hotaks444
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मनु सोचता है कि क्या वो भी ऐसे ही अपनी मा को चोद सकता है,पर उसको कोई रास्ता समझ मे नही आता,तब बस वो ख़यालों मे ही आपनी मा की चूत मे अपना लंड डाल-2 कर उसकी चुदाई करता रहता है,तभी मनु का लंड दूसरी बार पानी छोड़ देता है.
इस बार वो आराम से उठ कर अपने आप को साफ करता है और बिस्तेर पर जा कर लेट जाता है,और अपनी आखें बंद कर लेता है,पर आँखें बंद करते ही आरती आ कर उसकी आँखों के सामने खड़ी हो जाती है,वो आँखें खोल देता है,पर कमरे मे तो कोई भी नही है,अब मनु का दिल नही मानता,और वो फिर आ कर अपना लॅपटॉप ऑन करता है और फिर से वो ही साइट ओपन करता है,इस बार कहानी दूसरी है ,पर है मा और बेटे की चुदाई की ही कहानी,इस कहानी मे मा को बेटा और उसका दोस्त दोनो मिल कर चोदते हैं,अब तो गॅंग बॅंग के नाम पर मनु का लोड्ा फिर से खड़ा हो जाता है,पर उसके लंड मे बार-2 मूठ मारने से थोड़ा सा दर्द भी हो रहा है,पर कहानी के मज़े के सामने उसको इस बात की कोई परवाह नही है,अबकी बार तो मा की दोनो के साथ जम कर चुदाई हो रही है,वो वहाँ पर भी आरती को ले आता है और बेटे की जगह खुद को महसूस करता है,तब वो सोचता है कि तीसरा कौन होगा,तभी मनु के दिमाग़ मे आता है कि उसकी मा को तो रमण फसाना ही चाह रहा है ,तो तीसरा बंदा रमण इमॅजिन करता है,अब तो मज़ा ही बढ़ जाता है,जब मनु और रमण दोनो मिल कर आरती को चोद रहे हैं तो मनु के मज़े का कोई ठिकाना नही है.
अचानक से मनु के दिमाग़ मे एक बात कोंधती है कि क्यों ना रमण उसकी मा को जल्दी से फसा ले और इस काम मे वो रमण की मदद कर ही रहा है,और जैसे रमण कह रहा था कि मनु जब उसकी मदद करेगा तो बदले मे भी कुछ करेगा,तो वो प्रिया के साथ और मौका दिलवा देंगे.
वो सोचता है कि प्रिया की तो मिल ही चुकी है,उसके लिए तो मौके आते ही रहेंगे,पर अगर वो अपनी मा को फसाने मे रमण की मदद के बदले मे रमण से अपनी मा को चोदने का जुगाड़ करने को कहेगा,तो रमण शायद मना नही करेगा,और उसको भी एक और चूत मिल जाएगी,वो भी घर मे ही,उसका जब दिल चाहेगा अपनी मा को चोद सकेगा,और जब आरती उसके साथ होगी तो प्रिया को भी जब मर्ज़ी घर पर ला कर चोदा जा सकेगा.
अब तो मनु का हाथ अपने लंड पर और ज़्यादा तेज़ी से चलने लगता है,पर क्यूंकी उसका लंड अभी थोड़ी देर पहले ही 2 बार झाड़ा था इसलिए उसका पानी ही नही निकल रहा था,पर जब से उसके दिमाग़ मे रमण के साथ मिल कर अपनी मा की चूत को बजाने का ख़याल आया था ,उसका लंड झड़ने को तैयार हो रहा था,और तभी मनु का पानी फिर से निकल गया
आज शाम को मनु तीन बार झाड़ चुका था,पर उसका दिल था कि मान ही नही रहा था,अब वो क्या करे वो यही सोच रहा था.कैसे करके वो ये बात रमण से कहे,हालाँकि रमण तो खुद ही उसकी मा को फाँसना चाह रहा है,और इस काम मे उसकी मदद भी ले रहा है,पर उसके बदले मे वो मनु को प्रिया की चूत मारने के लिए जगह का बढ़िया जुगाड़ करने का वादा उसने किया है,पर अब वो अपनी मा की चूत को उस काम के बदले मे मारना चाह रहा था.
पर अब मनु ने सोच लिया था कि वो कैसे भी करके रमण से अपनी मा की चूत मारने का जुगाड़ करेगा.
ये सोच कर मनु के दिल को तसल्ली मिल गयी.
मनु अब अपने कमरे से बाहर आया ,तो उसने देखा कि उसकी मा ने नाइटी पहन रखी थी,और वो खाना बना रही थी,उसको आज अपनी मा हर दिन के मुक़ाबले ज़्यादा सेक्सी लग रही थी,पर वो ज़्यादा कुछ नही कर सकता था ,कारण कि उसका बाप घर पर ही था.
इस समय उसकी कोई भी हरकत उसको मुसीबत मे डाल सकती थी,इसलिए वो बस दूर से ही अपनी माँ को निहार रहा था,पर ऐसे कि उसकी नज़रे अपनी मा की नाइटी को फाड़ कर अपनी मा के सेक्सी जिस्म का एक्स्रे कर रही थी,तभी आरती की नज़र मनु पर पड़ी और उसने मनु को आवाज़ दी और अपने पास बुलाया.
आरती ने कहा कि आज वो स्कूल से आने के बाद कहाँ था,और क्या कर रहा था,मनु एकदम से अपनी मा के सवाल से हड़बड़ा गया,कि क्या जवाब दे.
