hotaks444
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तनु.... ह्म्म्म्म ! मतलब बड़ी दूर की सोची है इस शम्षेर ने, उसे लगा होगा मनु के पूरा चार्ज लेने के बाद यदि कोई पार्ट्नर की लड़की से शादी हुई, तो उनके आगे होने वाली मीटिंग्स की बात लीक ना हो जाए, इसलिए दोनो अनाउन्स्मेंट साथ मे किया....
राजीव.... पूरी ज़िंदगी पड़ी है, जितनी भर चाहे उतनी समीक्षा करते रहो, पर इसका नतीजा कुछ नही निकलेगा. इसलिए बेहतर ये होगा कि जीतने का सल्यूशन ढुंढ़ो, ना की हार किस वजह से रहे हैं उसकी चर्चा करो. और यदि कोई रास्ता ना मिल रहा हो तो खुद को हारा मान'ने मे ही भलाई है....
तनु.... एक तरकीब है, लेकिन उसके लिए रौनक का हमारे साथ होना ज़रूरी है, लेकिन उस से पहले वंश भाई साब आप को भी एक काम करना होगा....
वंश.... कैसा काम...
तनु.... मनु के बारे मे मैं जहाँ तक जानती हूँ, वो यंग फ्रेशर्ज़ को काम देने मे ज़्यादा विस्वास रखता है. अभी दो कंपनीज़ के सीईओ चेंज होंगे, पहला हर्षवर्धन और दूसरा सुकन्या... तो उन कंपनी के उपर लेवल मे काफ़ी चेंज होगा... नताली, मनु की क्लास फेलो भी रह चुकी है... क्यों ना उसे वहाँ काम पर लगा दिया जाए.....
वंश... आइडिया बुरा नही है, पर मनु उसे कंपनी के अंदर इतने बड़े पोस्ट पर रखेगा क्यों....
तनु.... रखने की कोई वजह तो नही, लेकिन वजह बना दी जाएगी, आप बस नताली से पूछ कर कन्फर्म करो कि वो ऑफीस जा सकती है या नही... तब तक मैं रौनक को अपने साथ मिलाने का जुगाड़ करती हूँ...
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सब के आधे-अधूरे गणित हो गये थे मूलचंदानी हाउस के अनाउन्स्मेंट के बाद. रौनक कितनी प्लॅनिंग से जिया की शादी मनु के साथ करवाना चाहता था. एक तो उसकी सारी प्लॅनिंग भी गयी, उपर से ये नया अनाउन्स्मेंट.
रौनक, हर्षवर्धन को कॉल लगाते....
रौनक..... हर्ष ये तुम लोगों ने ठीक नही किया.... आज तक तुम जैसा कहते रहे मैं वैसा करता रहा. ये जानते हुए भी कि तुम लोग मनु को बर्बाद कर दोगे, फिर भी केवल तुम्हारे कहने पर मैं अपनी बेटी की शादी का प्रस्ताव उसके पास ले कर गया. और तुम लोगों ने इतनी बड़ी बात खुद ही तय कर ली, एक बार बताया तक नही.
रौनक की बात का कोई जबाव नही था हर्ष के पास, वो बस इल्लॉजिकल तरीके से जबाव देने लगा, और रौनक ने फोन काट दिया....
जिया... पापा, आप के साथ इतना बड़ा धोका कर दिया हर्ष अंकल ने, और आप ने मुझे बताया तक नही....
रौनक..... नही जिया धोका तो मैं दे रहा था तुम्हे. मन मे लालच लिए मनु के साथ तुम्हारी शादी तय कर रहा था, और उसी का फल मिला है मुझे.
जिया.... कैसा लालच हां पापा. मनु से मेरी शादी तो आप उसे तो बर्बाद नही ही करते ना. पर आप से काम निकलवाने के बाद आप को भूल जाने वालों को उस के किए की सज़ा ज़रूर मिलनी चाहिए. अब आप मुझे पूरी बात बताएँगे...
रौनक ने इस खेल की पूरी कहानी अपनी बेटी को बता दिया. पूरी बात ध्यान से सुन'ने के बाद जिया कहने लगी.... "आप बस देखते जाओ पापा अब मैं क्या करती हूँ, अब आप तनु आंटी के कॉल पर उन्हे जाय्न कर लेना, पर उन्हे ये फील मत होने देना कि आप इच्छा रखते हो उन्हे जाय्न करने की".
जिया भी अब इस कॉर्पोरेट के खेल मे कूद गयी थी. अपने शिकार की ओर पहला कदम बढ़ाती, उसने श्रमण को कॉल लगाया.....
श्रमण..... हेल्लूओ
जिया..... क्यों मेरे हॅंडसम कैसे हो...
श्रमण.... खोया हूँ मैं. मुझे यकीन नही हो रहा आप ने मुझे कॉल किया है...
