hotaks444
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अंजलि ने बाथरूम में जाते ही अपने ब्रा और पैन्टी उतार कर एक साइड पर फेंके और राफिया ने साइड पर होकर अंजलि को शॉवर के नीचे खड़ा होने की जगह दी। खुद वह साइड पर गई ताकि अंजलि शॉवर लेकर यहां से जल्दी जा सके। अंजलि भी ठंडे पानी के नीचे खड़ी हुई तो उसको आराम मिल गया मगर उसकी चूत शांत होने का नाम नहीं ले रही थी। अंजलि ने कुछ देर शॉवर के नीचे खड़ी होकर अपने सिर और शरीर पर पानी डाला और फिर अपनी आँखें खोलकर राफिया को घूरने लगी। अंजलि ने राफिया को उसके सिर से पांव तक गौर से देखा और फिर इसे एक स्माइल दी।राफिया ने हैरान होकर अंजलि से पूछा क्या हुआ? तुम ऐसे क्यों घूर रही हो?
अंजलि बोली तुम्हारा सुंदर शरीर देख रही हूँ, बहुत सुंदर हो तुम।
राफिया अपनी तारीफ सुन कर थोड़ी सी शरमाई और अंजलि को देखते हुए बोली तुम भी कुछ कम नहीं है।
अंजलि ने राफिया को कहा तुम्हारे बूब्स बहुत सुंदर हैं। यह कह कर अंजलि थोड़ा आगे बढ़ी और राफिया का हाथ पकड़ कर अपनी तरफ खींचा। अब राफिया थोड़ा घबराई और बोली यह क्या कर रही हो ?? अंजलि ने कहा चिंता मत करो कुछ नहीं कर रही। तुम साइड पर जो खड़ी हो तुम भी नहा लो। बल्कि मैं तुम्हारी कमर में साबुन लगा देती हूँ, मेरी कमर पर तुम लगा देना ताकि समुद्री रेत अच्छी तरह साफ हो सके।
राफिया ना चाहते हुए भी शावर के नीचे आ गई जहां अब अंजलि और राफिया के शरीर आपस में मिल रहे थे और दोनों एक दूसरे के शरीर से गर्मी निकलती महसूस हो रही थी। अंजलि घूमकर राफिया के पीछे आ गई और हौले हौले अपने हाथ राफिया की कमर पर फेरने लगी। उसका हाथ फेरने का अंदाज ऐसा था जैसे कोई लड़का लड़की के साथ सेक्स करते हुए नरमी से उसकी कमर सहलाता है। फिर अंजलि ने पास पड़ा साबुन उठाया और राफिया की गर्दन से लेकर उसकी कमर तक साबुन को धीरे धीरे फेरा।
फिर साबुन साइड मे रखकर अंजलि अपने हाथों से राफिया की कमर की मालिश करने लगी। राफिया इसी दुविधा में थी कि अंजलि को यह सब करने से मना करे या नहीं, मगर वह कोई फैसला नहीं कर पा रही थी। और अंजलि लगातार राफिया की कमर पर मालिश किए जा रही थी। उसका मालिश करने का तरीका ऐसा था कि राफिया को मज़ा भी आ रहा था और उसकी गर्मी भी बढ़ रही थी। अंजलि ने राफिया की कमर के ऊपरी भाग पर जहां कंधों की हड्डी निकली होती है, वहाँ अपने हाथों की उंगलियों से धीरे धीरे ऊपर नीचे मालिश किया, उसके बाद वह नीचे होती गई और राफिया की बल खाती ब्लाउज के बीच में आकर वहां अपने हाथ फेरने लगी। फिर वहां से आगे नीचे आई और राफिया के 34 इंच के बड़े बड़े चूतड़ों पर भी अपना हाथ फेरा। इससे पहले कि राफिया अंजलि को ऐसा करने से मना करती वह खुद ही वापस ऊपर की तरफ आ गई। और फिर से कमर पर मालिश करने लगी। फिर अंजलि ने फिर से साबुन उठाया और राफिया के सामने जा कर उसके बदन पर साबुन फेरने लगी। गले से कुछ नीचे छाती पर साबुन रखकर अंजलि ने अपना हाथ घुमाना शुरू किया और और नीचे लाते हुए राफिया के 36 इंच सुडौल और कसे हुए मम्मों पर साबुन फेरने लगी। इस दौरान अंजलि ने मुस्कुराते हुए राफिया को देखा और बोली रात को इमरान तो तुम्हारे तुम्हारे मम्मों पर मर मिटा होगा ??
