Desi Porn Kahani ज़िंदगी भी अजीब होती है - Page 11 - SexBaba
  • From this section you can read all the hindi sex stories in hindi font. These are collected from the various sources which make your cock rock hard in the night. All are having the collections of like maa beta, devar bhabhi, indian aunty, college girl. All these are the amazing chudai stories for you guys in these forum.

    If You are unable to access the site then try to access the site via VPN Try these are vpn App Click Here

Desi Porn Kahani ज़िंदगी भी अजीब होती है

फटा फट फ्रेश हुआ नाहया धोया और घर के बाहर बैठ गया मेरा मान कौशल्या की तरफ भटक रहा था तभी मामी ने नाश्ते के लिए बुला लिया नाश्ता करने के बाद मैने कहा मामी मैं कौशल्या मामी के यहाँ जा रहा हूँ दोपहर तक आ जाउन्गा तो मामी मुझे घूरते हुए बोली क्या बात है पिछली बार भी तुम उनके ही यहाँ से वापिस चले गये थे और अब भी उन्ही की तरफ भाग रहे हो मैं सकपका गया मैने कहा ऐसी कोई बात नही है बस ऐसे ही तो वो बोली हाँ घूम आओ मैं तो ऐसे ही कह रही थी मैं भर आया और घूमते घूमते कौशल्या के दरवाजे पे पहुँच गया मामा घर पे ही थे मुझे देखते ही कौशल्या के चेहरे पे एक गहरी मुस्कान आ गयी जिसका अर्थ बस मैं ही जानता था


मामी बोली नाश्ता लगा दूं क्या तो मैं बोला नही मैं नाश्ता करके आया हूँ मैं उनसे बाते करने लगा तभी मामा बोले कि तुम लोग बातें करो मैं सहर जा रहा हूँ गॅस का कनेक्षन सिंगल से डबल करवाना है और पेंडिंग वाला सिलिंडर भी लेके आना है कुछ देर बाद चले गये मामी ने गेट बंद किया और सीधा आके मेरी गोदी मे बैठ गयी और अपने लाल लाल होंठो को मेरे होंठो से जोड़ दिया उनके नरम नरम पतले होंठ बहुत ही रसीले थे मैने जी भर के उनका रस पिया मामी बोली क्या बताऊ तुम्हारे जाने के बाद बस तुम्हे याद करके चूत मे उंगली करके ही गुज़ारा किया है अभी तुम्हारे मामा आए तो कुछ चैन मिला पर मेरी आग तो अब तुम्ही ठंडी करोगे और दुबारा किस करने लगी मैं भी उत्तेजित होने लगा था


मैने उन्हे गोदी से उतारा और अपनी पेंट की चैन खोल के लंड को बाहर निकाल लिया लंड देखते ही कौशल्या की आँखे चमक उठी उन्होने तुरंत ही मेरे लंड को अपने मुँह मे क़ैद कर लिया और किसी आइस क्रीम की तरह उसे चुँसने लगी उनके चेहरे की खुशी देख के लग रहा था कि कई जन्मो के प्यासे को आज पानी मिला हो बड़ी ही अदा से वो मेरा लंड चुँसने लगी थी धीरे धीरे करते हुए उन्होने मेरा पूरा लंड अपने मुँह मे डाल लिया था थूक उनके होंठो से टपकते हुए नीचे गिरने लगा था उनकी आँख वासना से चमकने लगी थी पूरे दस मिनट तक लंड चूसने के बाद मैने उन्हे अपने लंड से हटाया और उनके कपड़े उतारने लगा तो उन्होने मेरा हाथ पकड़ लिया और बोली प्लीज़ कपड़े ना उतारो वो क्या है दिन का टाइम है कोई भी आ सकता है मैने उनकी बात मान ली और उनकी साड़ी मे हाथ डालते हुए उनकी काले रंग की कच्छि को उनके कुल्हो से खींच के निकाल लिया अब साड़ी के अंदर वो नंगी ही थी


मैने उन्हे सोफे पे ही घोड़ी बनाया और उनकी साड़ी को कमर तक उचा उठा दिया काले काले बालो से भरी उस प्यारी चूत को मैं कई दिनो बाद देख रहा था मैने गौर किया कि मामी की गान्ड का साइज़ कुछ बढ़ गया था मैने पूछा मामी गान्ड तो मोटी हो गयी है तुम्हारी कही किसी ओर से तो नही चुदवाने लगी हो तो वो बोली नही बस तेरे मामा के बाद तुझे ही दी है किसी और से चुदवा तो लू पर इज़्ज़त का डर है कही बदनामी हो गयी तो ग्रहस्ती उजड़ जाएगी वो बोली अभी सर्दिया मे ज़्यादा घी खाने से थोड़ी मोटी हो गयी हूँ और कुछ बात नही है मैने कहा मैं तो बस ऐसे ही पूछ रहा था और मामी की चूत की फांको पे अपनी उंगली फेरने लगा कौशल्या के चूतड़ थिरकने लगे थे अब मैं उनकी चूत मे उंगली करने लगा मामी आहे भरने लगी
 
कुछ देर उंगली करने के बाद मैने अपना मुँह चूत पे लगा दिया आज कई दिनो बाद कौशल्या का पानी टेस्ट करने का मौका मिला था मेरी नाक उनकी गान्ड से टकरा रही थी चूत की खुसबु ने मुझे पूरी तरह मदहोश कर दिया था मैं बड़े ही चाव से मामी की चूत चाटने लगा मामी के चूतड़ अब बुरी तरह थिरक रहे थे कई देर तक ऐसा ही चलता रहा फिर मामी बोली बस अब इंतज़ार नही होता जल्दी से रगड़ दो मुझे तेरे लंड के लिए मरी जा रही हूँ जल्दी करो चोदो मुझे मैने बिना देर करे अपने लंड को उनकी चूत के छेद पे लगाया और अंदर की तरफ धकेल दिया मामी बोली ये हुई ना बात और अपने चुतडो को पीछे कर लिया अगले झटके के साथ पूरा लंड चूत की वादियो मे खोता चला गया मैने मामी की पतली कमर को थाम लिया और उनकी चूत मे तूफान मचाने लगा मामी बहुत ही मस्त हो गयी थी


उन्होने अपनी आँखो को मूंद लिया और मेरे हर धक्के को अपने अंदर महसूस करते हुए चुदने लगी मेरे हाथ उनकी कमर पे फिसल रहे थे और लंड उनकी चूत मे कोई पंद्रह मिनट तक घोड़ी बना कर चोदने के बाद मैं हटा और सोफी पे ही लेट गया मामी ने एक बार फिर अपनी साड़ी को उपर किया और सीधा आके मेरे लंड पे बैठ गयी और अपने कुल्हो को उचकाते हुए मेरे लंड का मज़ा लूटने लगी मैने उनके चुतडो को थाम लिया और आनंद लेने लगा मामी के माथे पे पसीने की बूंदे उभर आई थी पर वो बड़े ही जोश से अपनी कमर को उचका रही थी मेरे हाथो की गिरफ़्त उनके मुलायम चुतडो पे कस्ति जा रही थी और फिर कुछ तेज धक्को के बाद मामी एक दम से निढाल होके मेरी बाहों मे समा गयी उनकी चूत ने उनका साथ छोड़ दिया था


