hotaks444
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आज सबसे पहले मुझे दीप्ति के दर्शन हुए उसने मुझे देखते ही अपना सवाल दाग दिया बोली क्या खिचड़ी पकाई तूने उर्वशी के साथ मैने कहा कुछ नही तुझे कॉन बोला तो वो बोली कल मामी कह रही थी कि तेरी और उर्वशी की जोड़ी अच्छी लगेगी मैने कहा अरे मम्मी तो कुछ भी बोलती रहती है और वो तो बस दोस्त है मेरे पिछली कुछ टाइम से जानता हू उसको बस इतनी सी बात हाँ वो बोली देख ले कही मेरे मंडप मे ही तुम्हारे फेरे ना हो जाए
मैने कहाँ यार सब घरवालों को पता नही क्या हो गया है सब हाथ धोकर पीछे पड़ गये है और सबको पता भी है कि मैं लव मॅरेज करूँगा फिर भी सब कैसे बिहेव कर रहे है दीप्ति चुटकी लेते हुए बोली ओये होये लव मॅरेज बताओ ज़रा कॉन है वो जिसने हमारे भाई का दिल चुरा लिया मैने कहा जब वो दुल्हन बनकर आएगी तो मिल लेना
फिर मैने एक चाइ पी एयेए शादी थी तो दिन बड़ा ही व्यस्त होने वाला था तो बस काम काम बस काम ही चलता रहा शाम तक सब तैयारिया हो गयी थी अब शादी थी तो रोनक तो होनी ही थी जब मेरी नज़र जाटनी पर पड़ी तो कसम से मैं तो बिन पिए ही झूम गया सुनहरी साड़ी मे क्या मस्त लग रही थी और उपर से क्या गजब का मेक अप मैने उसे इशारे से बताया कि बड़ी कॅटटो लग रही हो वो मेरे पास आई और बोली इतनी अच्छी लग रही हूँ तो कर लेना शादी घरवालो का खर्चा भी बच जाएगा
उसका ये बोल्ड अंदाज मुझे बड़ा भाता था खैर मैं कुछ बातों का ज़िक्र नही करूँगा वरना आप लोग कहोगे कि बोर करता है तो मैं सीधा फेरो पर आता हू फेरे चल रहे थे हम लोग मंडप के पास ही बैठे थे उर्वशी ने मुझे मेसेज किया और बोली पिछली गली मे आना थोड़ी देर मे तो मैने कहा ओके और फिर 15 मिनिट बाद हम दोनो वहाँ पर थे
वो मेरे सीने से लग गयी और बोली काश एक दिन मैं तेरी दुल्हनिया बनती मैने कहा जो हो नही सकता उसके बारे मे सोचना क्या उसने दो पल मेरी आँखो मे देखा और फिर अपने चेहरे को थोड़ा आगे करते हुए मेरे और करीब आई और फिर उसके थरथराते होठ मेरे लबों से छू गये कुछ पलों के लिए फिर कुछ ना याद रहा जब हम अलग हुए तो साँसे बुरी तरह से चरमरा गयी थी और कुछ ज़ज्बात उमड़ गये थे
मैने कहा यार तू इसतरह से ना चिपका कर डर लगता है कि कही मैं अपना कंट्रोल ना खो दूं वो बोली तो आना रोका किसने है मैने कहा सही समय आने पर दूँगा इस बात का जवाब तो वो बोली और वो सही समय कब आएगा मैने कहा कभी ना कभी तो आएगा ही वो मुझसे चिपकी खड़ी थी थोड़ी देर बाद उसने फिर से किस करना शुरू कर दिया अब मना भी तो नही कर सकता था उसको खैर, तो दीप्ति की विदाई हो गयी माहौल थोड़ा सा गमगीन सा हो गया था मैने वही टेंट मे दो टेबल जोड़ी और अपना