hotaks444
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आरती के कहने पर वो दोनो जने कमरे से बाहर आ गये,और उनके बाहर आते ही आरती ने अंदर से दरवाजा बंद कर लिया.बाहर वो दोनो मनु के रूम मे आ गये,रमण और मनु दोनो जने आज बहुत खुश थे,रमण को तो जो उसने कहा था वो मिल गया था,और मनु भी अपनी मा को चोदने मे सफल हो गया था.
रमण ने मनु से कहा कि यार आज तो रात को मज़ा आ गया ,जो भी प्लान किया था वो सक्सेस्फुल हो गया,और मेरे साथ-2 तुम्हारे भी मज़े हो गये.
मनु-हां भैया आपने तो कल कमाल ही कर दिया मुझे नही पता था कि आप एक ही रात मे इतना आगे तक बढ़ जाओगे.
रमण-यार इसमे तुम्हारा भी तो रोल है,तुम सही टाइम पर बाहर चले गये नही तो तुम्हारी मम्मी शरमाने के कारण खुल नही पा रही थी.
मनु-पर भैया आप की टाइमिंग बहुत बढ़िया है,आप ने सही टाइम पर मुझे बुला भी लिया नही तो मुझे मज़े के लिए तरसना पड़ता.
रमण-आरे मेरे भाई ऐसा कैसे हो सकता है जब तुम ने मेरे लिए इतना किया तो मैं क्या तुम्हारे लिए ये भी नही कर सकता था,पर अब आगे के लिए तो तुम्हारे मज़े हो गये हैं,अब तुम्हारी माँ सारे दिन रात तुम्हारे साथ है तुम जब मर्ज़ी उसकी ले सकते हो.
मनु-बात तो आपकी सही है,पर इस काम में भी आप को मेरा गुरु बन-ना पड़ेगा तभी ये हो पाएगा.
रमण-मैं हमेशा ही तुम्हारे साथ हूँ पर तुम भी कहीं अपनी माँ के साथ मिल कर मुझे भूल मत जाना.
मनु-ये आप क्या कह रहे हो ऐसा हो ही नही सकता,पर हां अभी मम्मी को और भी ज़्यादा मस्का लगाना होगा,कहीं ऐसा ना हो कि अब उनको हमारे साथ कोई प्राब्लम हो.
रमण-नही-2 तुम बिल्कुल मत घबराओ अब तो हम जैसा कहेंगे वो वैसे ही करेंगी,क्यूंकी मज़ा खाली हमे ही नही उनको भी आया है,अभी तुमने देखा नही अगर कामवाली आने वाली नही होती तो अभी भी तुम्हारी मा हमारे साथ एक-2 राउंड और लगा लेती,पर हां अभी उनको और मनाना होगा कि घर पर वो तुम्हारे और मेरे सामने कपड़े ज़रा काम -2 ही पहने.
रमण ने मनु से कहा कि यार आज तो रात को मज़ा आ गया ,जो भी प्लान किया था वो सक्सेस्फुल हो गया,और मेरे साथ-2 तुम्हारे भी मज़े हो गये.
मनु-हां भैया आपने तो कल कमाल ही कर दिया मुझे नही पता था कि आप एक ही रात मे इतना आगे तक बढ़ जाओगे.
रमण-यार इसमे तुम्हारा भी तो रोल है,तुम सही टाइम पर बाहर चले गये नही तो तुम्हारी मम्मी शरमाने के कारण खुल नही पा रही थी.
मनु-पर भैया आप की टाइमिंग बहुत बढ़िया है,आप ने सही टाइम पर मुझे बुला भी लिया नही तो मुझे मज़े के लिए तरसना पड़ता.
रमण-आरे मेरे भाई ऐसा कैसे हो सकता है जब तुम ने मेरे लिए इतना किया तो मैं क्या तुम्हारे लिए ये भी नही कर सकता था,पर अब आगे के लिए तो तुम्हारे मज़े हो गये हैं,अब तुम्हारी माँ सारे दिन रात तुम्हारे साथ है तुम जब मर्ज़ी उसकी ले सकते हो.
मनु-बात तो आपकी सही है,पर इस काम में भी आप को मेरा गुरु बन-ना पड़ेगा तभी ये हो पाएगा.
रमण-मैं हमेशा ही तुम्हारे साथ हूँ पर तुम भी कहीं अपनी माँ के साथ मिल कर मुझे भूल मत जाना.
मनु-ये आप क्या कह रहे हो ऐसा हो ही नही सकता,पर हां अभी मम्मी को और भी ज़्यादा मस्का लगाना होगा,कहीं ऐसा ना हो कि अब उनको हमारे साथ कोई प्राब्लम हो.
रमण-नही-2 तुम बिल्कुल मत घबराओ अब तो हम जैसा कहेंगे वो वैसे ही करेंगी,क्यूंकी मज़ा खाली हमे ही नही उनको भी आया है,अभी तुमने देखा नही अगर कामवाली आने वाली नही होती तो अभी भी तुम्हारी मा हमारे साथ एक-2 राउंड और लगा लेती,पर हां अभी उनको और मनाना होगा कि घर पर वो तुम्हारे और मेरे सामने कपड़े ज़रा काम -2 ही पहने.