hotaks444
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समीरा ने फिर पीछे मुड़कर मेजर राज को देखा जो अब तक सकते की स्थिति में समीरा की सुंदरता और उसकी नग्न कमर को देखकर अपनी आँखें ठंडी कर रहा था, समीरा ने मुस्कुराते हुए मेजर को देखा और बोली मेजर साहब इसी तरह लड़कियों को देखकर लट्टू होते रहोगे तो कर ली आपने कर्नल इरफ़ान की जासूसी, अब होश में आओ और चलने वाली बात करो। समीरा की बात सुनकर मेजर राज अपने होश में वापस आया और मुस्कराता हुआ बोला अब तुम इतनी हॉट हॉट ड्रेसिंग करोगी तो मुझ जैसा शरीफ इंसान तो सकते में आ ही जाएगा ना ... समीरा उसकी बात सुनकर मुस्कुराई और बोली आपने ही ऐसा ड्रेस मेरे लिए चुना है मुझे तो पता भी नहीं था कि आपने शाजिया जी से क्या खरीदा है। ऐसे ही बातें करते दोनों अपनी कार के पास आ चुके थे और समीरा महसूस कर रही थी कि गली में मौजूद जो कुछ लोग थे उनकी नजरें भी समीरा के शरीर का जी भर कर मुआयना करने में व्यस्त थीं। मेजर ने कार स्टार्ट की और क्लब लीबिया की ओर रवाना हो गया। रास्ते में समीरा ने पूछा कि अगर राफिया का अपहरण ही कराना था तो हमें वहाँ जाने की क्या जरूरत है अपहरण करने वाले खुद ही राफिया का अपहरण करके हमारी कही हुई जगह पर पहुंचा देते।
मेजर ने समीरा की तरफ देखा और बोला वास्तव में उसे अपहरण नहीं करवाना बल्कि अपहरण होने से बचाना है। इसलिये मेरा वहाँ जाना ज़रूरी है समीरा ने हैरान होकर पूछा क्या मतलब? यह जो आप ने गुण्डों को इतनी बड़ी राशि दी है कि अपहृत होने से बचाने के लिए दी है ???
मेजर बोला नहीं अपहरण करने के लिए ही दी है, लेकिन जब वह अपहरण करेंगे तो मैं बॉलीवुड के हीरो की तरह एंट्री मारकर राफिया का अपहरण होने से बचा लूँगा और गुण्डों को पैसे इसलिए दिए हैं कि सब कुछ असली लगे . नाटक करने के लिए किराए के लोग भेजूँगा तो किसी को भी संदेह हो सकता है, लेकिन असली गुंडे अपना काम अच्छी तरह करना जानते हैं। समीरा ने कहा और अगर इस सब मैं तुम्हें कुछ हो गया तो ???
मेजर ने समीरा को देखा और मुस्कुराते हुए बोला तुम्हें मेरी बड़ी चिंता हो रही है ... कहीं मुझसे प्यार तो नहीं हो गया ?????
