hotaks444
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फटा फट फ्रेश हुआ नाहया धोया और घर के बाहर बैठ गया मेरा मान कौशल्या की तरफ भटक रहा था तभी मामी ने नाश्ते के लिए बुला लिया नाश्ता करने के बाद मैने कहा मामी मैं कौशल्या मामी के यहाँ जा रहा हूँ दोपहर तक आ जाउन्गा तो मामी मुझे घूरते हुए बोली क्या बात है पिछली बार भी तुम उनके ही यहाँ से वापिस चले गये थे और अब भी उन्ही की तरफ भाग रहे हो मैं सकपका गया मैने कहा ऐसी कोई बात नही है बस ऐसे ही तो वो बोली हाँ घूम आओ मैं तो ऐसे ही कह रही थी मैं भर आया और घूमते घूमते कौशल्या के दरवाजे पे पहुँच गया मामा घर पे ही थे मुझे देखते ही कौशल्या के चेहरे पे एक गहरी मुस्कान आ गयी जिसका अर्थ बस मैं ही जानता था
मामी बोली नाश्ता लगा दूं क्या तो मैं बोला नही मैं नाश्ता करके आया हूँ मैं उनसे बाते करने लगा तभी मामा बोले कि तुम लोग बातें करो मैं सहर जा रहा हूँ गॅस का कनेक्षन सिंगल से डबल करवाना है और पेंडिंग वाला सिलिंडर भी लेके आना है कुछ देर बाद चले गये मामी ने गेट बंद किया और सीधा आके मेरी गोदी मे बैठ गयी और अपने लाल लाल होंठो को मेरे होंठो से जोड़ दिया उनके नरम नरम पतले होंठ बहुत ही रसीले थे मैने जी भर के उनका रस पिया मामी बोली क्या बताऊ तुम्हारे जाने के बाद बस तुम्हे याद करके चूत मे उंगली करके ही गुज़ारा किया है अभी तुम्हारे मामा आए तो कुछ चैन मिला पर मेरी आग तो अब तुम्ही ठंडी करोगे और दुबारा किस करने लगी मैं भी उत्तेजित होने लगा था
मैने उन्हे गोदी से उतारा और अपनी पेंट की चैन खोल के लंड को बाहर निकाल लिया लंड देखते ही कौशल्या की आँखे चमक उठी उन्होने तुरंत ही मेरे लंड को अपने मुँह मे क़ैद कर लिया और किसी आइस क्रीम की तरह उसे चुँसने लगी उनके चेहरे की खुशी देख के लग रहा था कि कई जन्मो के प्यासे को आज पानी मिला हो बड़ी ही अदा से वो मेरा लंड चुँसने लगी थी धीरे धीरे करते हुए उन्होने मेरा पूरा लंड अपने मुँह मे डाल लिया था थूक उनके होंठो से टपकते हुए नीचे गिरने लगा था उनकी आँख वासना से चमकने लगी थी पूरे दस मिनट तक लंड चूसने के बाद मैने उन्हे अपने लंड से हटाया और उनके कपड़े उतारने लगा तो उन्होने मेरा हाथ पकड़ लिया और बोली प्लीज़ कपड़े ना उतारो वो क्या है दिन का टाइम है कोई भी आ सकता है मैने उनकी बात मान ली और उनकी साड़ी मे हाथ डालते हुए उनकी काले रंग की कच्छि को उनके कुल्हो से खींच के निकाल लिया अब साड़ी के अंदर वो नंगी ही थी
मैने उन्हे सोफे पे ही घोड़ी बनाया और उनकी साड़ी को कमर तक उचा उठा दिया काले काले बालो से भरी उस प्यारी चूत को मैं कई दिनो बाद देख रहा था मैने गौर किया कि मामी की गान्ड का साइज़ कुछ बढ़ गया था मैने पूछा मामी गान्ड तो मोटी हो गयी है तुम्हारी कही किसी ओर से तो नही चुदवाने लगी हो तो वो बोली नही बस तेरे मामा के बाद तुझे ही दी है किसी और से चुदवा तो लू पर इज़्ज़त का डर है कही बदनामी हो गयी तो ग्रहस्ती उजड़ जाएगी वो बोली अभी सर्दिया मे ज़्यादा घी खाने से थोड़ी मोटी हो गयी हूँ और कुछ बात नही है मैने कहा मैं तो बस ऐसे ही पूछ रहा था और मामी की चूत की फांको पे अपनी उंगली फेरने लगा कौशल्या के चूतड़ थिरकने लगे थे अब मैं उनकी चूत मे उंगली करने लगा मामी आहे भरने लगी