मैं भी मंझदार मे था मैने फॉरन उन्हे अपने नीचे लिटाया और उनकी टाँगो को चौड़ा करते हुए लंड चिकनी चूत मे घूँसाया और ताबड तोड़ धक्के मारने लगा कोई 5 मिनट तक मैने खूब तेज तेज धक्क्के लगाए और उनका पुर्जा पुर्जा हिला दिया और फिर अपने पानी से उनकी चूत को गीला कर दिया अब मैं उनके उपर से उतरा और बैठ गया मामी भी खड़ी हुई अपनी साड़ी को सही किया और मेरे पास ही आके बैठ गयी मैने उनकी चूची को दबा दिया और पूछा मज़ा आया कि नही तो वो बोली आज तो पूरी हड्डी-पसली एक हो गयी है मैने चूची को ओर ज़ोर से दबाया तो वो बोली आह दर्द होता है ना वो उठी और बोली तुम बैठो मैं कुछ खाने को लाती हूँ और रसोई मे चली गयी फिर हमने कुछ खाया पिया थोड़ी देर बैठे पर मेरा मन नही भरा था


तो मैने उनका हाथ पकड़ा और उन्हे बेडरूम मे ले आया मैने कौशल्या का ब्लाउस खोल दिया और उनकी चूची पीने लगा मामी भी पूरे हक से मुझे अपना दूध पिलाने लगी वो बारी बारी अपनी दोनो चूचिया मुझे चूसा रही थी मामी को भी मेरी जीभ के खुरदरे अहसास से अच्छा लग रहा था मैने पूछा मामा कब तक वापिस आएँगे तो वो बोली 2-3 घंटे तो लग ही जाएँगे मैने कहा तब तो ठीक है जब तक उनके निपाल पूरी तरह ना तन गये मैं उनके बोबो को पीता ही रहा मामी की आँखो मे नशा भर गया था मामी बिस्तर पे लेट गयी औ अपनी टाँगो को चौड़ा कर लिया उनकी चौड़ी टांगे मेरे लंड को बुला रही थी मैने उनकी चूत पे एक जोरदार पप्पी ली और फिर लंड को चूत पे सेट कर दिया चूत की गर्मी से मेरा लंड झुलस उठा


मैने ईक ही धक्का लगाया और लंड चूत मे घूंस गया मैं पूरी तरह उनपे चढ़ गया था मामी ने अपनी टाँगो को मेरी टाँगो मे उलझा लिया उन्होने अपना मुँह खोला और मैने अपनी जीभ उनकी मुँह मे सरका दी मामी बड़े ही प्यार से मेरी जीभ को चुँसने लगी इधर मैं धक्के पे धक्के पे लगाए जा रहा था उधर मामी मेरी जीभ से चुँसे जा रही थी महॉल फुल रोमॅंटिक था अब मैने अपनी जीभ उनकी जीभ से लड़ानी शुरू की नीचे मामी ने अपनी टाँगो को मेरी कमर पे जाकड़ दिया और चुदाई का मज़ा लेने लगी थी बस थप थप की आवाज़ के सिवा और कुछ भी नही सुनाई दे रहा था बेड की चादर पे सिलवाते पड़ रही थी मामी के हाथ मेरी गर्दन और पीठ पे रेंग रहे थे कौशल्या एक मिनट के लिए भी मेरे होंठो को नही छोड़ रही थी
 
चूत से रस बहता ही जा रहा था जो हमारी टाँगो तक आ पहुँचा था जाँघो पे चिप चिपाहट होने लगी थी मामी ने भी अपने चुतडो को उछालना शुरू कर दिया था मैं समझ गया कि वो झड़ने के करीब ही है मैने अपने धक्के और तेज कर दिए मेरी हर चोट पे उनकी चूचिया बुरी तरह उछल रही थी मेरा लंड बहुत ही खूँखार हो चुका था मामी की जंगली चुदाई हो रही थी उनके बाल बिखर गये थे होंठो की लिपीसटिक गायब हो गयी थी पर वो चुदे जा रही थी फिर उन्होने मुझे अपनी बाहों मे कस लिया अपनी टाँगो को बुरी तरह लपेट लिया और चूत को ढीला छोड़ दिया मेरा पूरा लंड उनकी चूत के रस मे भीग गया मैने पूछा मामी रस चाखोगी तो उन्होने अपना मुँह खोल दिया मैने तुरंत ही लंड को चूत से निकाला और उनके मुँह मे दे दिया


और कुछ झटके मारने के बाद उन्हे अपना पानी पीला दिया जिसे पीके मामी का चेहरा चमक उठा मामी ने पूरे लंड को चाट के सॉफ कर दिया हम एक दूसरे की बाहों मे लेटे रहे फिर मामी उठी और बोली मैं अब अपनी हालत ठीक कर लेती हूँ ये आने ही वाले होंगे तो मैने कहा थोड़ी देर रूको मैं भी उठा और उनकी गान्ड को सहलाने लगा मामी बोली मैं थक गई हूँ अब और नही कर सकती फिर रात को तुम्हारे मामा को भी खुस करना पड़ेगा मैने कहा मेरी प्यारी मामी जब तक तेरी गान्ड नही मारूँगा तब तक मुझे चैन नही आए गा तो मामी बोली तुम मेरा कहा माना करो मैं कल दीदी के यहाँ आउन्गि दोपहर मे और मोका देख के तुम्हे गान्ड की सैर करवा दूँगी पर अभी मुझे छोड़ो और फिर वो बिस्तर को ठीक करने लगी फिर उन्होने अपना हुलिया ठीक किया फिर उन्होने मुझे चाइ पिलाई और शाम को 5 बजे मैं बड़ी मामी के घर की ओर चल दिया

मामी को चोदने के बाद मैं बहुत ही खुस था मेरी खुशी बड़ी मामी ने भाँप ली और बोली क्या बात है कौशल्या ने क्या दे दिया है बड़े खुश लग रहे हो तो मैने भी मस्ती से कह दिया कि दिया है कुछ स्पेशल और हँसने लगा कुछ देर ऐसे ही मज़ाक होता रहा फिर मामी बोली आज रात को लाइट का नंबर है हम सरसो मे पानी देने चलेंगे मैने कहा ठीक है मामी बोली अच्छा हुआ तुम आ गये तुम्हारे मामा और भाई को इस बार छुट्टी नही मिली पापा जी के बस की है नही मैं अकेली क्या क्या करू मैने कहा आप चिंता मत करो मैं सब संभाल लूँगा मामी ने मेरे सर पे हाथ फेर दिया रात को कोई साढ़े 8 बजे हम दोनो खेतो पे जाने को बिल्कुल तैयार थे मामी ने कपड़े चेंज करके सूट-सलवार डाल लिया था उनके खेत नज़दीक ही थे
 