जिया..... हहहे, ऐसा क्यों भला, अभी तो मैं बात कर ही रही हूँ ना...
श्रमण..... नही मैं, आप हमे फोन करे इसकी कोई वजह तो नही थी ना...
राजीव.... पूरी ज़िंदगी पड़ी है, जितनी भर चाहे उतनी समीक्षा करते रहो, पर इसका नतीजा कुछ नही निकलेगा. इसलिए बेहतर ये होगा कि जीतने का सल्यूशन ढुंढ़ो, ना की हार किस वजह से रहे हैं उसकी चर्चा करो. और यदि कोई रास्ता ना मिल रहा हो तो खुद को हारा मान'ने मे ही भलाई है....
तनु.... एक तरकीब है, लेकिन उसके लिए रौनक का हमारे साथ होना ज़रूरी है, लेकिन उस से पहले वंश भाई साब आप को भी एक काम करना होगा....
वंश.... कैसा काम...
तनु.... मनु के बारे मे मैं जहाँ तक जानती हूँ, वो यंग फ्रेशर्ज़ को काम देने मे ज़्यादा विस्वास रखता है. अभी दो कंपनीज़ के सीईओ चेंज होंगे, पहला हर्षवर्धन और दूसरा सुकन्या... तो उन कंपनी के उपर लेवल मे काफ़ी चेंज होगा... नताली, मनु की क्लास फेलो भी रह चुकी है... क्यों ना उसे वहाँ काम पर लगा दिया जाए.....
वंश... आइडिया बुरा नही है, पर मनु उसे कंपनी के अंदर इतने बड़े पोस्ट पर रखेगा क्यों....
तनु.... रखने की कोई वजह तो नही, लेकिन वजह बना दी जाएगी, आप बस नताली से पूछ कर कन्फर्म करो कि वो ऑफीस जा सकती है या नही... तब तक मैं रौनक को अपने साथ मिलाने का जुगाड़ करती हूँ...
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सब के आधे-अधूरे गणित हो गये थे मूलचंदानी हाउस के अनाउन्स्मेंट के बाद. रौनक कितनी प्लॅनिंग से जिया की शादी मनु के साथ करवाना चाहता था. एक तो उसकी सारी प्लॅनिंग भी गयी, उपर से ये नया अनाउन्स्मेंट.
रौनक, हर्षवर्धन को कॉल लगाते....
रौनक..... हर्ष ये तुम लोगों ने ठीक नही किया.... आज तक तुम जैसा कहते रहे मैं वैसा करता रहा. ये जानते हुए भी कि तुम लोग मनु को बर्बाद कर दोगे, फिर भी केवल तुम्हारे कहने पर मैं अपनी बेटी की शादी का प्रस्ताव उसके पास ले कर गया. और तुम लोगों ने इतनी बड़ी बात खुद ही तय कर ली, एक बार बताया तक नही.
रौनक की बात का कोई जबाव नही था हर्ष के पास, वो बस इल्लॉजिकल तरीके से जबाव देने लगा, और रौनक ने फोन काट दिया....
जिया... पापा, आप के साथ इतना बड़ा धोका कर दिया हर्ष अंकल ने, और आप ने मुझे बताया तक नही....
रौनक..... नही जिया धोका तो मैं दे रहा था तुम्हे. मन मे लालच लिए मनु के साथ तुम्हारी शादी तय कर रहा था, और उसी का फल मिला है मुझे.
जिया.... कैसा लालच हां पापा. मनु से मेरी शादी तो आप उसे तो बर्बाद नही ही करते ना. पर आप से काम निकलवाने के बाद आप को भूल जाने वालों को उस के किए की सज़ा ज़रूर मिलनी चाहिए. अब आप मुझे पूरी बात बताएँगे...
रौनक ने इस खेल की पूरी कहानी अपनी बेटी को बता दिया. पूरी बात ध्यान से सुन'ने के बाद जिया कहने लगी.... "आप बस देखते जाओ पापा अब मैं क्या करती हूँ, अब आप तनु आंटी के कॉल पर उन्हे जाय्न कर लेना, पर उन्हे ये फील मत होने देना कि आप इच्छा रखते हो उन्हे जाय्न करने की".
जिया भी अब इस कॉर्पोरेट के खेल मे कूद गयी थी. अपने शिकार की ओर पहला कदम बढ़ाती, उसने श्रमण को कॉल लगाया.....
श्रमण..... हेल्लूओ
जिया..... क्यों मेरे हॅंडसम कैसे हो...
श्रमण.... खोया हूँ मैं. मुझे यकीन नही हो रहा आप ने मुझे कॉल किया है...
जिया..... हहहे, ऐसा क्यों भला, अभी तो मैं बात कर ही रही हूँ ना...
श्रमण..... नही मैं, आप हमे फोन करे इसकी कोई वजह तो नही थी ना...