अंजलि की बात सुनकर राफिया थोड़ा नर्वस हो गई, उसे समझ नहीं आ रही थी कि क्या करे मगर उसने हंसने की कोशिश की और बोली हां इमरान तो मर मिटा था इन पर . इस दौरान अंजलि का हाथ राफिया के मम्मों से नीचे आकर उसके पेट पर साबुन मसलने में व्यस्त था। पेट पर साबुन लगाने के बाद अंजलि ने साबुन फिर से साइड में रख दिया और राफिया के शरीर पर फिर से हाथ फेर कर मालिश करने लगी। लेकिन अब की बार अंजलि कमर की बजाय राफिया के सीने पर हाथ फेर रही थी और उसके हाथ राफिया के मम्मों पर गोल गोल घूम रहे थे, राफिया को अब इस खेल में मजा आने लगा था, अब वह अंजलि को रोकने के बारे में सोच नहीं रही थी और चाह रही थी कि जैसे चल रहा है चलता रहे ये काम।
अंजलि अब हौले हौले राफिया के मम्मों को दबा रही थी। वह अपने हाथों से राफिया का पूरा मम्मा पकड़ कर उसको थोड़ा मसलती और फिर अपनी मुट्ठी बंद करके उसको हौले से दबा देती जिससे राफिया की एक सिसकी निकलती। फिर अंजलि ने अपनी एक उंगली और अंगूठे को मिलाकर राफिया का एक निप्पल पकड़ लिया और उसको हौले हौले दबाने लगी जिससे राफिया की चूत गीली होना शुरू हो गई थी। और वह आंखें बंद किए अंजलि की हरकतों के मजे ले रही थी। अंजलि ने भी राफिया की तड़प को महसूस कर लिया था और यही वो चाहती थी। इमरान का लंड लेने के लिए राफिया आराम चाहिए था और अंजलि अपने इस उद्देश्य में काफी हद तक सफल हो चुकी थी। मगर अभी लोहा पूरी तरह गर्म नहीं हुआ था। अब राफिया को और गर्म करना था ताकि वह इमरान के लंड से अंजलि की चुदाई पर भी राजी हो सके। यह सोच कर अंजलि ने अब राफिया के मम्मों को जोर से दबाना शुरू कर दिया था और अपनी एक टांग ऊपर उठाकर राफिया के पैर के आसपास लपेट ली थी और पांव से राफिया की टांग को रगड़ रही थी। राफिया बिना हरकत किए अंजलि को यह सब करने दे रही थी
फिर अंजलि ने राफिया के मम्मों को दबाना बंद किया और फिर राफिया के पीछे जा कर खड़ी हो गई और कमर पर कुछ देर मालिश करने के बाद बैठ कर राफिया के चूतड़ों को भी मसलने लगी। चूतड़ों को मसलते मसलते अंजलि ने राफिया के चूतड़ों को पकड़ कर थोड़ा खोला और उसके अंदर भी अपना हाथ फेरने लगी। अब की बार राफिया ने काँपती हुई आवाज़ में कहा, यह क्या कर रही हो ??? प्लीज़ ऐसे मत करो .. मगर अंजलि कहाँ रुकने वाली थी वह बोली तुम्हारे पीछे भी कुछ रेत लगी हुई है वह साफ कर रहा हूँ अच्छी तरह से। यह कह कर उसने राफिया की गाण्ड के छेद में अपनी उंगली फेरना शुरू कर दी और राफिया ने अब अपने दोनों हाथ दीवार के साथ लगा दिए और अपनी गाण्ड को थोड़ी बाहर निकाल दिया ताकि अंजलि अच्छी तरह उसकी गाण्ड के छेद को छेड़ सके। उसके साथ साथ अब राफिया ने सिसकियाँ लेना शुरू कर दी थीं और अंजलि इस अवसर का लाभ उठाते हुए राफिया को और गर्म करना चाहती थी। कुछ देर तक वह इसी तरह राफिया की गाण्ड से छेड़छाड़ करती रही फिर वह अपनी जगह से खड़ी हो गई और राफिया को शॉवर के नीचे ले आई,