कोई 5-7मिनट मे ही हम पहुँच गये मामी ने मोटर चालू की पानी बहुत ही ठंडा था मेरी तो आत्मा ही कांप गयी मामी पूरे खेत मे चक्कर लगा के चेक कर रही थी कि हर कौने मे पानी पहुँच रहा है या नही इस तरह हमे दो घंटे से उपर हो गये थे खेतो मे पर अभी काम अधूरा ही था उपर से पड़ती धुन्ध की वजह से कुछ ठीक से दिखाई भी नही दे रहा था मामी कस्सि से नाली को ठीक कर रही थी तभी उनका पाँव फिसल गया और वो गिर पड़ी जब वो गिरी तो कस्सि उनके हाथ से छूट गयी और उसका नुकीला वाला हिसा उनके कुल्हो पे पड़ गया मामी कराहने लगी मैं दौड़के उनके पास गया मैने उन्हे सहारा देकर उठाया और कोठरी तक ले आया मामी को काफ़ी दर्द हो रहा था उनकी सलवार पूरी तरह से कीचड़ मे सन गयी थी कोठरी मे बस सूखी घास ही थी


और कुछ औजार पड़े थे मैने उन्हे घास पे उल्टी लिटा दिया और जाँघ को दबाते हुए पूछा कहा पे लगी तो उन्होने कराहते हुए कहा थोड़ा उपर तो मैने अपने हाथ को उनके नितंब पे रख दिया ऐसा लगा जैसे मैने किसी रूई के ढेर पे हाथ रख दिया हो मामी को थोड़ी शरम भी आ रही थी पर उन्होने कुछ नही खाया मैने उनके चूतड़ को दबाया तो उन्हे बड़ा ही तेज दर्द हुआ मैने कहा मामी लगता है काफ़ी चोट लगी है उनकी आवाज़ दर्द से काँपने लगी थी मैने कहा आपकी सलवार पूरी तरह से गंदी हो गयी है और अगर आप ठीक समझे तो सलवार को थोड़ा नीचे कर दे ताकि मैं देख लू कि कस्सि से कही खाल तो नही कट गयी या कोई जख्म ना हो गया हो


अब चोट भी चूतड़ पे लगी थी मामी खुद नही देख सकती थी मामी के चेहरी के भाव पढ़के मैने कहा इस टाइम शरम की ज़रूरत नही है और वैसे भी जब डॉक्टर इंजेक्षन लगाता है तो भी करते ही हो ऐसा ही समझ लो तो उन्होने कुछ सोचा और उनकी सलवार का नाडा खोल दिया तभी मुझे पता नही क्या सूझा मैने उनकी सलवार घुटनों तक सरका दी मामी अस्चर्य से मुझे देखती ही रह गयी ऐसे मोटे मोटे चूतड़ तो मैने आज तक नही देखे थे एक एक चूतड़ कम से कम 7----------------8 किलो का तो होगा ही उन्होने सफेद कलर की पेंटी पहनी हुई थी जो बस एक लाइन से ही उनके गुप्तांगो को ढके थे और पूरे चूतड़ मेरे सामने थे मामी लरजती हुई आवाज़ मे बोली जल्दी से चेक कर्लो मैने अपने हाथ उसके चुतडो पे फिराने लगा


और बोला मामी शुकर है कोई जखम नही हुआ घर चल कर पेन किल्लर ले लेना ठीक हो जाएगा और अपने हाथ से चूतड़ को सहला दिया मामी के चुतडोमे कंपन मैने सॉफ महसूस की पर मैं नही चाहता था कि वो ये सोचे कि मैने जान बुझ के ये किया है तो मैने उनकी सलवार वापिस उपर कर दी तो उन्होने अपना नाडा बाँध लिया इधर मेरे लंड ने उनके गौरे गौरे चुतडो को देखते ही पयज़ामे मे तंबू बना दिया था मैने कहा आप थोड़ी देर लेटे रहो मैं पानी दे दूँगा जैसे ही मैं उठा मामी ने मेरे तने हुए लंड को देख लिया मैने भी छुपाने की कोशिश नही की अपना तो काम ही यही था कि कब कोई मिले मैं बाहर आया


और पयज़ामे को नीचे सरका दिया और मूठ मारने लगा आँखों के सामने वो विशाल चूतड़ ही घूम रहे थी कुछ देर मे मैं झाड़ गया फिर पानी देने मे लग गया जब हम घर पहुँचे तो 2 बज रहे थे बिस्तर पे गिरते ही मैं सो गया अगली सुबह मैं उठा तो मैने देखा कि मामी मुझसे नज़रे नही मिला रही थी तो मैने डाइरेक्ट्ली पूछा कि क्या हुआ वो रात वाली घटना से थोड़ा शर्मा रही थी मैने कहा मामी ऐसी सिचुयेशन तो किसी के साथ भी हो सकती है अगर मैं गिर गया होता तो क्या आप मेरी मदद नही करती तब जाके उन्हे थोड़ी तस्सली हुई नाना रोज की तरह ताश खेलने चले गये नानी भी पड़ोस मे गयी हुई थी मामी बोली तुम बैठो मैं नहा कर आती हूँ मैने कहा ठीक है इधर मामी का जाना हुआ और उधर कौशल्या का आना हुआ


आज तो नीले घाघरे और सफेद ब्लाउस मे एक नंबर का माल लग रही थी मैं उसे कहा चॉबारे मे चलो मैने कहा मामी अभी नहाने गयी है आधे घंटे से पहले नही आएगी इतने मे अपना काम हो जाएगा वो बोली कही फस ना जाए मैने कहा कुछ नही होगा तुम चलो तो सही और मैं उसे चॉबारे मे ले आया मैने कौशल्या को अपनी बाहों मे ले लिया और लगा चूमने जी भर के उसके होंठो गालो का रस्पान किया फिर मैं उसका घाघरा उपर किया और उसे घोड़ी बना दिया आज उसने कच्छि नही पहनी थी मामी बोली कुण्डी तो लगा लो मैने कहा खुला ही रहने दो वैसे भी अभी कोई नही आएगा मैने अपना लंड निकाला और उनकी गान्ड पे रगड़ने लगा मामी बोली जल्दी से कर्लो ज़्यादा देर ना लगाना मैने गान्ड पे थूक लगाया और लंड अंदर डाल दिया और अपने हाथो को आगे बढ़ा कर उसके बोबो को भी बाहर निकाल लिया
 