समीरा मेजर की बात सुनकर सटपटा गई और बोली नहीं वह तो मैंने तो वैसे ही पूछा है कि कुछ भी हो सकता है ऐसी स्थिति में फिर कहाँ तुम्हें अस्पतालों में लेकर फिरूँगी। समीरा का जवाब सुनकर मेजर हंसने लगा और फिर से कार चलाने लगा। क्लब लीबिया से कुछ दूरी पर मेजर ने कार को एक कम रोशनी वाली जगह पर रोक दिया और खुद गाड़ी से उतर कर समीरा को ड्राइविंग सीट पर आने के लिए कहा, समीरा गाड़ी से उतरी और अपनी ऊंची एड़ी वाली सैंडल पहने बल खाती नाजुक कमर के साथ चलती हुई कार तक आई और मेजर राज की नजरें एक बार फिर उसके शरीर का एक्स-रे करने लगीं।
कार के पास आकर समीरा ड्राइविंग सीट पर बैठी तो उसके ड्रेस का निचला कट वाला हिस्सा उसकी टांग से सरकता हुआ नीचे चला गया और उसका बायाँ पैर थाई से लेकर नीचे तक नंगा हो गया मगर समीरा ने इस बात का कोई नोटिस नहीं लिया क्योंकि यह उसके लिए मामूली सी बात थी मगर मेजर राज के लिए अब अपने ऊपर नियंत्रण करना मुश्किल होता जा रहा था। जब समीरा ने मेजर को देखा और उसे दूसरी तरफ से आने का इशारा किया, लेकिन मेजर ने थोड़ा झुककर समीरा को बताया कि वह क्लब लीबिया अकेली जाए और अंदर किसी भी डांस फ्लोर पर जाकर एंजाय करे। चाहे तो डांस करे चाहे तो किसी टेबल पर बैठ कर किसी भी व्यक्ति से खुश गपियां करे। और जैसे ही राफिया अंदर आए उस पर नजर रखे कि वह अंदर किससे मिलती है और कोई भी असामान्य बात दिखे तो तुरंत मेजर राज को उसके फोन कॉल कर दे। यह कहते हुए मेजर राज ने एक महंगा मोबाइल समीरा की तरफ बढ़ाया और उसे कहा इस मोबाइल का उपयोग करते हुए तुम मुझे फोन कर सकती हो। समीरा ने वह मोबाइल अपने पास मौजूद पर्स में रखा और राज से पूछा कि तुम कहाँ होगे ??? राज ने बताया वह भी क्लब लीबिया में ही होगा मगर वहाँ हम दोनों एक दूसरे से नहीं मिलेंगे और न ही कोई बातचीत होगी, और कुछ देर अंदर रुकने के बाद शायद मैं वापस चला जाऊं मगर तुम्हें अंदर ही रहना है तब तक जब तक राफिया वहाँ से निकल नहीं जाती, उसके बाद आप चाहें तो गाड़ी लेकर वापस जिन्ना नगर चली जाना मैं राफिया को गुंडों से बचाकर सिचुएशन के अनुसार फैसला करूंगा कि मुझे रात को घर वापस आना है या रात कहीं और गुजारनी है। साथ ही मेजर ने समीरा को विशेष निर्देश दिया कि नाइट क्लब में शराब और व्हिस्की आदि बिल्कुल न पिये वरना स्थिति बिगड़ भी सकती है।
समीरा मेजर को ठीक है कह कर क्लब लीबिया की ओर निकल गई जबकि मेजर राज क्लब के बाहर इधर उधर भटक कर घूमने लगा। फिर क्लब के बाहर मौजूद एक छोटी सी दुकान पर बैठ कर सिगरेट पीने लगा। राज स्मोकर नहीं था मगर कभी-कभी अपने आप को आम आदमी दिखाने की खातिर ना चाहते हुए स्मोकिंग भी करता था। तब भी वह एक आवारा व्यक्ति नजर आ रहा था जिसको सारा दिन आवारा फिरने के अलावा कोई काम न हो। कुछ देर इधर उधर फिरने के बाद अब मेजर राज एक दुकान पर बैठा कोक पी रहा था और टाइम पास करने की कोशिश कर रहा था। मगर समय था कि जैसे रुक सा गया था। रात के 10 बजने को थे मगर अब तक राफिया का कोई अता-पता नहीं था।