मामी बोली नाश्ता लगा दूं क्या तो मैं बोला नही मैं नाश्ता करके आया हूँ मैं उनसे बाते करने लगा तभी मामा बोले कि तुम लोग बातें करो मैं सहर जा रहा हूँ गॅस का कनेक्षन सिंगल से डबल करवाना है और पेंडिंग वाला सिलिंडर भी लेके आना है कुछ देर बाद चले गये मामी ने गेट बंद किया और सीधा आके मेरी गोदी मे बैठ गयी और अपने लाल लाल होंठो को मेरे होंठो से जोड़ दिया उनके नरम नरम पतले होंठ बहुत ही रसीले थे मैने जी भर के उनका रस पिया मामी बोली क्या बताऊ तुम्हारे जाने के बाद बस तुम्हे याद करके चूत मे उंगली करके ही गुज़ारा किया है अभी तुम्हारे मामा आए तो कुछ चैन मिला पर मेरी आग तो अब तुम्ही ठंडी करोगे और दुबारा किस करने लगी मैं भी उत्तेजित होने लगा था
मैने उन्हे गोदी से उतारा और अपनी पेंट की चैन खोल के लंड को बाहर निकाल लिया लंड देखते ही कौशल्या की आँखे चमक उठी उन्होने तुरंत ही मेरे लंड को अपने मुँह मे क़ैद कर लिया और किसी आइस क्रीम की तरह उसे चुँसने लगी उनके चेहरे की खुशी देख के लग रहा था कि कई जन्मो के प्यासे को आज पानी मिला हो बड़ी ही अदा से वो मेरा लंड चुँसने लगी थी धीरे धीरे करते हुए उन्होने मेरा पूरा लंड अपने मुँह मे डाल लिया था थूक उनके होंठो से टपकते हुए नीचे गिरने लगा था उनकी आँख वासना से चमकने लगी थी पूरे दस मिनट तक लंड चूसने के बाद मैने उन्हे अपने लंड से हटाया और उनके कपड़े उतारने लगा तो उन्होने मेरा हाथ पकड़ लिया और बोली प्लीज़ कपड़े ना उतारो वो क्या है दिन का टाइम है कोई भी आ सकता है मैने उनकी बात मान ली और उनकी साड़ी मे हाथ डालते हुए उनकी काले रंग की कच्छि को उनके कुल्हो से खींच के निकाल लिया अब साड़ी के अंदर वो नंगी ही थी
मैने उन्हे सोफे पे ही घोड़ी बनाया और उनकी साड़ी को कमर तक उचा उठा दिया काले काले बालो से भरी उस प्यारी चूत को मैं कई दिनो बाद देख रहा था मैने गौर किया कि मामी की गान्ड का साइज़ कुछ बढ़ गया था मैने पूछा मामी गान्ड तो मोटी हो गयी है तुम्हारी कही किसी ओर से तो नही चुदवाने लगी हो तो वो बोली नही बस तेरे मामा के बाद तुझे ही दी है किसी और से चुदवा तो लू पर इज़्ज़त का डर है कही बदनामी हो गयी तो ग्रहस्ती उजड़ जाएगी वो बोली अभी सर्दिया मे ज़्यादा घी खाने से थोड़ी मोटी हो गयी हूँ और कुछ बात नही है मैने कहा मैं तो बस ऐसे ही पूछ रहा था और मामी की चूत की फांको पे अपनी उंगली फेरने लगा कौशल्या के चूतड़ थिरकने लगे थे अब मैं उनकी चूत मे उंगली करने लगा मामी आहे भरने लगी