और लगा उसकी गान्ड मारने मामी धीरे धीरे मोन करने लगी कौशल्या को गान्ड मरवाने का बहुत ही ज़्यादा शौक था और उसकी गान्ड थी भी एक दम मस्त जितना मारो उतनी कम मामी की गान्ड मारते कुछ ही मिनट हुए थे कि तभी मानो भुंचाल आ गया बड़ी मामी चॉबारे मे आ गयी और हमे इस तरह देख के उनके होश उड़ गये हमे भी संभालने का कोई मोका नही मिला वो दरवाजे मे खड़ी थी और कौशल्या फर्श पे घोड़ी बनी हुई थी मेरा लंड उसकी गान्ड मे अटका पड़ा था हम दोनो तो सुन्न ही हो गये दिमाग़ जैसे बंद ही हो गया था हमारा फिर कौशल्या एक दम से हटी मुझे अपने से दूर किया तो मेरा लंड फॅक से गान्ड से बाहर निकल आया और हवा मे लहराने लगा बड़ी मामी की नज़र मेरे लंड पे जम गयी


ये सब इतनी जल्दी हुआ कि रिएक्ट करने का टाइम ही नही मिला कौशल्या ने जल्दी से अपने ब्लाउस के बटन बंद किए और बड़ी मामी के पैरो मे गिर गयी और रोने लगी हाथ पाव तो मेरे भी ठंडे पड़ गये थे मामी बस एक तक मेरे लंड को ही देखे जा रही थी जो किसी गुस्सैल साप की तरफ लग रहा था फिर उन्होने कहा इसे अंदर करो तब जाके मुझे होश आया कौशल्या उनके पाँवो मे पड़ी थी और माफी माँग रही थी मामी ने उसे गुस्से से देखा और बोली तुझ से ये उम्मीद ना थी अपने भान्जे के साथ ही कब से चल रहा है ये सब तो कौशल्या ने पूरी कहानी उन्हे बता दी तो उन्होने कहा तू अभी घर जा मैं बाद मे तुझसे बात करूँगी कौशल्या तुरंत ही नो दो ग्यारह हो गयी अब बचा मैं ……….. मैने अपनी गरदन नीचे की ओर बेड के किनारे पे बैठ गया



मामी भी आके वही बैठ गयी और बोली तू कब से इतना बड़ा हो गया और अपनी ही मामी के साथ तुझे शरम नही आई मैने कहा शरम कैसी सब लोग तो करते है मामी बोली क्या करते है मैं कहा चुदाई मामी हैरान हो गयी बोली कुछ शरम कर ले तो मैने कहा मामी अब शरम करने को बचा ही क्या सबकुछ तो आपने देख ही लिया है फिर वो बोली आज पता चला कि तू बार बार कौशल्या की तरफ क्यो भागता है मैने कहा मामी मुझे चाहे कोई भी सज़ा दे दो पर आप उनका जिकर किसी से मत करना प्लीज़ तो वो बोली तू तेरी चिंता कर उसकी छोड़ और वो नीचे चली गयी मैं वही बैठा रह गया

मुझे अपनी फिकर नही थी बस मैं कौशल्या मामी के लिए परेशान होगया था अगर बड़ी मामी ने उनके पति को बता दिया तो गड़बड़ होनी तय थी कुछ देर बाद मैं नीचे आया मैने बाहर जाने के लिए गेट खोला तभी मामी बोली कहाँ जा रहा है तू तो मैने कहा मेरी मर्ज़ी है कही भी जाउ तो मामी गुस्से सो बोली बता कहाँ जा रहा है तो मैने बताया कि मैं कौशल्या मामी के घर जा रहा हूँ मामी बोली तू कहीं नही जाए गा इधर ही बैठ मेरा दिमाग़ भी अब कहराब होने लगा था मैने कहा मामी प्लीज़ मुझे जाने दो मामी बोली पहले मुझे बता क्यों जाना चाहता है तू क्या दुबारा वो सब करने के लिइईईईईईईईईईईईईईईईईईईई………………………………………..



तो मैने कहा मामी प्लीज़ उन्हे संभालना ज़रूरी है आप चाहे वो सज़ा मुझे दे देना पर अभी मुझे जाने दो तो उन्होने कहा तू कही नही जाएगा मुझे बुरी तरह से खीज होने लगी थी मैं बोला ठीक है नही जाउन्गा पर आप प्रॉमिस करे कि आप इस घटना के बारे मे किसी को कुछ नही बताएँगी तो उन्होने कहा और मैं ऐसा क्यो करू मुझे क्या मिलेगा मैने कहा जो आप चाहो बस ये बात लीक ना होनी चाहिए मामी ने कहा देखो जो भी तुम लोगो ने किया है वो है तो ग़लत ही पर फिर भी वो सोचेंगी कि क्या करना है मैने कहा इसमे सोचना क्या है तो उन्होने कुछ नही कहा और चली गयी मैं बैठक मे जाके लेट गया इसी तरह सोचते सोचते मेरी आँख लग गयी जब मैं उठा तो शाम पूरी तरफ ढल गयी थी मैने अपना मुँह धोया दिमाग़ घूम रहा था
 
सर मे काफ़ी दर्द भी हो रहा था मैने नानी से पूछा मामी कहाँ है तो उन्होने बताया कि वो कौशल्या के घर गयी है काफ़ी देर हो गयी वापिस नही आई है ये सुनके मेरी गान्ड फट गयी मैं बाहर की ओर भागा आधा रास्ता पार किया ही था कि मामी मुझे आती हुई दिखी उन्होने मुझे रोका और अपने साथ वापिस घर ले आई मैं हताश हो गया था फिर मैने कुछ पेन किलर्स ली तब जाके कुछ राहत मिली मैं नाना नानी के साथ बैठा था पर मेरा मन बातचीत मे नही था मैं उठ के मामी के पास रसोई मे गया और पूछा कि आप कौशल्या के घर क्यों गयी थी उन्होने कहा मुझे कुछ काम था मैने कहा क्या काम था वो बोली तुझे क्या लेना देना है मैं चुपचाप वापिस आके बैठ गया फिर मैने सोचा छोड़ सारी टेन्षन जो होगा देखा जाएगा



मैं विचार कर ही रहा था कि मेरे मन मे आया की अगर मैं किसी तरह से बड़ी मामी को चोद दूं तो फिर वो किसी से कुछ नही कह पाएँगी पर उन्हे चोदना आसान थोड़ी ही ना था मैने पूरा निस्चय कर लिया कि आज रात हर हाल मे मामी को चोद के ही रहूँगा चाहे जो कुछ भी हो जाए एक बार चुदने के बाद वो खुद फस जाएँगी फिर कोई टेन्षन हो गी ही नही पर कैसे होगा ये??????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????
????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????मैं काफ़ी देर तक सोचता रहा फिर मामी ने आवाज़ लगाई कि खाना रेडी हो गया है ख़ालो आज मेरी फेवरेट. मटर-पनीर की सब्ज़ी थी खाना ख़तम करने के बाद उन्होने मुझे गुड वाला दूध दिया