बिस्तर वही पर लगा दिया सोचा कि थोड़ी देर सो ही लूँ तो ठीक रहेगा पर अपनी ऐसी तकदीर कहाँ थी बस लेटा ही था कि प्रिया जी आ टपकी और बोली आज कल कुछ ज़्यादा ही उड़ रहे हो भाई मैने कहा यार सोने दे ना क्यो मेरा दिमाग़ खराब कर रही है उसने मुझे कॉफी का मग पकड़ाया और पास रखी कुर्सी पर बैठ गयी और बोली कि उर्वशी सबसे कहती फिर रही है कि वो आपकी गर्लफ्रेंड है मैने कहा है तो उसमे क्या है
वो बोली भाई कब से चला आपका चक्कर मैने कहा एक मिनिट तू क्या सोच रही है डियर, ऐसा कुछ नही है बस दोस्त है तुझे बताया तो था ना वो बोली ना मैं ना मानती मैने कहा अच्छा ज़रा एक मिनिट रुक मैने उर्वशी को बुलाया अब वहाँ पर हम तीन लोग थे मैने उसका कान पकड़ा और कहा कि कमिनि तू क्या कह रही है सबको वो मुझे टीज़ करते हुवे बोली तो क्या ग़लत कहा मैने
मैं बोला ना रे इतनी बड़ी दुनिया मे तू ही है एक जो बस सच बोलती है तेरा मेरा चक्कर कब चला तो वो बोली फोजी अब तू मुकरे तो मुकर जा मैं तो झूठ ना बोलू और तू जो कहे तो प्रिया नै देहरादून की हर एक बात विस्तार से बता दयू मैने कहा प्रिया तू इसकी किसी भी बात पर विश्वास ना करियो ये एक नंबर की झूठी है तभी उर्वशी को उसकी मम्मी ने बुलाया तो वो चली गयी
मैनेकहा जान छूटी, पर प्रिया अपनी आँखो को गोल गोल घूमाते हुए मेरा मूह ताक रही थी मैने कहा क्या तो वो बोली कुछ नही मैने कहा तो जाना और मुझे सोने दे कुछ बडबडाते हुए वो भी चली गयी और मैने आँखे मींच ली आँख खुली तो देखा कि दिन चढ़ आया था टेंट वाला लड़का बोला भैया कब से आपको जगा रहे है आप उठ ही नही रहे हमें टेबल ले जानी है मैने कहा ले जा भाई
रगड़ रगड़ कर नहाने के बाद भी खुमारी नही उतरी थी हॅंगओवर सा लग रहा था मैने फिर कुछ गिलास लस्सी पी तो जी शांति मे आया तभी बुआ के दीदार हुवे उन्होने पूछा कि खाना खाया मैने कहा नही अभी तक नही खाया वो दो तीन दिन से ज़्यादा मसाले का खाना खा रहा हू तो मन सा भर गया है कुछ सिंपल सी दाल मिल जाती तो ठीक रहता तभी उर्वशी चुटकी लेते हुए बोली हाँ अब फोजी तो बेचारा उधर दाल ही ख़ाता है तो इसको दाल ही भायगी मैं बस मुस्कुरा कर ही रह गया
बुआ बोली ठीक है मैं तेरे लिए दाल ही बना देती हू तो उर्वशी बोली आप रहने दो मैं बना देती हू वैसे भी मेरे हाथो का खाना ये उंगलिया चाट चाट कर ख़ाता है तो बुआ हंस पड़ी और बोली हाँ अब आगे आगे इसे तेरे हाथ का खाना ही तो खाना है मैने कहा क्या बोली बुआ आप तो बुआ बोली कुछ नही पगले और चली गयी तभी मम्मी आ गई और बोली अरे कहाँ है तू