दूसरी ओर समीरा क्लब लीबिया पहुंची तो उसके सामने ही कार लगाकर गाड़ी से उतर गई, एक वेले भागता हुआ समीरा के पास आया और गाड़ी की चाबी लेकर पार्क करने चला गया जबकि समीरा कर पार्किंग का टोकन अपने पर्स में रखते हुए नाइट क्लब में प्रवेश कर गई . करीब 9:30 का समय था इसलिए नाइट क्लब में अभी ज्यादा गहमागहमी नहीं थी कुछ लोग ही अंदर मौजूद थे कुछ कपल थे तो कुछ पुराने लोग भी थे। कुछ युवा अपनी गर्लफ्रेंड फ्रेंड्स के साथ डांस फ्लोर पर डांस करने में मगन थे। समीरा चलती हुई एक खाली टेबल देखकर उस पर बैठ गई, और डांस फ्लोर पर युवाओं को डांस करता देखने लगी।
फिर समीरा ने एक ड्रिंक का ऑर्डर दिया जो कुछ ही मिनटों में ही आ गई, अब समीरा ड्रिंक पीने के साथ साथ पैर पर पैर रखे युवक-युवतियों को डांस करता देखकर एंजाय कर रही थी। समीरा के आसपास बैठे कुछ बूढ़े लोगों की नजरें समीरा पर ही थीं और वह यह अनुमान लगाने की कोशिश कर रहे थे कि क्या यह खूनी हसीना अकेली है या उसके साथ कोई प्रेमी आदि भी है। कुछ देर इंतजार होने के बाद एक व्यक्ति ने हिम्मत की और अपनी सीट से उठकर समीरा के करीब आ गया, और बड़े आत्मविश्वास से समीरा को संबोधित करते हुए कहा, हाय ब्यूटी फुल महिला, इफ यू डांट माइंड मे आई सिट हियर ?? समीरा ने उस आदमी को सिर से पैर तक देखा और बोली यू डांट नीड माई पर्मीशन यह कह कर समीरा फिर डांस देखने लगी और वह व्यक्ति समीरा के साथ वाली चेयर पर बैठ गया मगर समीरा उसे इग्नोर कर रही थी।
इस व्यक्ति की उम्र 35 के करीब होगी मगर शायद युवा लड़कियों के लिए उत्सुक था। समीरा के पास बैठ कर उसने समीरा को फिर से संबोधित किया और अपना हाथ समीरा की ओर बढ़ाते हुए अपना परिचय करवाया, समीरा ने फिर से एक पल उसकी ओर देखा और फिर अपना हाथ बढ़ाकर उससे हाथ मिलाया और अपना नाम अंजलि बताया । इस व्यक्ति का नाम सुभाष था। पहले पहल तो समीरा ने उसे कोई विशेष लिफ्ट न करवाई मगर फिर उसे एहसास हुआ कि राफिया के आने में अभी समय है क्योंकि नाइट क्लब की मूल रौनक तो 11 से 12 बजे के बीच ही आती हैं तो टाइम पास करने के लिए इस लंगूर को थोड़ी बहुत लिफ्ट करा देनी चाहिए। अब समीरा ने उस व्यक्ति से बातचीत शुरू की तो वह अपने बारे मे समीरा को बताने लगा, अपना व्यापार और पर्सनल लाइफ के बारे में वह बिना हिचक समीरा को सब कुछ बता रहा था। और समीरा भी अपने मन में कहानी बना रही थी कि अगर यह मेरे बारे में कुछ पूछता है तो मैं क्या बताऊँ .
कुछ ही देर के बाद सुभाष ने समीरा को डांस की पेशकश कर दी जो समीरा ने थोड़ा संकोच के बाद स्वीकार कर ली। इस समय रोमांटिक सल्लू संगीत चल रहा था तो समीरा ने टेबलों के बीच में ही इस व्यक्ति के साथ सल्लू कपिल डांस करना शुरू कर दिया, समीरा ने अपना एक हाथ उसके हाथ में दे रखा था जबकि दूसरा हाथ उसके कंधे पर रखा हुआ था जबकि सुभाष का दूसरा हाथ समीरा की कमर पर था और वह हौले हौले समीरा की कमर पर हाथ फेर रहा था। इसी तरह कुछ और कपल्स भी कपल डांस करने में संलग्न थे और जो पुरुष पहले समीरा को घूर रहे थे वे अब अपने आप को कोस रहे थे कि अगर वे पहल कर लेते तो शायद इस हसीना के साथ अब वह बाहों में बाहें डाले डांस कर रहे होते।