अब बस सोना ही था मैं कमरे मे गया और कपड़े चेंज करने लगा मैने आज बिना अंडरवेर के ही सीधा पयज़ामा डाल लिया था कोई 10 बजे मैं और मामी चॉबारे मे थे मामी रज़ाई ओढ़ के बेड पे लेट गयी पर मैं पलंग पे बैठा ही रहा मामी बोली नींद नही आ रही है क्या मैने कहा मुझे आपसे बात करनी है कुछ तो उन्होने कहा हाँ बोलो तो मैं उठ के उनके पास बैठ गया मैने कहा मामी मैं बिल्कुल झूट नही बोलूँगा देखो छोटे वाले ममाजी अपनी ड्यूटी के चक्कर मे कई कई दिनो मे आते है वो अकेली पड़ जाती है फिर उनकी कुछ पर्सनल नीड्स भी होती है किन्ही पॅलो मे मेरा और मामी के बीच ये रिश्ता बन गया है और वो काफ़ी एंजाय भी करती है तो मामी बोली तेरे मामा भी फोज मे है और 6-6 महीने मे घर आते है



पर मैने तो ऐसा कभी नही किया मानती हूँ कुछ नीड्स होती है पर इसका मतलब ये तो नही कि किसी के भी साथ ऐसा करे मैं कहा मामी मैं मानता हूँ पर देखो उन्होने बाहर तो किसी से नही करवाया अगर घर मे ही उनको वो खुशी मिल रही है तो इसमे ग़लत क्या है मामी बोली पर अपने पति को धोखा देना ??????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????????
?????????????????????????????????????????????????????????????????????????????? मैं थोड़ा बोल्ड होते हुए बोला इसमे धोखा क्या है वो कही बाहर तो नही जा रही है क्या आपने आज तक उनके कॅरक्टर मे कुछ कमी देखी है तो वो चुंप हो गयी मैने कहा मामी आपने हमे बेशक रंगे हाथ पकड़ लिया हो आप घर में किसी को भी बताएँगी



तो कोई भी आपका विश्वास नही करेगा और कौशल्या तो सॉफ मना कर देगी और मैं भी फिर आपके पास कोई पक्का सबूत भी नही है तब आप क्या करेंगी मामी बोली तुम तो बड़े तेज निकले मामी बोली ठीक है मैं किसी से कुछ नही कहूँगी पर आगे से तू उसके साथ ऐसा कुछ नही करेगा मैने कहा चाहे आप बुरा मानो पर मैं उसका साथ नही छोड़ूँगा क्यों कि मुझे बड़ा ही मज़ा आता है उनके साथ तो मामी बोली कैसा मज़ा ??? मैने कहा आपको नही पता क्या वो बोली बेशरम कुछ तो शरम कर हाई राम ये आजकल के बच्चे भी ना,………………………………………….. तो मैने कहा गौर से देखो मैं अब बच्चा नही रहा ट्रेलर आप दोपहर मे देख ही चूँकि हो मामी बोली चुंप कर बदमास्शह मुझे तो उन्हे शीशे मे उतारना था
 
मैने कहा मामी इमॅजिन करो अगर कौशल्या की जगह आप होती तो

ये सुनते ही उनके गाल शरम से लाल हो गये वो बोली ये तू क्या सोच रहा है मैने कहा देखो मामा आर्मी मे रहते है काफ़ी टाइम ड्यूटी पे ही बिता ते है तो आपको भी मन मे आता होगा सेक्स करने के बारे मे तब आप क्या करती है मामी को समझ नही आ रहा था कि क्या हो रही है उनके बेटे से भी छोटी उमर का लड़का उनसे ऐसी बाते कर रहा है वो शरम से गढ़ी जा रही थी पर मैं नही रुका मैने कहा बताओ ना मामी तब आप क्या करती है चूत मे उंगली या फिर लंबे बैंगन से ही काम चलाती हो

मामी बोली कमिने तू चुंप हो जा और थोड़ा गुस्सा करने लगी पर मैं नही रुका मुझे तो अपना प्लान कामयाब करना ही था मैने कहा क्यो सच्ची बात कड़वी लगती है ना



अब थोड़ा कौशल्या की स्थिति को समझो एक आप हो जो अंदर ही अंदर अपनी इच्छाओ का गला घोंट रही है और दूसरी तरफ वो देखो कैसे खिल गयी है आपको पता है कितने मज़े ले लेके चुदती है मामी हैरान हुए जा रही थी मैं जान बुझ के उनकी तुलना कौशलया से कर रहा था नारी का तो ये नैसर्गिक गुण है जलने का अब टाइम था उन्हे मक्खन लगाने का मैने कहा हालाँकि वो आप जैसी हॉट नही है परंतु मज़ा बहुत देती है

मामी बोली रे अब मैं हॉट कहा रह गयी हूँ बुढ़ापे के द्वार पे खड़ी हूँ मैने कहा आप को क्या पता जब आप मटक के चलती हो तो रास्ते मे कितने लोगो का खड़ा हो जाता होगा मामी के चेहरे पे एक चमक आने लगी थी वो बोली गंदी बाते मत करो आख़िर मैं तुम्हारी मामी हूँ तो मैने कहा मैं तो एक दोस्त समझ के आपको सच्ची बात ही बता रहा हूँ मामी अब ब्लश करने लगी थी मामी बोली तुम्हे मुझ मे क्या अच्छा लगता है

मैं समझने लगा था कि वो अब लाइन पे आने लगी है तो मैने अपना हाथ उनकी रज़ाई मे घुमाया और उनकी छातियो पे रख दिया और उन्हे थोड़ा दबा दिया मामी की आह निकल गयी वो बोली ये क्या किया तुमने मैने कहा आपने ही तो पूछा था कि क्या अच्छा लगता है तो वो बोली बस ये ही अच्छी लगती है तो मैने कहा मुझे तो आप पूरी ही अच्छी लगती हो पर मेरी ऐसी किस्मत कहाँ कि आपको ठीक से देख सकूं मामी बोली रोज तो मुझे देखते हो मैने कहा हाँ पर उस तरह नही तो वो बोली खुल के बताओ तो मैने कहा नंगी.......................