कब से खोज रही हूँ तुझे मैने कहा जी कहिए तो वो बोली क्या कहिए तुझे तो अपनी मम्मी की कोई चिंता ही नही है मैने कहा ऐसा क्यो कहती हो वो बोली जिस माँ का जवान बेटा हो उसको तो फिकर ही होगी ना देख मैं सीधे सीधे तुझसे बात करती हूँ मुझे वो क्या नाम है उसका हम उर्वाहसीईईईई बहुत अच्छी लगी और पता चला है कि तू उसको पहले से ही जानता है तो तू कहे तो उस से तेरे रिश्ते की बाद चलाऊ
मैने कहाँ यार सब घरवालों को पता नही क्या हो गया है सब हाथ धोकर पीछे पड़ गये है और सबको पता भी है कि मैं लव मॅरेज करूँगा फिर भी सब कैसे बिहेव कर रहे है दीप्ति चुटकी लेते हुए बोली ओये होये लव मॅरेज बताओ ज़रा कॉन है वो जिसने हमारे भाई का दिल चुरा लिया मैने कहा जब वो दुल्हन बनकर आएगी तो मिल लेना
फिर मैने एक चाइ पी एयेए शादी थी तो दिन बड़ा ही व्यस्त होने वाला था तो बस काम काम बस काम ही चलता रहा शाम तक सब तैयारिया हो गयी थी अब शादी थी तो रोनक तो होनी ही थी जब मेरी नज़र जाटनी पर पड़ी तो कसम से मैं तो बिन पिए ही झूम गया सुनहरी साड़ी मे क्या मस्त लग रही थी और उपर से क्या गजब का मेक अप मैने उसे इशारे से बताया कि बड़ी कॅटटो लग रही हो वो मेरे पास आई और बोली इतनी अच्छी लग रही हूँ तो कर लेना शादी घरवालो का खर्चा भी बच जाएगा
उसका ये बोल्ड अंदाज मुझे बड़ा भाता था खैर मैं कुछ बातों का ज़िक्र नही करूँगा वरना आप लोग कहोगे कि बोर करता है तो मैं सीधा फेरो पर आता हू फेरे चल रहे थे हम लोग मंडप के पास ही बैठे थे उर्वशी ने मुझे मेसेज किया और बोली पिछली गली मे आना थोड़ी देर मे तो मैने कहा ओके और फिर 15 मिनिट बाद हम दोनो वहाँ पर थे
वो मेरे सीने से लग गयी और बोली काश एक दिन मैं तेरी दुल्हनिया बनती मैने कहा जो हो नही सकता उसके बारे मे सोचना क्या उसने दो पल मेरी आँखो मे देखा और फिर अपने चेहरे को थोड़ा आगे करते हुए मेरे और करीब आई और फिर उसके थरथराते होठ मेरे लबों से छू गये कुछ पलों के लिए फिर कुछ ना याद रहा जब हम अलग हुए तो साँसे बुरी तरह से चरमरा गयी थी और कुछ ज़ज्बात उमड़ गये थे
मैने कहा यार तू इसतरह से ना चिपका कर डर लगता है कि कही मैं अपना कंट्रोल ना खो दूं वो बोली तो आना रोका किसने है मैने कहा सही समय आने पर दूँगा इस बात का जवाब तो वो बोली और वो सही समय कब आएगा मैने कहा कभी ना कभी तो आएगा ही वो मुझसे चिपकी खड़ी थी थोड़ी देर बाद उसने फिर से किस करना शुरू कर दिया अब मना भी तो नही कर सकता था उसको खैर, तो दीप्ति की विदाई हो गयी माहौल थोड़ा सा गमगीन सा हो गया था मैने वही टेंट मे दो टेबल जोड़ी और अपना बिस्तर वही पर लगा दिया सोचा कि थोड़ी देर सो ही लूँ तो ठीक रहेगा पर अपनी ऐसी तकदीर कहाँ थी बस लेटा ही था कि प्रिया जी आ टपकी और बोली आज कल कुछ ज़्यादा ही उड़ रहे हो भाई मैने कहा यार सोने दे ना क्यो मेरा दिमाग़ खराब कर रही है उसने मुझे कॉफी का मग पकड़ाया और पास रखी कुर्सी पर बैठ गयी और बोली कि उर्वशी सबसे कहती फिर रही है कि वो आपकी गर्लफ्रेंड है मैने कहा है तो उसमे क्या है
