hotaks444
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सूबह को मुकेश तैयार होकर ऑफिस के लिए निकल गया और मुकेश के जाते ही रेखा फिर से अपने कमरे में आकर लेट गयी । घर के दुसरे सभी लोग भी सोये हुए थे इसीलिए रेखा ने भी कुछ देर और आराम करने का फैसला किया, रेखा कुछ देर आराम करने के बाद उठकर नहाने बाथरूम में चलि गयी और फ्रेश होकर घर के काम काज में लग गयी ।
रेखा ने घर का सारा काम किया और फिर सभी के लिए खाना बनाने लगी । जब खाना तैयार होने के क़रीब था तो रेखा किचन से निकलकर सभी को उनके कमरों से उठाने लगी, रेखा सभी को उठाने के बाद खाने को टेबल पर लगाने लगी ।
सभी खाना खाने के लिए आ चुके थे सिर्फ मनीषा नहीं आई थी।
"अरे यह दीदी अभी तक नहीं आई। मैं उसे देखती हूँ आप लोग नाश्ता शुरू करो" रेखा ने सभी से कहा और खुद मनीषा के कमरे में जाने लगी।
"दीदी क्या हुआ खाना नहीं खाना क्या?" रेखा ने मनीषा के कमरे में दाखिल होते ही उसकी तरफ देखते हुए कहा।
"वोह दीदी मैं नहाते हुए बाथरूम में गिर गयी थी। इसीलिए में ठीक तरीके से चल नहीं पा रही हूँ आप प्लीज मेरा खाना यहीं पर ले आओ ना" मनीषा को अपनी गांड मरवाने की वजह से बुहत दर्द था इसीलिए उसने बहाना बनाते हुए कहा ।
"क्या कहा दीदी आप बाथरूम में गिर गयी? दीदी कहाँ पर चोट लगी है" रेखा ने मनीषा की बात सुनकर हैंरान होते हुए कहा।
"वो दीदी टाँग में" मनीषा ने रेखा का जवाब देते हुए कहा।
"दीदी मुझे तो कोई और ही चक्कर लगता है" रेखा ने मनीषा की बात सुनकर सोचते हुए कहा ।
"दीदी आप भी कोई चक्कर नहीं है" मनीषा ने रेखा पर गुस्सा करते हुए कहा।
"दीदी कहीं विजय ने तो आपकी हालत खराब नहीं की?" रेखा ने मनीषा की तरफ देखते हुए हैंरानी से कहा।
"दीदी आप क्या कह रही हो। विजय को मैंने देखा तक नहीं है" मनीषा ने फिर से गुस्सा करते हुए कहा।
"फिर किसने आपका यह हाल किया है" रेखा ने फिर से मनीषा पर शक करते हुए कहा।
रेखा ने घर का सारा काम किया और फिर सभी के लिए खाना बनाने लगी । जब खाना तैयार होने के क़रीब था तो रेखा किचन से निकलकर सभी को उनके कमरों से उठाने लगी, रेखा सभी को उठाने के बाद खाने को टेबल पर लगाने लगी ।
सभी खाना खाने के लिए आ चुके थे सिर्फ मनीषा नहीं आई थी।
"अरे यह दीदी अभी तक नहीं आई। मैं उसे देखती हूँ आप लोग नाश्ता शुरू करो" रेखा ने सभी से कहा और खुद मनीषा के कमरे में जाने लगी।
"दीदी क्या हुआ खाना नहीं खाना क्या?" रेखा ने मनीषा के कमरे में दाखिल होते ही उसकी तरफ देखते हुए कहा।
"वोह दीदी मैं नहाते हुए बाथरूम में गिर गयी थी। इसीलिए में ठीक तरीके से चल नहीं पा रही हूँ आप प्लीज मेरा खाना यहीं पर ले आओ ना" मनीषा को अपनी गांड मरवाने की वजह से बुहत दर्द था इसीलिए उसने बहाना बनाते हुए कहा ।
"क्या कहा दीदी आप बाथरूम में गिर गयी? दीदी कहाँ पर चोट लगी है" रेखा ने मनीषा की बात सुनकर हैंरान होते हुए कहा।
"वो दीदी टाँग में" मनीषा ने रेखा का जवाब देते हुए कहा।
"दीदी मुझे तो कोई और ही चक्कर लगता है" रेखा ने मनीषा की बात सुनकर सोचते हुए कहा ।
"दीदी आप भी कोई चक्कर नहीं है" मनीषा ने रेखा पर गुस्सा करते हुए कहा।
"दीदी कहीं विजय ने तो आपकी हालत खराब नहीं की?" रेखा ने मनीषा की तरफ देखते हुए हैंरानी से कहा।
"दीदी आप क्या कह रही हो। विजय को मैंने देखा तक नहीं है" मनीषा ने फिर से गुस्सा करते हुए कहा।
"फिर किसने आपका यह हाल किया है" रेखा ने फिर से मनीषा पर शक करते हुए कहा।