मामी बोली तुम अपनी लाइन पार कर रहे हो

मैने कहा वो तो मैं पहले ही पार कर चुका हूँ मैने उन्हे कहा मामी प्लीज़ एक बार अपने इस बदन के दर्शन करवा दो ना जब से आपके कूल्हे उस दिन देखे थे मैं तो पागल हो रहा हूँ मामी बोली तुम चुंप हो जाओ वरना एक लगाउन्गि खीच के

मैने कहा एक क्या कई लगा लेना पर एक बार नंगी होके दिखा दो

मामी बोली तुम बहुत ही गंदे हो तभी मैने उनकी रज़ाई थोड़ी सर्काई और उनक बिस्तर मे घूंस गया मामी घबराते हुए बोली तुम यहाँ क्यो सो गये जाओ अपने बिस्तर मे जाओ मैने कहा थोड़ी देर मे चला जाउन्गा मुझे तो हर हॉल मे आज उन्हे चोदना ही था मैं फिर से उन्हे छेड़ने लगा मैने कहा मामी आप इतने इतने दिन कैसे अड्जस्ट कर लेते हो बताओं ना वो बोली मेरा अपने शरीर पे कंट्रोल है और अब इतनी उमर हो गयी है मैंखुद को संभाल सकती हूँ तो मैने कहा हाँ पर जब कोई आपके साथ एक ही बिस्तर मे हो और आपके साथ छेड़खानी करे तब भी

वो बोली हाँ तब भी

मैने कहा मैं नही मानता वो बोली तो मत मानो फिर कुछ देर खोमोशी रही मैने अपना हाथ उनके पेट पे रख दिया और उसे मसल्ने लगा मामी बोली क्या कर रहे हो मैने कहा कुछ भी तो नही ……………
 
मेरे मन मे एक उम्मीद जाग गयी थी कि बड़िमामी को चोदने मे कामयाब हो ही जाउन्गा रात अपने शबाब पे आ चुकी थी मैं खाना खाते ही सीधा चॉबारे मे चला गया था कोई आधे घाटे बाद मामी भी आ गयी जब मामी कुण्डी लगा रही थी तो उनकी पीठ मेरी ओर थी मैं खड़ा हुआ और उन्हे पीछे से पकड़ लिया मामी चोंक गयी और मुझसे अलग होने को बोली पर मैने पक्का सोच लिया था कि आज तो उनको चोद के ही मानूँगा मामी बोली,” छोड़ो!!!!!!!!!!!!!!!!!!!! मुझीईईईई कोई आ जाएगा तो ”

मैने कहा क्या मामी आप भी अभी कौन आएगा यहा पे और अपने हाथो से उनके उन्नत रसीले उभारों को भींचने लगा मामी लगातार छूटने की कोशिश कर रही थी पर आज मेरा पक्का निश्चय था तो मैने अपनी पकड़ और भी टाइट करदी मेरा लंड उनकी साड़ी से ही गान्ड मे घुसने को बेताब हो रहा था जिसकी तपिश उन्हे भी अपने चुतडो मे महसूस होने लगी थी

मामी बोली ये पाप है ऐसा मत करो

मैने कहा पाप-पुन्य कुछ नही होता आप मुझे बस एक चान्स तो देके देखो बस एक चान्स और उनके ब्लाउस के हूकों को एक ही झटके मे खींच दिया ब्लाउस फट के मेरे हाथो मे आ गया गुलाबी कलर की ब्रा मे क़ैद उनकी गौरी गौरी मस्ती से भारी चूचियो को देख के मेरा हाल बुरा हो गया मैं उन्हे ब्रा के उपर से ही भींचने लगा मामी बोली अब मान भी जाओ बस बहुत हो गया तो मैने कहा अभी तो सुरू भी नही हुआ और आप कहती हो मान भी जाओ मैने कहा मामी आज मत रोको जो होता है बस होने दो और उनकी गर्दन पे चूमने लगा जैसे ही मेरे होंठ उनकी गर्दन से टकराए मामी के बदन मे एक लहर दौड़ गयी मामी की आवाज़ कांप उठी मामी बोली प्लीज़ रुक जाओ तूमम्म्मममममममम पर मैं लगा रहा उनकी गरदन को चूमते चूमते उनके बोबो से खेले जा रहा था मामी मना तो कर रही थी पर अब उनके स्वर मे इतनी तीव्रता नही थी कोई पंद्रह मिनट तक मैं उनके बोबो को दबाता रहा फिर मैं अपने हाथो को पीछे ले गया और उनकी ब्रा के हुको को खोल दिया और ब्रा को हटा दिया अब नंगी छातिया नीचे को लटक पड़ी

मैं अब पूरी तरह से उनको सहलाने लग गया उनके निप्पल्स का तनाव सॉफ दिखने लगा था मामी ने अपनी आँखो को बंद कर लिया था अब मैं अपना हाथ नीचे की ओर ले गया ओर उनकी साड़ी के उपर से ही चूत को मसल्ने लगा मामी की सिसकी निकल गयी उन्होनी अपनी टाँगो को भींच लिया मैं मामी के कान मे बोला मामी अब मान भी जाओ ना कर भी दो मेरी इच्छा पूरी मामी कुछ नही बोली मैने उनकी साड़ी को उनके शरीर से अलग कर दिया अब बस पेटिकोट ही बचा था मैने उसके नाडे को पकड़ा ही था कि मामी बोली रुक जऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊओ म्म्म्म्माआआआआआआआआअत्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त करूऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊओ तो मैने कहा ओह कम ऑन मामी अब रुकने को मत बोलो और कुछ ही सेकेंड्स मे उनका पेटिकोट उनके पैरो मे पड़ा था मामी का हाहा कारी योवन मेरे सामने खुला पड़ा था बस चूत को गुलाबी कच्छि ने ढक रखा था मैने मामी को बाहों मे भर लिया और उनके लाल लाल होंठो को चुँसने लगा मामी भी कुछ हद तक गरम हो गयी थी मैं अपनी जीभ को उनके होंठो से रगड़ने लगा तभी उन्होने अपना मुँह खोल के मेरी जीभ को अपने मुँह मे ले लिया मैं असचर्यचकित हो गया


अब मैं उनके कुल्हो को दबाते हुए उनको किस कर रहा था बहुत ही लंबा किस चला उनके साथ कोई भी हटने को तैयार नही था मुझे तो बहुत ही मज़ा आ रहा था और उन्हे भी उनके नरम नरम होन्ट मेरे होंठो से चिपके पड़े थे मैं तो जैसे उनमे खो गया था पता ही नही कब तक उनके होंठो का रस्पान करता रहा उन्होने भी हटने की कोई कोशिश नही की थी जब मेरी साँस हद से बेकाबू हो गयी तब मैने मामी के होंठो को छोड़ा और अपने होंठो पे जीभ फेरी मैने कहा मामी तुम तो बड़ी ही रसीली निकली क्या स्वादिष्ट होंठ है आपके मामी अपनी तारीफ सुनके खुश हो गयी अब उनकी शरम भी थोड़ी हद तक गायब हो गयी थी मैने अपने कपड़े उतारने शुरू किए और पूरा नंगा हो गया
 