शॉवर के नीचे लाकर अंजलि ने राफिया के बदन पर हाथ फेरना शुरू किया और उसके बदन से साबुन साफ करने लगी। साथ ही उसने अपने नरम और नाजुक होंठ राफिया के गुलाब की पंखुड़ियों जैसे होंठों पर रख दिए और उनको चूसने लगी। राफिया जो अब काफी गर्म हो चुकी थी और उसकी चूत चिकनी पानी छोड़ रही थी उसने भी अंजलि को त्वरित प्रतिक्रिया देना शुरू कर दिया और उसके होंठों को अपने होंठों में लेकर चूसने लगी। अब पहली बार राफिया ने खुलकर इस समलैंगिक सेक्स को एंजाय करना शुरू किया था। उसके हाथ पहली बार अंजलि के बदन को छू कर उन्हें प्यार कर रहे थे। होंठ चूसते हुए राफिया ने अंजलि की एक टांग उठा कर अपनी कमर के आसपास लपेट ली थी और उसके चूतड़ों अपने हाथों से दबाने लगी थी
अंजलि भी अब सेक्स की आग में जलती हुई राफिया के लबों को चूस रही थी और अपनी जीभ उसके मुँह में प्रवेश कर राफिया की ज़ुबान के साथ खेल रही थी। अंजलि का एक हाथ रफिया के मम्मे पर था जिसको वह जोर से दबा रही थी और कभी कभी उसके निप्पल को अपनी उंगलियों और अंगूठे से पकड़ कर हौले से मसल देती तो राफिया की एक सिसकी निकलती। कुछ देर तक अंजलि राफिया के होंठ चूसती रही फिर उसने राफिया के होंठों को छोड़ा और थोड़ा नीचे झुक कर राफिया की सुराही दार लंबी गर्दन पर अपने दांत गढ़ा दिए, और उसको अपने होठों से चूसने लगी। अंजलि कभी राफिया की गर्दन पर सामने की ओर अपने होठों से प्यार करती तो कभी गर्दन की साइड पर अपने दांत गढ़ा कर बेहद क्रूर तरीके से उसकी गर्दन पर प्यार करती।
राफिया इस हमले के लिए तैयार नहीं थी, अंजलि के इस हमले ने राफिया को पागल कर दिया था उसकी सिसकियाँ अब बाथरूम में गूंजने लगी थीं और उसे समझ नहीं आ रहा था कि वह मिलने वाले आनंद को कैसे व्यक्त करे। मगर अंजलि यहां रुकने वाली नहीं थी, गर्दन से नीचे आकर अब अंजलि राफिया के मम्मों को चूस रही थी। राफिया के 36 आकार के गोल और सुडौल कसे हुए मम्मों पर अंजलि की ज़ुबान ऐसी चल रही थी जैसे कोई बच्चा कौन आइसक्रीम को कोण से अपनी जीभ से चूस्ता है। राफिया के मम्मों को चूसने के साथ अंजलि का एक हाथ राफिया के एक चूतड़ पर जाकर उसके 34 इंच के बड़े और मांस से भरे हुए चूतड़ों को भी दबा रही थी
राफिया की सिसकियों में लगातार वृद्धि हो रही थी और बाहर बैठा इमरान भी उसकी सिसकियों को एंजाय कर रहा था। कुछ कुछ इमरान को समझ लग गई थी कि आगे क्या होने वाला है, मगर वह इस बारे में अंतिम राय कायम करने में असमर्थ था। बाथरूम की चारदीवारी कांच की थी मगर ब्लाइंड कांच की वजह से बाहर बैठे इमरान को अंदर मौजूद 2 नग्न और सेक्सी लड़कियों का शरीर तो नज़र नहीं आ रहा था मगर उनकी काली छाया नुमा अक्स ज़रूर नज़र आ रहे थे और उसको पता था कि दोनों लड़कियों अंदर सेक्स के मज़े ले रही हैं। और उस पर राफिया की सिसकियाँ इमरान के कानों में रस घोल रही थीं इमरान को काफी उम्मीद थी कि कुछ ही देर के बाद इमरान