिस्तानी आर्मी को गाड़ियाँ बहुत लाजवाब रखते थे तो बारैकेड को तोड़ते हुवे आख़िर मैने वो इलाक़ा भी पार कर लिया
मेरी आँखे बंद होने के कगार पर आ गयी थी बस किस्मत का ही सहारा था और उस उपरवाले ने भी ठीक उसी पल अपना जलवा दिखाया पास मे ही किसी पीर साहब की सवारी जा रही थी तो खूब भीड़ थी उस चौराहे पर तो मैं और राधा किसी तरह से उस भीड़ मे शामिल होगये और फिर कराची बकरी के पास वाली गली से होते हुवे बदनाम मोहल्ले मे घुस गये
जाते ही मैं तो बेड पर पड़ गया अब मोर्चा सलमा ने संभाला उसने फॉरन ही हमे एक तहख़ाने टाइप कमरे मे पहुचा दिया और आधे घंटे से भी कम समय मे डॉक्टर का इंतज़ाम कर दिया साजिद भी वहाँ पर आ गया था राधा के घाव की ड्रेसिंग कर दी गयी और मेरी गोली भी निकाल दी गयी थी डॉक्टर बोला हालत मे सुधार होने तक आपको आराम ही करना होगा
मैने कहा साजिद साले कैसी जॅकेट लाया था गोली तो पार कर गयी वो बोला भाईजान माफी दे दे वो क्या है ना इधर ज़्यादातर माल चाइना से आता है तो ग़लती हो गयी मैने कहा नालयक मुझे तो परेशानी होगयि ना दवाइयों के नशे मे नींद आ गयी होश आया तो दिन निकला हुआ था पता चला कि 18 घंटे बाद उठा था मैं राधा ने मुझे बहुत ही शुक्रिया कहा मैने कहा किसने एजेंट बना दिया जो फँस गयी तो वो कुछ ना बोली साजिद ने बताया कि भाईजान मीडीया मे बात लीक हो गयी है कि कोई हिन्दुस्तानी जासूस घुस आया है उन्होने ये तो नही कहा कि किसी को भगाकर ले गया है पर अब तक तो आइएसआइ भी इन्वॉल्व हो गयी होगी मैने कहा हाँ मुझे पता है उधर सीसीटीवी मे मेरी शकल भी गयी होगी भाई वो बोला कि बॉर्डर एरिया की तरफ जाने वाला हर रास्ता सील कर दिया गया होगा , हर एरपोर्ट, बस स्टेशन, रेल सब जगह सेक्यूरिटी होगी चेकिंग चालू होगी