hotaks444
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कोई आधे घंटे तक हम एक दूसरे से चिपके पड़े रहे फिर वो उठी और बोली कि मैं अभी आती हू पेशाब करके तो मैने कहा की अंदर ही कर्लो बाहर बारिश मे कहाँ जोआगी तो वो बोली तेरे सामने शर्म आएगी तो मैने कहा अभी लंड ले लिया जब शरम नही आई तो वो हँसने लगी और दरवाजे के पास बैठ गयी उनकी चूत से पानी की एक मोटी धार निकली और धरती पे गिरने लगी सीन बहुत ही प्यारा था पेशाब करने के बाद उन्होने एक डिब्बे मे पानी भरा और चूत को धोने लगी अरे वाह मेरे मूह से निकल गया अब वो फिर से मेरा साथ लेट गयी थी मैने उसकी गान्ड को मसल्ते हुए पूछा कि तू तो कई लोगो से चुदि होगी
तो वो बोली अब तो याद भी नही आता कि कितने लंडो का पानी पी चुकी हू अब पहले वाली बात नही रही उमर भी हो चुकी हैं तो मैने कहा पर तुम तो अभी भी गरम माल हो ये सुन के वो शर्मा गयी औरत अपनी तारीफ की बहुत भूखी होती हैं मैं उठा और बाहर की तरफ आया तो देखा बेरिश की रफ़्तार कुछ कम हो गयी थी पर बरस अभी भी रही थी मैने मटके से पानी पिया और अंदर गया तो देखा कि काकी अपनी चूत पे हाथ फेर रही थी मुझे देख के उनसे बड़े ही बेशरम भाव से चूत मे उंगली सरका दी मैं खाट के पास खड़ा हो गया और उसे कहा कि लंड चुसेगी तो वो बोली हाँ क्यों नही और खाट पे बैठ गयी उसने मेरी एक गोली को अपने मूह मे भर लिया और उसपे जीभ फेरने लगी
मैं बहुत खुश होगया मैने कहा शाबाश बिम्ला बहुत अच्छे फिर उसने ऐसे ही दूसरी के साथ किया अब वो थोड़ा उपर की ओर बढ़ी और मेरे लंड को अपने मूह मे लेके चूसने लगी लंड झट से तन गया था मैने कहा तू तो बहुत ही अच्छा लंड चुस्ती है कहाँ से सीखा तो वो बोली लाला जितनी तेरी उमर हैं उस से ज़्यादा सालो से इस खेल को खेल रही हू और तू मुझे सिखा रहा हैं मैने उसके सर को अपने लंड पे दबाना शुरू कर दिया वो लपा लॅप लंड चूसे ही जा रही थी थूक उसके मूह से उसकी चूचियों पे गिर रहा था तभी वो बोली लाला आज तो तेरे गन्ने का रस पियूंगी तो मैने कहा रस भी पिला दूँगा पर पहले मैं तेरी इस मोटी गान्ड को चोदुन्गा
तो वो बोली ठीक हैं और खाट पे घोड़ी बन गयी मैने अपने हाथ उसकी मस्तानी गान्ड पे अपने हाथ रख के उसे सहलाने लगा उफ्फ क्या गान्ड थी बिम्ला की एक दम जबरदस्त गान्ड नसीब वालो को ही मिलती है खैर, मैने ढेर सारा थूक काकी की गान्ड पे लगाया और उसे बिल्कुल चिकना कर दिया और अपने लंड को उसके छेद पे टीका दिया जैसे ही सुपाडा अंदर गया तो काकी ने एक बार अपने शरीर को टाइट किया और फिर ढीला छोड़ दिया वो थी पूरी गान्ड मर्वानी थी एक बार उफ्फ तक ना किया और पूरा लंड अपनी गान्ड मे डलवा लिया और अपने चुतडो को और भी उभार लिया और बोली लाला मारले काकी की गान्ड लगा ज़ोर और चुतडो को मचका दिया मैने कहा ठीक है