इन दोनों लड़कियों की टाइट चूत में अपने लंड के धक्के लगाएगा और बारी बारी दोनों की चुदाई करके उनकी चूतों का पानी निकलवाएगा है। मगर तब उसकी उम्मीदों पर पानी फिर गया जब अंदर से राफिया की सिसकियाँ आना बंद हो चुकी थीं और वो दोनों अब एक दूसरे से अलग हो चुकी थीं। अंजलि अब शावर के नीचे अकेली खड़ी अपने गीले बदन पर पानी डाल रही थी जबकि दूसरी ओर राफिया स्तब्ध खड़ी अंजलि को नहाते हुए देख रही थी
अंजलि बोली तुम्हारा सुंदर शरीर देख रही हूँ, बहुत सुंदर हो तुम।
राफिया अपनी तारीफ सुन कर थोड़ी सी शरमाई और अंजलि को देखते हुए बोली तुम भी कुछ कम नहीं है।
अंजलि ने राफिया को कहा तुम्हारे बूब्स बहुत सुंदर हैं। यह कह कर अंजलि थोड़ा आगे बढ़ी और राफिया का हाथ पकड़ कर अपनी तरफ खींचा। अब राफिया थोड़ा घबराई और बोली यह क्या कर रही हो ?? अंजलि ने कहा चिंता मत करो कुछ नहीं कर रही। तुम साइड पर जो खड़ी हो तुम भी नहा लो। बल्कि मैं तुम्हारी कमर में साबुन लगा देती हूँ, मेरी कमर पर तुम लगा देना ताकि समुद्री रेत अच्छी तरह साफ हो सके।
राफिया ना चाहते हुए भी शावर के नीचे आ गई जहां अब अंजलि और राफिया के शरीर आपस में मिल रहे थे और दोनों एक दूसरे के शरीर से गर्मी निकलती महसूस हो रही थी। अंजलि घूमकर राफिया के पीछे आ गई और हौले हौले अपने हाथ राफिया की कमर पर फेरने लगी। उसका हाथ फेरने का अंदाज ऐसा था जैसे कोई लड़का लड़की के साथ सेक्स करते हुए नरमी से उसकी कमर सहलाता है। फिर अंजलि ने पास पड़ा साबुन उठाया और राफिया की गर्दन से लेकर उसकी कमर तक साबुन को धीरे धीरे फेरा।
फिर साबुन साइड मे रखकर अंजलि अपने हाथों से राफिया की कमर की मालिश करने लगी। राफिया इसी दुविधा में थी कि अंजलि को यह सब करने से मना करे या नहीं, मगर वह कोई फैसला नहीं कर पा रही थी। और अंजलि लगातार राफिया की कमर पर मालिश किए जा रही थी। उसका मालिश करने का तरीका ऐसा था कि राफिया को मज़ा भी आ रहा था और उसकी गर्मी भी बढ़ रही थी। अंजलि ने राफिया की कमर के ऊपरी भाग पर जहां कंधों की हड्डी निकली होती है, वहाँ अपने हाथों की उंगलियों से धीरे धीरे ऊपर नीचे मालिश किया, उसके बाद वह नीचे होती गई और राफिया की बल खाती ब्लाउज के बीच में आकर वहां अपने हाथ फेरने लगी। फिर वहां से आगे नीचे आई और राफिया के 34 इंच के बड़े बड़े चूतड़ों पर भी अपना हाथ फेरा। इससे पहले कि राफिया अंजलि को ऐसा करने से मना करती वह खुद ही वापस ऊपर की तरफ आ गई। और फिर से कमर पर मालिश करने लगी। फिर अंजलि ने फिर से साबुन उठाया और राफिया के सामने जा कर उसके बदन पर साबुन फेरने लगी। गले से कुछ नीचे छाती पर साबुन रखकर अंजलि ने अपना हाथ घुमाना शुरू किया और और नीचे लाते हुए राफिया के 36 इंच सुडौल और कसे हुए मम्मों पर साबुन फेरने लगी। इस दौरान अंजलि ने मुस्कुराते हुए राफिया को देखा और बोली रात को इमरान तो तुम्हारे तुम्हारे मम्मों पर मर मिटा होगा ??