वो बोली भाई कब से चला आपका चक्कर मैने कहा एक मिनिट तू क्या सोच रही है डियर, ऐसा कुछ नही है बस दोस्त है तुझे बताया तो था ना वो बोली ना मैं ना मानती मैने कहा अच्छा ज़रा एक मिनिट रुक मैने उर्वशी को बुलाया अब वहाँ पर हम तीन लोग थे मैने उसका कान पकड़ा और कहा कि कमिनि तू क्या कह रही है सबको वो मुझे टीज़ करते हुवे बोली तो क्या ग़लत कहा मैने
मैं बोला ना रे इतनी बड़ी दुनिया मे तू ही है एक जो बस सच बोलती है तेरा मेरा चक्कर कब चला तो वो बोली फोजी अब तू मुकरे तो मुकर जा मैं तो झूठ ना बोलू और तू जो कहे तो प्रिया नै देहरादून की हर एक बात विस्तार से बता दयू मैने कहा प्रिया तू इसकी किसी भी बात पर विश्वास ना करियो ये एक नंबर की झूठी है तभी उर्वशी को उसकी मम्मी ने बुलाया तो वो चली गयी
मैनेकहा जान छूटी, पर प्रिया अपनी आँखो को गोल गोल घूमाते हुए मेरा मूह ताक रही थी मैने कहा क्या तो वो बोली कुछ नही मैने कहा तो जाना और मुझे सोने दे कुछ बडबडाते हुए वो भी चली गयी और मैने आँखे मींच ली आँख खुली तो देखा कि दिन चढ़ आया था टेंट वाला लड़का बोला भैया कब से आपको जगा रहे है आप उठ ही नही रहे हमें टेबल ले जानी है मैने कहा ले जा भाई
रगड़ रगड़ कर नहाने के बाद भी खुमारी नही उतरी थी हॅंगओवर सा लग रहा था मैने फिर कुछ गिलास लस्सी पी तो जी शांति मे आया तभी बुआ के दीदार हुवे उन्होने पूछा कि खाना खाया मैने कहा नही अभी तक नही खाया वो दो तीन दिन से ज़्यादा मसाले का खाना खा रहा हू तो मन सा भर गया है कुछ सिंपल सी दाल मिल जाती तो ठीक रहता तभी उर्वशी चुटकी लेते हुए बोली हाँ अब फोजी तो बेचारा उधर दाल ही ख़ाता है तो इसको दाल ही भायगी मैं बस मुस्कुरा कर ही रह गया
बुआ बोली ठीक है मैं तेरे लिए दाल ही बना देती हू तो उर्वशी बोली आप रहने दो मैं बना देती हू वैसे भी मेरे हाथो का खाना ये उंगलिया चाट चाट कर ख़ाता है तो बुआ हंस पड़ी और बोली हाँ अब आगे आगे इसे तेरे हाथ का खाना ही तो खाना है मैने कहा क्या बोली बुआ आप तो बुआ बोली कुछ नही पगले और चली गयी तभी मम्मी आ गई और बोली अरे कहाँ है तू
कब से खोज रही हूँ तुझे मैने कहा जी कहिए तो वो बोली क्या कहिए तुझे तो अपनी मम्मी की कोई चिंता ही नही है मैने कहा ऐसा क्यो कहती हो वो बोली जिस माँ का जवान बेटा हो उसको तो फिकर ही होगी ना देख मैं सीधे सीधे तुझसे बात करती हूँ मुझे वो क्या नाम है उसका हम उर्वाहसीईईईई बहुत अच्छी लगी और पता चला है कि तू उसको पहले से ही जानता है तो तू कहे तो उस से तेरे रिश्ते की बाद चलाऊ