मेरा लंड जो कपड़ो की क़ैद से छटपटाने को बेताब हो रहा था वो बाहर ताजी हवा पाते ही मचलने लगा मामी की आँखे मेरे लंड पे जम गयी मैं कहा अच्छी तरह से देखलो इसे अब ये ही आपकी हर अधूरी हसरत को पूरा करेगा मैं उनके पास गया और फिर से उन्हे किस करने लगा मेरा लंड उनकी चूत पे चुंभने लगा अगर बीच मे कच्छि नही होती तो अब तक वो चूत मे घुस चुका होता मुझे कोई भी जल्दबाज़ी नही थी मेरा प्लान था कि मामी को ऐसे चोदु कि वो पूरी तरह मेरी गुलाम बन जाए उन्हे मेरा चस्का लग जाए मैं अपने प्लान के अनुरूप ही स्टेप बाइ स्टेप जा रहा था मामी की चूचिया मेरे सीने मे घुसने को हो रही थी

एक बहुत ही बेहतरीन चुंबन के बाद मैने उन्हे बेड पे लिटा दिया और खुद भी उनके पास आ गया मैं अपनी उंगलिया मामी के होंठो पे फिरते हुए बोला मामी कैसा लगा पर मामी ने संकोच के कारण कोई जवाब नही दिया मैं मामी की साइड मे लेट चुका था तभी मैने उनकी चूची को अपने मुँह मे भर लिया और अपने हाथ से उनकी मांसल टाँगो को सहलाने लगा बहुत ही गौरी और चिकनी टांगे जैसे उनपे मलाई की मालिश की गयी हो मेरा हाथ बार बार उनपे फिसलने लगा उनकी चूची बहुत ही मुश्किल से मैं मुँह मे ले पा रहा था मामी पे भी अब कामदेव के तीर का असर होने लगा था मामी की गदराई जवानी के सागर मे आज मैं डुबकी लगाने वाला था उनकी चूची मेरे थूक से सन चुकी थी मैने उसे बाहर निकाला और दूसरी वाली को चूसने लगा मामी की आहे निकलने लगी थी कई देर तक ऐसे ही चलता रहा आहिस्ता आहिस्ता उनके अंदर काम वासना फूटने लगी थी अब मैं हटा और उनकी टाँगो के बीच आके बैठ गया मैने उनके पैर को अपने हाथो मे थामा और उसे चूमने लगा मेरी जीभ उनकी नरम नाज़ुक पिंडली पे फिसले जा रही थी मैं आज बिल्कुल ही अलग मूड मे था धीरे धीरे मैं उनको चूमते चूमते उनकी मोटी मोटी जाँघो की ओर बढ़ चला बहुत ही सॉफ्ट थी वो उनको किस करते हुए बीच बीच मे मैं अपने दाँत भी उनकी जाँघॉमे गढ़ा देता था मामी की गौरी जाँघो पे मेरे काटे के निशान पड़ गये थे मामी उछलने मचलने लगी थी मैं उनकी जाँघो को अपने थूक से गीला करते हुए और उपर की तरफ बढ़ने लगा और फिर वो पल भी आया जब मैने अपना मुँह उनकी कच्छि के उपर से उस जन्नत के दरवाजे पे रख दिया

मैने उनकी कच्छि पे गीला पन महसूस किया तो मेरा दिल उछलने लगा मैने अपने हाथ बढ़ाए और उनकी कच्छि की इलास्टिक को पकड़ लिया मामी ने अपने कुल्हो को थोड़ा सा उठा लिया और मैने झट से उस अंतिम वस्त्र को भी उनके शरीर से जुदा कर दिया अब वो जनमजात अवस्था मे मेरे सामने बेड पे पड़ी थी कुछ देर मैने उनकी कच्छि को सूँघा फिर उनकी टाँगो को फैला दिया उनकी चूत पे एक भी बाल नही था शायद आज ही उन्होने सॉफ किए होंगे काले रंग की फूली हुई चूत के होंठ मस्ती से खुल बंद हो रहे थे मैने उनकी टाँगो को अड्जस्ट किया और अपना मुँह उनकी रेशमी चूत पे लगा दिया जब मेरी गरम जीभ ने उनकी चूत के मस्ताने छोटे से दाने को छुआ तो उनको 440 वॉल्ट का झटका लगा और उनकी मुत्ठिया बेड की चादर पे कस गयी और उनके चूतड़ उपर की ओर उठ गये उनकी चूत का टेस्ट थोड़ा खट्टा सा था मन को भा गया उनकी चूत का वो स्वाद मैने उनकी चूत की फांको को अलग किया ना जाने कितने दिनो से उन्होने पुरुष स्पर्श प्राप्त नही किया था चूत बहुत ही गरम हो गयी थी

फांको को अलग अलग करने के बाद मैने चूत के अन्द्रूनि हिस्से को चाटना शुरू किया मामी पे मस्ती छाने लगी मामी बोली ऊहह हहाआआआआआआआआआआआआआआआआआहह क्य्ाआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआ कार्रर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्
र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर टेट्ट्ट्टीयीईयी हूऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊ
ऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊओ और अपनी जीभ को अपने दांतो तले दबाने लगी जब भी कोई औरत अपनी चूत को चुसवाती है तो ये उसकी जिंदगी का अनमोल पल होता है इन्ही लम्हो मे उसकी सारी शर्मो-हया दूर हो जाती है मेरी जीभ मामी की चूत पे अपना असर दिखाने लगी थी

मैं जीभ को गोल गोल घुमाते हुए उनकी पंखुड़ियो को चूमे जा रहा था फिर मैने मामी को उठाया और फर्श पे झुंकते हुए खड़ा कर दिया और उनके चतड़ो को चूमने लगा और चूत के दाने को अपने अंगूठे से कुरेदने लगा मामी की टाँगो की थिरकन बढ़ गयी थी मैने उनके चुतडो पे जगह जगह काटा बिल्कुल लाल हो गये उनके चूतड़ अब मैने उन्हे सीधा किया और उनकी टाँगो मे अपना सर डाल के बैठ गया और पूरे उत्साह से चूत चुसाइ करने लगा मामी ने मेरे सर को अपनी टाँगो मे दबा लिया और उन स्वर्णिम पॅलो का आनंद लेने लगी मामी की उत्तेजित सांसो की आवाज़ मेरा जोश और भी बढ़ा रही थी चूत से अब रस छूटना शुरू हो गया था मैने अपने दाँत उनके दाने पे गढ़ा दिए मामी मस्ती के शिखर की ओर बढ़ चली थी
 