फिर उसने सोच समझ कर जवाब दिया कि एग्ज़ॅम्स नज़दीक आ रहे हैं और आज रमण भैया ने नही आना था तो वो स्टडीस कर रहा था,ये सुन कर आरती बहुत खुश हुई और मनु का गाल प्यार से थप-थपाया.
इस बार वो आराम से उठ कर अपने आप को साफ करता है और बिस्तेर पर जा कर लेट जाता है,और अपनी आखें बंद कर लेता है,पर आँखें बंद करते ही आरती आ कर उसकी आँखों के सामने खड़ी हो जाती है,वो आँखें खोल देता है,पर कमरे मे तो कोई भी नही है,अब मनु का दिल नही मानता,और वो फिर आ कर अपना लॅपटॉप ऑन करता है और फिर से वो ही साइट ओपन करता है,इस बार कहानी दूसरी है ,पर है मा और बेटे की चुदाई की ही कहानी,इस कहानी मे मा को बेटा और उसका दोस्त दोनो मिल कर चोदते हैं,अब तो गॅंग बॅंग के नाम पर मनु का लोड्ा फिर से खड़ा हो जाता है,पर उसके लंड मे बार-2 मूठ मारने से थोड़ा सा दर्द भी हो रहा है,पर कहानी के मज़े के सामने उसको इस बात की कोई परवाह नही है,अबकी बार तो मा की दोनो के साथ जम कर चुदाई हो रही है,वो वहाँ पर भी आरती को ले आता है और बेटे की जगह खुद को महसूस करता है,तब वो सोचता है कि तीसरा कौन होगा,तभी मनु के दिमाग़ मे आता है कि उसकी मा को तो रमण फसाना ही चाह रहा है ,तो तीसरा बंदा रमण इमॅजिन करता है,अब तो मज़ा ही बढ़ जाता है,जब मनु और रमण दोनो मिल कर आरती को चोद रहे हैं तो मनु के मज़े का कोई ठिकाना नही है.
अचानक से मनु के दिमाग़ मे एक बात कोंधती है कि क्यों ना रमण उसकी मा को जल्दी से फसा ले और इस काम मे वो रमण की मदद कर ही रहा है,और जैसे रमण कह रहा था कि मनु जब उसकी मदद करेगा तो बदले मे भी कुछ करेगा,तो वो प्रिया के साथ और मौका दिलवा देंगे.
वो सोचता है कि प्रिया की तो मिल ही चुकी है,उसके लिए तो मौके आते ही रहेंगे,पर अगर वो अपनी मा को फसाने मे रमण की मदद के बदले मे रमण से अपनी मा को चोदने का जुगाड़ करने को कहेगा,तो रमण शायद मना नही करेगा,और उसको भी एक और चूत मिल जाएगी,वो भी घर मे ही,उसका जब दिल चाहेगा अपनी मा को चोद सकेगा,और जब आरती उसके साथ होगी तो प्रिया को भी जब मर्ज़ी घर पर ला कर चोदा जा सकेगा.
अब तो मनु का हाथ अपने लंड पर और ज़्यादा तेज़ी से चलने लगता है,पर क्यूंकी उसका लंड अभी थोड़ी देर पहले ही 2 बार झाड़ा था इसलिए उसका पानी ही नही निकल रहा था,पर जब से उसके दिमाग़ मे रमण के साथ मिल कर अपनी मा की चूत को बजाने का ख़याल आया था ,उसका लंड झड़ने को तैयार हो रहा था,और तभी मनु का पानी फिर से निकल गया
आज शाम को मनु तीन बार झाड़ चुका था,पर उसका दिल था कि मान ही नही रहा था,अब वो क्या करे वो यही सोच रहा था.कैसे करके वो ये बात रमण से कहे,हालाँकि रमण तो खुद ही उसकी मा को फाँसना चाह रहा है,और इस काम मे उसकी मदद भी ले रहा है,पर उसके बदले मे वो मनु को प्रिया की चूत मारने के लिए जगह का बढ़िया जुगाड़ करने का वादा उसने किया है,पर अब वो अपनी मा की चूत को उस काम के बदले मे मारना चाह रहा था.
पर अब मनु ने सोच लिया था कि वो कैसे भी करके रमण से अपनी मा की चूत मारने का जुगाड़ करेगा.
ये सोच कर मनु के दिल को तसल्ली मिल गयी.
मनु अब अपने कमरे से बाहर आया ,तो उसने देखा कि उसकी मा ने नाइटी पहन रखी थी,और वो खाना बना रही थी,उसको आज अपनी मा हर दिन के मुक़ाबले ज़्यादा सेक्सी लग रही थी,पर वो ज़्यादा कुछ नही कर सकता था ,कारण कि उसका बाप घर पर ही था.
इस समय उसकी कोई भी हरकत उसको मुसीबत मे डाल सकती थी,इसलिए वो बस दूर से ही अपनी माँ को निहार रहा था,पर ऐसे कि उसकी नज़रे अपनी मा की नाइटी को फाड़ कर अपनी मा के सेक्सी जिस्म का एक्स्रे कर रही थी,तभी आरती की नज़र मनु पर पड़ी और उसने मनु को आवाज़ दी और अपने पास बुलाया.
आरती ने कहा कि आज वो स्कूल से आने के बाद कहाँ था,और क्या कर रहा था,मनु एकदम से अपनी मा के सवाल से हड़बड़ा गया,कि क्या जवाब दे.
फिर उसने सोच समझ कर जवाब दिया कि एग्ज़ॅम्स नज़दीक आ रहे हैं और आज रमण भैया ने नही आना था तो वो स्टडीस कर रहा था,ये सुन कर आरती बहुत खुश हुई और मनु का गाल प्यार से थप-थपाया.