डांस के दौरान सुभाष अपनेलबों को समीरा के कानों के पास लाकर उस से बातें कर रहा था और समीरा भी हल्की आवाज में उसकी बातों का जवाब दे रही थी, समीरा ने उसे बताया कि वह सिंगल है और उसका कोई प्रेमी नहीं वह यहाँ अकेले टाइम पास करने आई है। यह जानकर सुभाष की मर्दानगी ने एक अंगड़ाई ली और उसे लगा कि आज समीरा का अकेलापन वह मिटा सकता है। यह जानकर कि समीरा अकेली है अभी सुभाष थोड़ा रिलैक्स हो गया था और डांस करते करते उसने समीरा को अपने करीब कर लिया था। समीरा ने भी कोई विरोध नहीं किया और उस व्यक्ति को अपने पास होने दिया वह जानती थी कि किसी भी समय वह आसानी से जान छुड़वा सकती है। समीरा के मम्मे सुभाष के सीने को स्पर्श कर रहे थे और सुभाष भी नजरें बचाकर बार बार समीरा के सीने में बनने वाली सुंदर क्लीवेज़ को देख रहा था जबकि उसका एक हाथ लगातार समीरा की कमर की मालिश कर रहा था। वह समीरा की गर्दन से लेकर उसके चूतड़ों से कुछ ऊपर तक जहां तक समीरा की कमर नंगी थी अपने हाथ से समीरा के शरीर की गर्मी को महसूस कर रहा था।
मेजर ने समीरा की तरफ देखा और बोला वास्तव में उसे अपहरण नहीं करवाना बल्कि अपहरण होने से बचाना है। इसलिये मेरा वहाँ जाना ज़रूरी है समीरा ने हैरान होकर पूछा क्या मतलब? यह जो आप ने गुण्डों को इतनी बड़ी राशि दी है कि अपहृत होने से बचाने के लिए दी है ???
मेजर बोला नहीं अपहरण करने के लिए ही दी है, लेकिन जब वह अपहरण करेंगे तो मैं बॉलीवुड के हीरो की तरह एंट्री मारकर राफिया का अपहरण होने से बचा लूँगा और गुण्डों को पैसे इसलिए दिए हैं कि सब कुछ असली लगे . नाटक करने के लिए किराए के लोग भेजूँगा तो किसी को भी संदेह हो सकता है, लेकिन असली गुंडे अपना काम अच्छी तरह करना जानते हैं। समीरा ने कहा और अगर इस सब मैं तुम्हें कुछ हो गया तो ???
मेजर ने समीरा को देखा और मुस्कुराते हुए बोला तुम्हें मेरी बड़ी चिंता हो रही है ... कहीं मुझसे प्यार तो नहीं हो गया ?????
समीरा मेजर की बात सुनकर सटपटा गई और बोली नहीं वह तो मैंने तो वैसे ही पूछा है कि कुछ भी हो सकता है ऐसी स्थिति में फिर कहाँ तुम्हें अस्पतालों में लेकर फिरूँगी। समीरा का जवाब सुनकर मेजर हंसने लगा और फिर से कार चलाने लगा। क्लब लीबिया से कुछ दूरी पर मेजर ने कार को एक कम रोशनी वाली जगह पर रोक दिया और खुद गाड़ी से उतर कर समीरा को ड्राइविंग सीट पर आने के लिए कहा, समीरा गाड़ी से उतरी और अपनी ऊंची एड़ी वाली सैंडल पहने बल खाती नाजुक कमर के साथ चलती हुई कार तक आई और मेजर राज की नजरें एक बार फिर उसके शरीर का एक्स-रे करने लगीं।
कार के पास आकर समीरा ड्राइविंग सीट पर बैठी तो उसके ड्रेस का निचला कट वाला हिस्सा उसकी टांग से सरकता हुआ नीचे चला गया और उसका बायाँ पैर थाई से लेकर नीचे तक नंगा हो गया मगर समीरा ने इस बात का कोई नोटिस नहीं लिया क्योंकि यह उसके लिए मामूली सी बात थी मगर मेजर राज के लिए अब अपने ऊपर नियंत्रण करना मुश्किल होता जा रहा था। जब समीरा ने मेजर को देखा और उसे दूसरी तरफ से आने का इशारा किया, लेकिन मेजर ने थोड़ा