और लंड को पूरा बाहर निकाल दिया और फिर झट से अंदर डाल दिया गान्ड क्या थी पूरा गुड़गाँव ही था छेद बहुत ही ज़्यादा खुला हुआ था मैं ऐसी ही लंड को बाहर निकालता और फिर घाप से अंदर डाल देता काकी भी मज़े ले रही थी कुछ देर तक मैं उन्हे घोड़ी बनाए ही उनकी गान्ड मारता रहा खाट हमारे बोझ से चरमराने लगी थी फिर मैने बिम्ला को उल्टा लेटने को कहा वो झट से लेट गयी और अपने हाथों को पीछे लाते हुए अपने दोनो कुल्हो को थोड़ा चौड़ा किया अब रास्ता सॉफ था मैने एक बार फिर से अपने लंड को उनकी गान्ड पे टिकाया और अंदर धकेल दिया अब गान्ड मारने मे बहुत ही मज़ा आ रहा था घाप घाप लंड गान्ड मे घुसे जा रहा था
मैने काकी के गालो मे अपने दाँत गढ़ा दिए और उन्हे काट ते हुए चूस रहा था काकी बोली लाला बस पूरी रात ऐसे ही मेरी गान्ड मारता रह बस बिल्कुल इसितरह पूरी गान्ड को चोद डाल रगड़ दे इसे फाड़ दे इसे ऐसा कहते हुए वो मेरा जोश बढ़ाए जा रही थी मैं भी पूरी ताक़त लगाते हुए उनकी गान्ड को और चौद किए जा रहा था तभी मैने कहा कि काकी लंड पे तो तू बहुत बार बैठी होगी पर क्या गान्ड मे लंड लेके बैठी है क्या तो वो बोली अब तक तो नही बैठी पर आज ज़रूर बैठूँगी ये सुनते ही मैं उनके उपर से उतर गया और खाट पे लेट गया काकी ने मेरे लंड पे थोड़ा थूक और लगाया और अपनी गान्ड का निशाना लंड के सुपाडे पे सेट करती हुवी लंड पे धीरे धीरे बैठने लगी
कुछ ही देर मे पूरा लंड एक बार फिर से काकी की गान्ड मे था वो थोड़ा आहिस्ती आहिस्ते लंड पे उपर नीचे होने लगी काकी बोली लाला सही कह रहा था तू ऐसे उछलने मे तो बहुत ज़्यादा ही मज़ा आता हैं मैने उनकी चुचियों को थाम लिया और मसल्ने लगा तो वो बोली पी ले बेटा पी ले तेरी ही हैं जी भर के पी धीरे धीरे काकी ने अपनी स्पीड बढ़ा दी और मज़े से कूदने लगी उनके भारी भारी चूतड़ मेरी टाँगो से टकरा रहे थे पूरे आधे घंटी तक मैने इस तरह उनकी गान्ड मारी जब मेरा पानी छूटने को हुआ तो मैने कहा कि मेरा पानी पीना था ना तुझे तो पी ले बस निकलने ही वाला है तो वो झट से उपर उठी
लंड गान्ड से बाहर निकल गया उसने फॉरन उसे अपने मूह मे दबा लिया और तभी मेरे लंड से एक धार फूट पड़ी और सफेद पानी उसके मूह मे गिरने लगा जिसे वो बड़े चाव से पी गयी इसके बाद एक दौर ओर सेक्स का चला फिर उसे अपनी बाहों मे लिए लिए मैं सो गया इतनी चुदाई के बाद नींद तो गहरी आनी ही थी जब मैं उठा तो देखा काकी बिस्तर पे नही थी लाइट आ चुकी थी मैने कपड़े पहने और छप्पर से बाहर आया तो देखा कि बारिश रुक गयी थी चारो ओर एक नमी सी फैली थी थोड़ी ठंड महसूस हुवी सब कुछ गीला गीला सा था मैं बाहर की ओर गया सूसू किया और वापिस आ गया देखा तो पता चला कि वो रसोई मे दूध गरम कर रही थी