अंजलि की बात सुनकर राफिया थोड़ा नर्वस हो गई, उसे समझ नहीं आ रही थी कि क्या करे मगर उसने हंसने की कोशिश की और बोली हां इमरान तो मर मिटा था इन पर . इस दौरान अंजलि का हाथ राफिया के मम्मों से नीचे आकर उसके पेट पर साबुन मसलने में व्यस्त था। पेट पर साबुन लगाने के बाद अंजलि ने साबुन फिर से साइड में रख दिया और राफिया के शरीर पर फिर से हाथ फेर कर मालिश करने लगी। लेकिन अब की बार अंजलि कमर की बजाय राफिया के सीने पर हाथ फेर रही थी और उसके हाथ राफिया के मम्मों पर गोल गोल घूम रहे थे, राफिया को अब इस खेल में मजा आने लगा था, अब वह अंजलि को रोकने के बारे में सोच नहीं रही थी और चाह रही थी कि जैसे चल रहा है चलता रहे ये काम।
अंजलि अब हौले हौले राफिया के मम्मों को दबा रही थी। वह अपने हाथों से राफिया का पूरा मम्मा पकड़ कर उसको थोड़ा मसलती और फिर अपनी मुट्ठी बंद करके उसको हौले से दबा देती जिससे राफिया की एक सिसकी निकलती। फिर अंजलि ने अपनी एक उंगली और अंगूठे को मिलाकर राफिया का एक निप्पल पकड़ लिया और उसको हौले हौले दबाने लगी जिससे राफिया की चूत गीली होना शुरू हो गई थी। और वह आंखें बंद किए अंजलि की हरकतों के मजे ले रही थी। अंजलि ने भी राफिया की तड़प को महसूस कर लिया था और यही वो चाहती थी। इमरान का लंड लेने के लिए राफिया आराम चाहिए था और अंजलि अपने इस उद्देश्य में काफी हद तक सफल हो चुकी थी। मगर अभी लोहा पूरी तरह गर्म नहीं हुआ था। अब राफिया को और गर्म करना था ताकि वह इमरान के लंड से अंजलि की चुदाई पर भी राजी हो सके। यह सोच कर अंजलि ने अब राफिया के मम्मों को जोर से दबाना शुरू कर दिया था और अपनी एक टांग ऊपर उठाकर राफिया के पैर के आसपास लपेट ली थी और पांव से राफिया की टांग को रगड़ रही थी। राफिया बिना हरकत किए अंजलि को यह सब करने दे रही थी
फिर अंजलि ने राफिया के मम्मों को दबाना बंद किया और फिर राफिया के पीछे जा कर खड़ी हो गई और कमर पर कुछ देर मालिश करने के बाद बैठ कर राफिया के चूतड़ों को भी मसलने लगी। चूतड़ों को मसलते मसलते अंजलि ने राफिया के चूतड़ों को पकड़ कर थोड़ा खोला और उसके अंदर भी अपना हाथ फेरने लगी। अब की बार राफिया ने काँपती हुई आवाज़ में कहा, यह क्या कर रही हो ??? प्लीज़ ऐसे मत करो .. मगर अंजलि कहाँ रुकने वाली थी वह बोली तुम्हारे पीछे भी कुछ रेत लगी हुई है वह साफ कर रहा हूँ अच्छी तरह से। यह कह कर उसने राफिया की गाण्ड के छेद में अपनी उंगली फेरना शुरू कर दी और राफिया ने अब अपने दोनों हाथ दीवार के साथ लगा दिए और अपनी गाण्ड को थोड़ी बाहर निकाल दिया ताकि अंजलि अच्छी तरह उसकी गाण्ड के छेद को छेड़ सके। उसके साथ साथ अब राफिया ने सिसकियाँ लेना शुरू कर दी थीं और अंजलि इस अवसर का लाभ उठाते हुए राफिया को और गर्म करना चाहती थी। कुछ देर तक वह इसी तरह राफिया की गाण्ड से छेड़छाड़ करती रही फिर वह अपनी जगह से खड़ी हो गई और राफिया को शॉवर के नीचे ले आई,