उनकी चूत से रिस्ते चिप चिपे पानी से मेरे होंठ भीग रहे थे मैं अपनी जीभसे उनके पूरे योनि प्रदेश को नाप रहा था मामी की कोमल उंगलियाँ मेरे बालो को सहला रही था 15-20 मिनट तक निरंतर ये सब चलता रहा फिर मामी की चूत ने उनकी हसरतो का साथ छोड़ दिया और वो झड़ने लगी उनका बहता हुआ अनमोल रस मेरे होंठो से होता हुआ नीचे टपकने लगा इतना पानी मैने आज तक किसी भी औरत का नही देखा था शायद कई दिन मे झड़ने के कारण और वो थी भी तो बहुत ही जाबरदस्त माल बिल्कुल 24 करेट खरा सोना उनके झड़ने के बाद भी मैं चूत को चुंस्ता ही रहा फिर उन्होने मेरा मुँह अपनी चूत से हटाया और पास रखे जग से पानी पीने लगी फिर वो बेड पे लेट गयी मैने अपना लंड उनके हाथ मे दे दिया वो बोली मनोगे नही तुम मैने कहा आपका तो हो गया इस बेचारे का भी कुछ ख्याल करो मामी ने लंड की चमड़ी को हटाया और मेरे सुपाडे को निहारने लगी कुछ देर तक वो ऐसे ही देखती रही फिर उन्होने अपने हाथ को लंड आगे पीछे करना शुरू किया और मेरी मुट्ठी मारने लगी लंड की सारी नसो मे जोश भर गया थोड़ी देर तक वो मेरे लंड से खेलती रही फिर मैने उनकी टाँगो को पकड़ा और शेप मे करते हुए अपने लंड को उनकी चूत के सामने रख दिया मामी मेरी आँखो मे देख रही थी मुझे बहुत ही खुशी हो रही थी आज एक किले को और भेदने वाला था मैं

मैने उनके चुतडो को थोड़ा नीचे की ओर खिसकाया और अपना लंड उनकी चूत पे रख दिया एक हल्के से झटके से मेरा सुपाडा मामी की चूत पे किस करता हुआ अंदर घुस गया मामी की आँखे मस्ती के बोझ से मूंद गयी जैसे ही लंड ने चूत को टच किया वो अपनी औकात मे आ गया और एक ऑर धक्के के साथ आधा लंड मामी के अंदर था मैं कुछ देर उसे वही से अंदर बाहर करता रहा तो मामी ने अपनी आँखो को खोला और मेरी ओर सवालिया निगाहों से देखने लगी पर मैं रुका ही रहा तो उन्होने अपने चुतडो को थोड़ा सा हिला के इशारा किया मैने हँसते हुए एक झटका और मारा और पूरा लंड उनके अंदर उतार दिया मामी की टाँगो को पकड़ट हुए अब मैने अपनी कमर को उचकाना शुरू किया मामी आआआअहह आआआआआआहह करने लगी बहुत ही धीमी धीमी आवाज़ मे चूत की फांको ने लंड को अपने मे कस लिया था लंड चूत की चिकनी दीवारो पे फिसले जा रहा था मामी को ऐसे ही चोदे जा रहा था फुन्च फुन्च की आवाज़ आ रही थी

लंड भी अच्छे से सेट हो चुका था तो मैने उनकी टाँगो को नीचे किया और पूरी तरह से उनके उपर छा गया मैने अपने मुँह को आगे करते हुए उनके चेहरे की तरफ बढ़ाया तो उन्होने भी स्वागत करते हुए अपना मुँह खोल दिया मैने उनके निचले होंठ को अपने मुँह मे भर लिया और लगा चूमने नीचे मेरा लंड सरपट सरपट उन्ही चोदे जा रहा था मामी ही हर मस्ती से भरी आह उनकी सांसो के साथ मेरे मुँहमे घूमने लगी वक़्त गुजरने के साथ साथ मेरी स्पीड भी अब बढ़ने लगी थी मामी पूरी तरह मेरे रंग मे रंग चूँकि थी मस्ती का महॉल से पूरा कमरा महक उठा था गरमा गरम चुदाई चल रही थी मैने अपने होंठ हटाए और उनके सुडोल कंधो को चूमने लगा मामी ने अपने दोनो हाथो को मेरी पीठ पे कस लिया और अपने कुल्हो को उचकते हुए मेरा साथ देने लगी मामी की चूत से बहुत ही ज़्यादा पानी बह रहा था जिस से मेरा लंड बार बार फिसल रहा था मेरे हर धक्के का जवाब वो अपनी गान्ड हिला हिला के दे रही थी मामी का चुदाई का अनुभव तो बहुत ही ज़्यादा था

इस बार उन्होने मेरे होंठो को पकड़ लिया और अपने अंदर की जंगली औरत के रूप का दर्शन मुझे करवाने लगी उन्होने पलटी मारी अब वो मेरे उपर आ गयी थी उन्होने अपने हाथ मेरी चेस्ट पे रखे और लंड पे कूदने लगी लंड जड़ तक चूत मे समाए जा र्हा था उनके मुलायम हाथ मेरी चेस्ट को सहलाए जा रहे थे मैने अपनी आँखो को बंद कर लिया और बस उनके स्पर्श को फील करने लगा काफ़ी देर तक वो अपनी कमर को हिलाते हुए मेरे लंड पे उछल कूद मचती रही फिर वो मुझसे कस के चिपक गयी मैं समझ गया कि वो झाड़ रही है मैने उनकी कमर को थामा और नीचे से धक्के लगाने लगा उनका चरम सुख को पाने का मज़ा और भी बढ़ गया था मामी ने अपने मज़े के सफ़र को पूरा कर लिया था अब एक बार फिर से मैं उनके उपर चढ़ गया था अब मैने उनकी तूफ़ानी चुदाई शुरू की

मेरे हर धक्के पे वो आहे भर रही थी कोई 20-22 तेज शॉटो के बाद मेरा टाइम भी हो गया मेरे लंड ने उनकी चूत को गीला करना शुरू कर दिया गरम पानी की फुहारो को वो अपनी चोट मे महसूस करने लगी उनके चेहरी पे जमाने भर की खुशी छा गयी थी लंड से निकलती हर एक छोटी से छोटी बूँद को उनकी चूत ने अपने मे सोख लिया था थोड़ी देर बाद मेरा मुरझाया हुआ लंड मामी की चूत से निकला लंड पे उनके कामरस की एक सफेद सी पतली परत बन गयी थी मैं उनकी बगल मे लेट गया मामी मुझसे सट गयी मैने उनके चेहरे को उपर किया और पूछा मामी अब बताओ मज़ा आया कि नही तो उन्होने शरमाते हुए अपनी गर्दन से हाँ का इशारा किया मामी मेरे सीने पे अपने हाथ चलाने लगी मामी बोली तू तो बड़ा माहिर निकला तेरा छोटू तो बड़ा ही दमदार है अब समझी कौशल्या तेरे आगे पीछे क्यों घूमती रहती है
 
Back
Top