वो बोली उठ गये अभी तुम्हारे लिए चाइ बना देती हू मैं उनसे चिपटते हुए बोला चाइ नही बस चूत का रस ही पीऊंगा तो वो बोली पूरी रात तो मुझे रगड़ा था अब तक बदन टूट रहा हैं अब हिम्मत नही होगी तो मैने उनके गाल पे किस करते हुए कहा कि रात मे तो बड़े जोश मे थी अभी इतनी जल्दी सारा जोश निकल गया क्या और कस्के उसके बोबो को दबाने लगा बिम्ला मचलती हुए बोली कि तुम मनोगे तो नही , अब तो देनी ही पड़ेगी मैने अपनी पेंट सर्काई और कच्छे समेत निकाल के साइड मे रख दी और उसके घाघरे को उपर उठाते हुए अपने लंड को उनकी गान्ड पे घिसने लगा एक असीम आनंद मिला मैं उसके ब्लाउस को उतार ही रहा था कि वो बोली अभी मत उतारो
तो वो बोली अब तो याद भी नही आता कि कितने लंडो का पानी पी चुकी हू अब पहले वाली बात नही रही उमर भी हो चुकी हैं तो मैने कहा पर तुम तो अभी भी गरम माल हो ये सुन के वो शर्मा गयी औरत अपनी तारीफ की बहुत भूखी होती हैं मैं उठा और बाहर की तरफ आया तो देखा बेरिश की रफ़्तार कुछ कम हो गयी थी पर बरस अभी भी रही थी मैने मटके से पानी पिया और अंदर गया तो देखा कि काकी अपनी चूत पे हाथ फेर रही थी मुझे देख के उनसे बड़े ही बेशरम भाव से चूत मे उंगली सरका दी मैं खाट के पास खड़ा हो गया और उसे कहा कि लंड चुसेगी तो वो बोली हाँ क्यों नही और खाट पे बैठ गयी उसने मेरी एक गोली को अपने मूह मे भर लिया और उसपे जीभ फेरने लगी
मैं बहुत खुश होगया मैने कहा शाबाश बिम्ला बहुत अच्छे फिर उसने ऐसे ही दूसरी के साथ किया अब वो थोड़ा उपर की ओर बढ़ी और मेरे लंड को अपने मूह मे लेके चूसने लगी लंड झट से तन गया था मैने कहा तू तो बहुत ही अच्छा लंड चुस्ती है कहाँ से सीखा तो वो बोली लाला जितनी तेरी उमर हैं उस से ज़्यादा सालो से इस खेल को खेल रही हू और तू मुझे सिखा रहा हैं मैने उसके सर को अपने लंड पे दबाना शुरू कर दिया वो लपा लॅप लंड चूसे ही जा रही थी थूक उसके मूह से उसकी चूचियों पे गिर रहा था तभी वो बोली लाला आज तो तेरे गन्ने का रस पियूंगी तो मैने कहा रस भी पिला दूँगा पर पहले मैं तेरी इस मोटी गान्ड को चोदुन्गा
तो वो बोली ठीक हैं और खाट पे घोड़ी बन गयी मैने अपने हाथ उसकी मस्तानी गान्ड पे अपने हाथ रख के उसे सहलाने लगा उफ्फ क्या गान्ड थी बिम्ला की एक दम जबरदस्त गान्ड नसीब वालो को ही मिलती है खैर, मैने ढेर सारा थूक काकी की गान्ड पे लगाया और उसे बिल्कुल चिकना कर दिया और अपने लंड को उसके छेद पे टीका दिया जैसे ही सुपाडा अंदर गया तो काकी ने एक बार अपने शरीर को टाइट किया और फिर ढीला छोड़ दिया वो थी पूरी गान्ड मर्वानी थी एक बार उफ्फ तक ना किया और पूरा लंड अपनी गान्ड मे डलवा लिया और अपने चुतडो को और भी उभार लिया और बोली लाला मारले काकी की गान्ड लगा ज़ोर और चुतडो को मचका दिया मैने कहा ठीक है
और लंड को पूरा बाहर निकाल दिया और फिर झट से अंदर डाल दिया गान्ड क्या थी पूरा गुड़गाँव ही था छेद बहुत ही ज़्यादा खुला हुआ था मैं ऐसी ही लंड को बाहर निकालता और फिर घाप से अंदर डाल देता काकी भी मज़े ले रही थी कुछ देर तक मैं उन्हे घोड़ी बनाए ही उनकी गान्ड मारता रहा खाट हमारे बोझ से चरमराने लगी थी फिर मैने बिम्ला को उल्टा लेटने को कहा वो झट से लेट गयी और अपने हाथों को पीछे लाते हुए अपने दोनो कुल्हो को थोड़ा चौड़ा किया अब रास्ता सॉफ था मैने एक बार फिर से अपने लंड को उनकी गान्ड पे टिकाया और अंदर धकेल दिया अब गान्ड मारने मे बहुत ही मज़ा आ रहा था घाप घाप लंड गान्ड मे घुसे जा रहा था