शॉवर के नीचे लाकर अंजलि ने राफिया के बदन पर हाथ फेरना शुरू किया और उसके बदन से साबुन साफ करने लगी। साथ ही उसने अपने नरम और नाजुक होंठ राफिया के गुलाब की पंखुड़ियों जैसे होंठों पर रख दिए और उनको चूसने लगी। राफिया जो अब काफी गर्म हो चुकी थी और उसकी चूत चिकनी पानी छोड़ रही थी उसने भी अंजलि को त्वरित प्रतिक्रिया देना शुरू कर दिया और उसके होंठों को अपने होंठों में लेकर चूसने लगी। अब पहली बार राफिया ने खुलकर इस समलैंगिक सेक्स को एंजाय करना शुरू किया था। उसके हाथ पहली बार अंजलि के बदन को छू कर उन्हें प्यार कर रहे थे। होंठ चूसते हुए राफिया ने अंजलि की एक टांग उठा कर अपनी कमर के आसपास लपेट ली थी और उसके चूतड़ों अपने हाथों से दबाने लगी थी
अंजलि भी अब सेक्स की आग में जलती हुई राफिया के लबों को चूस रही थी और अपनी जीभ उसके मुँह में प्रवेश कर राफिया की ज़ुबान के साथ खेल रही थी। अंजलि का एक हाथ रफिया के मम्मे पर था जिसको वह जोर से दबा रही थी और कभी कभी उसके निप्पल को अपनी उंगलियों और अंगूठे से पकड़ कर हौले से मसल देती तो राफिया की एक सिसकी निकलती। कुछ देर तक अंजलि राफिया के होंठ चूसती रही फिर उसने राफिया के होंठों को छोड़ा और थोड़ा नीचे झुक कर राफिया की सुराही दार लंबी गर्दन पर अपने दांत गढ़ा दिए, और उसको अपने होठों से चूसने लगी। अंजलि कभी राफिया की गर्दन पर सामने की ओर अपने होठों से प्यार करती तो कभी गर्दन की साइड पर अपने दांत गढ़ा कर बेहद क्रूर तरीके से उसकी गर्दन पर प्यार करती।
राफिया इस हमले के लिए तैयार नहीं थी, अंजलि के इस हमले ने राफिया को पागल कर दिया था उसकी सिसकियाँ अब बाथरूम में गूंजने लगी थीं और उसे समझ नहीं आ रहा था कि वह मिलने वाले आनंद को कैसे व्यक्त करे। मगर अंजलि यहां रुकने वाली नहीं थी, गर्दन से नीचे आकर अब अंजलि राफिया के मम्मों को चूस रही थी। राफिया के 36 आकार के गोल और सुडौल कसे हुए मम्मों पर अंजलि की ज़ुबान ऐसी चल रही थी जैसे कोई बच्चा कौन आइसक्रीम को कोण से अपनी जीभ से चूस्ता है। राफिया के मम्मों को चूसने के साथ अंजलि का एक हाथ राफिया के एक चूतड़ पर जाकर उसके 34 इंच के बड़े और मांस से भरे हुए चूतड़ों को भी दबा रही थी
राफिया की सिसकियों में लगातार वृद्धि हो रही थी और बाहर बैठा इमरान भी उसकी सिसकियों को एंजाय कर रहा था। कुछ कुछ इमरान को समझ लग गई थी कि आगे क्या होने वाला है, मगर वह इस बारे में अंतिम राय कायम करने में असमर्थ था। बाथरूम की चारदीवारी कांच की थी मगर ब्लाइंड कांच की वजह से बाहर बैठे इमरान को अंदर मौजूद 2 नग्न और सेक्सी लड़कियों का शरीर तो नज़र नहीं आ रहा था मगर उनकी काली छाया नुमा अक्स ज़रूर नज़र आ रहे थे और उसको पता था कि दोनों लड़कियों अंदर सेक्स के मज़े ले रही हैं। और उस पर राफिया की सिसकियाँ इमरान के कानों में रस घोल रही थीं इमरान को काफी उम्मीद थी कि कुछ ही देर के बाद इमरान इन दोनों लड़कियों की टाइट चूत में अपने लंड के धक्के लगाएगा और बारी बारी दोनों की चुदाई करके उनकी चूतों का पानी निकलवाएगा है। मगर तब उसकी उम्मीदों पर पानी फिर गया जब अंदर से राफिया की सिसकियाँ आना बंद हो चुकी थीं और वो दोनों अब एक दूसरे से अलग हो चुकी थीं। अंजलि अब शावर के नीचे अकेली खड़ी अपने गीले बदन पर पानी डाल रही थी जबकि दूसरी ओर राफिया स्तब्ध खड़ी अंजलि को नहाते हुए देख रही थी