झुककर समीरा को बताया कि वह क्लब लीबिया अकेली जाए और अंदर किसी भी डांस फ्लोर पर जाकर एंजाय करे। चाहे तो डांस करे चाहे तो किसी टेबल पर बैठ कर किसी भी व्यक्ति से खुश गपियां करे। और जैसे ही राफिया अंदर आए उस पर नजर रखे कि वह अंदर किससे मिलती है और कोई भी असामान्य बात दिखे तो तुरंत मेजर राज को उसके फोन कॉल कर दे। यह कहते हुए मेजर राज ने एक महंगा मोबाइल समीरा की तरफ बढ़ाया और उसे कहा इस मोबाइल का उपयोग करते हुए तुम मुझे फोन कर सकती हो। समीरा ने वह मोबाइल अपने पास मौजूद पर्स में रखा और राज से पूछा कि तुम कहाँ होगे ??? राज ने बताया वह भी क्लब लीबिया में ही होगा मगर वहाँ हम दोनों एक दूसरे से नहीं मिलेंगे और न ही कोई बातचीत होगी, और कुछ देर अंदर रुकने के बाद शायद मैं वापस चला जाऊं मगर तुम्हें अंदर ही रहना है तब तक जब तक राफिया वहाँ से निकल नहीं जाती, उसके बाद आप चाहें तो गाड़ी लेकर वापस जिन्ना नगर चली जाना मैं राफिया को गुंडों से बचाकर सिचुएशन के अनुसार फैसला करूंगा कि मुझे रात को घर वापस आना है या रात कहीं और गुजारनी है। साथ ही मेजर ने समीरा को विशेष निर्देश दिया कि नाइट क्लब में शराब और व्हिस्की आदि बिल्कुल न पिये वरना स्थिति बिगड़ भी सकती है।
समीरा मेजर को ठीक है कह कर क्लब लीबिया की ओर निकल गई जबकि मेजर राज क्लब के बाहर इधर उधर भटक कर घूमने लगा। फिर क्लब के बाहर मौजूद एक छोटी सी दुकान पर बैठ कर सिगरेट पीने लगा। राज स्मोकर नहीं था मगर कभी-कभी अपने आप को आम आदमी दिखाने की खातिर ना चाहते हुए स्मोकिंग भी करता था। तब भी वह एक आवारा व्यक्ति नजर आ रहा था जिसको सारा दिन आवारा फिरने के अलावा कोई काम न हो। कुछ देर इधर उधर फिरने के बाद अब मेजर राज एक दुकान पर बैठा कोक पी रहा था और टाइम पास करने की कोशिश कर रहा था। मगर समय था कि जैसे रुक सा गया था। रात के 10 बजने को थे मगर अब तक राफिया का कोई अता-पता नहीं था।
दूसरी ओर समीरा क्लब लीबिया पहुंची तो उसके सामने ही कार लगाकर गाड़ी से उतर गई, एक वेले भागता हुआ समीरा के पास आया और गाड़ी की चाबी लेकर पार्क करने चला गया जबकि समीरा कर पार्किंग का टोकन अपने पर्स में रखते हुए नाइट क्लब में प्रवेश कर गई . करीब 9:30 का समय था इसलिए नाइट क्लब में अभी ज्यादा गहमागहमी नहीं थी कुछ लोग ही अंदर मौजूद थे कुछ कपल थे तो कुछ पुराने लोग भी थे। कुछ युवा अपनी गर्लफ्रेंड फ्रेंड्स के साथ डांस फ्लोर पर डांस करने में मगन थे। समीरा चलती हुई एक खाली टेबल देखकर उस पर बैठ गई, और डांस फ्लोर पर युवाओं को डांस करता देखने लगी।
फिर समीरा ने एक ड्रिंक का ऑर्डर दिया जो कुछ ही मिनटों में ही आ गई, अब समीरा ड्रिंक पीने के साथ साथ पैर पर पैर रखे युवक-युवतियों को डांस करता देखकर एंजाय कर रही थी। समीरा के आसपास बैठे कुछ बूढ़े लोगों की नजरें समीरा पर ही थीं और वह यह अनुमान लगाने की कोशिश कर रहे थे कि क्या यह खूनी हसीना अकेली है या उसके साथ कोई प्रेमी आदि भी है। कुछ देर इंतजार होने के बाद एक व्यक्ति ने हिम्मत की और अपनी सीट से उठकर समीरा के करीब आ गया, और बड़े आत्मविश्वास से समीरा को संबोधित करते हुए कहा, हाय ब्यूटी फुल महिला, इफ यू डांट माइंड मे आई सिट हियर ?? समीरा ने उस आदमी को सिर से पैर तक देखा और बोली यू डांट नीड माई पर्मीशन यह कह कर समीरा फिर डांस देखने लगी और वह व्यक्ति समीरा के साथ वाली चेयर पर बैठ गया मगर समीरा उसे इग्नोर कर रही थी।