मैने काकी के गालो मे अपने दाँत गढ़ा दिए और उन्हे काट ते हुए चूस रहा था काकी बोली लाला बस पूरी रात ऐसे ही मेरी गान्ड मारता रह बस बिल्कुल इसितरह पूरी गान्ड को चोद डाल रगड़ दे इसे फाड़ दे इसे ऐसा कहते हुए वो मेरा जोश बढ़ाए जा रही थी मैं भी पूरी ताक़त लगाते हुए उनकी गान्ड को और चौद किए जा रहा था तभी मैने कहा कि काकी लंड पे तो तू बहुत बार बैठी होगी पर क्या गान्ड मे लंड लेके बैठी है क्या तो वो बोली अब तक तो नही बैठी पर आज ज़रूर बैठूँगी ये सुनते ही मैं उनके उपर से उतर गया और खाट पे लेट गया काकी ने मेरे लंड पे थोड़ा थूक और लगाया और अपनी गान्ड का निशाना लंड के सुपाडे पे सेट करती हुवी लंड पे धीरे धीरे बैठने लगी
कुछ ही देर मे पूरा लंड एक बार फिर से काकी की गान्ड मे था वो थोड़ा आहिस्ती आहिस्ते लंड पे उपर नीचे होने लगी काकी बोली लाला सही कह रहा था तू ऐसे उछलने मे तो बहुत ज़्यादा ही मज़ा आता हैं मैने उनकी चुचियों को थाम लिया और मसल्ने लगा तो वो बोली पी ले बेटा पी ले तेरी ही हैं जी भर के पी धीरे धीरे काकी ने अपनी स्पीड बढ़ा दी और मज़े से कूदने लगी उनके भारी भारी चूतड़ मेरी टाँगो से टकरा रहे थे पूरे आधे घंटी तक मैने इस तरह उनकी गान्ड मारी जब मेरा पानी छूटने को हुआ तो मैने कहा कि मेरा पानी पीना था ना तुझे तो पी ले बस निकलने ही वाला है तो वो झट से उपर उठी
लंड गान्ड से बाहर निकल गया उसने फॉरन उसे अपने मूह मे दबा लिया और तभी मेरे लंड से एक धार फूट पड़ी और सफेद पानी उसके मूह मे गिरने लगा जिसे वो बड़े चाव से पी गयी इसके बाद एक दौर ओर सेक्स का चला फिर उसे अपनी बाहों मे लिए लिए मैं सो गया इतनी चुदाई के बाद नींद तो गहरी आनी ही थी जब मैं उठा तो देखा काकी बिस्तर पे नही थी लाइट आ चुकी थी मैने कपड़े पहने और छप्पर से बाहर आया तो देखा कि बारिश रुक गयी थी चारो ओर एक नमी सी फैली थी थोड़ी ठंड महसूस हुवी सब कुछ गीला गीला सा था मैं बाहर की ओर गया सूसू किया और वापिस आ गया देखा तो पता चला कि वो रसोई मे दूध गरम कर रही थी
वो बोली उठ गये अभी तुम्हारे लिए चाइ बना देती हू मैं उनसे चिपटते हुए बोला चाइ नही बस चूत का रस ही पीऊंगा तो वो बोली पूरी रात तो मुझे रगड़ा था अब तक बदन टूट रहा हैं अब हिम्मत नही होगी तो मैने उनके गाल पे किस करते हुए कहा कि रात मे तो बड़े जोश मे थी अभी इतनी जल्दी सारा जोश निकल गया क्या और कस्के उसके बोबो को दबाने लगा बिम्ला मचलती हुए बोली कि तुम मनोगे तो नही , अब तो देनी ही पड़ेगी मैने अपनी पेंट सर्काई और कच्छे समेत निकाल के साइड मे रख दी और उसके घाघरे को उपर उठाते हुए अपने लंड को उनकी गान्ड पे घिसने लगा एक असीम आनंद मिला मैं उसके ब्लाउस को उतार ही रहा था कि वो बोली अभी मत उतारो