इस व्यक्ति की उम्र 35 के करीब होगी मगर शायद युवा लड़कियों के लिए उत्सुक था। समीरा के पास बैठ कर उसने समीरा को फिर से संबोधित किया और अपना हाथ समीरा की ओर बढ़ाते हुए अपना परिचय करवाया, समीरा ने फिर से एक पल उसकी ओर देखा और फिर अपना हाथ बढ़ाकर उससे हाथ मिलाया और अपना नाम अंजलि बताया । इस व्यक्ति का नाम सुभाष था। पहले पहल तो समीरा ने उसे कोई विशेष लिफ्ट न करवाई मगर फिर उसे एहसास हुआ कि राफिया के आने में अभी समय है क्योंकि नाइट क्लब की मूल रौनक तो 11 से 12 बजे के बीच ही आती हैं तो टाइम पास करने के लिए इस लंगूर को थोड़ी बहुत लिफ्ट करा देनी चाहिए। अब समीरा ने उस व्यक्ति से बातचीत शुरू की तो वह अपने बारे मे समीरा को बताने लगा, अपना व्यापार और पर्सनल लाइफ के बारे में वह बिना हिचक समीरा को सब कुछ बता रहा था। और समीरा भी अपने मन में कहानी बना रही थी कि अगर यह मेरे बारे में कुछ पूछता है तो मैं क्या बताऊँ .
कुछ ही देर के बाद सुभाष ने समीरा को डांस की पेशकश कर दी जो समीरा ने थोड़ा संकोच के बाद स्वीकार कर ली। इस समय रोमांटिक सल्लू संगीत चल रहा था तो समीरा ने टेबलों के बीच में ही इस व्यक्ति के साथ सल्लू कपिल डांस करना शुरू कर दिया, समीरा ने अपना एक हाथ उसके हाथ में दे रखा था जबकि दूसरा हाथ उसके कंधे पर रखा हुआ था जबकि सुभाष का दूसरा हाथ समीरा की कमर पर था और वह हौले हौले समीरा की कमर पर हाथ फेर रहा था। इसी तरह कुछ और कपल्स भी कपल डांस करने में संलग्न थे और जो पुरुष पहले समीरा को घूर रहे थे वे अब अपने आप को कोस रहे थे कि अगर वे पहल कर लेते तो शायद इस हसीना के साथ अब वह बाहों में बाहें डाले डांस कर रहे होते।
डांस के दौरान सुभाष अपनेलबों को समीरा के कानों के पास लाकर उस से बातें कर रहा था और समीरा भी हल्की आवाज में उसकी बातों का जवाब दे रही थी, समीरा ने उसे बताया कि वह सिंगल है और उसका कोई प्रेमी नहीं वह यहाँ अकेले टाइम पास करने आई है। यह जानकर सुभाष की मर्दानगी ने एक अंगड़ाई ली और उसे लगा कि आज समीरा का अकेलापन वह मिटा सकता है। यह जानकर कि समीरा अकेली है अभी सुभाष थोड़ा रिलैक्स हो गया था और डांस करते करते उसने समीरा को अपने करीब कर लिया था। समीरा ने भी कोई विरोध नहीं किया और उस व्यक्ति को अपने पास होने दिया वह जानती थी कि किसी भी समय वह आसानी से जान छुड़वा सकती है। समीरा के मम्मे सुभाष के सीने को स्पर्श कर रहे थे और सुभाष भी नजरें बचाकर बार बार समीरा के सीने में बनने वाली सुंदर क्लीवेज़ को देख रहा था जबकि उसका एक हाथ लगातार समीरा की कमर की मालिश कर रहा था। वह समीरा की गर्दन से लेकर उसके चूतड़ों से कुछ ऊपर तक जहां तक समीरा की कमर नंगी थी अपने हाथ से समीरा के शरीर की गर्मी को महसूस कर रहा था।