hotaks444
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अब इस मकान की छत को पक्की करवा लूँगी और कुछ पैसे बच गये तो एक भैंस भी खरीद लूँगी मैने कहा ये तो बहुत ही अच्छा है फिर वो अपने प्लॅन्स बताने लगी मैं उसकी कमर को सहलाने लगा मैने कहा कि आज थोड़ी मस्ती हो जाए तो वो बोली वैसे तो मैं तुम्हारे लिए हमेशा ही उपलब्ध हूँ पर आज थोड़ी सी थकान हो रही है तुम तो जानते ही हो तो मैने कहा कोई बात नही फिर कभी कर लेंगे ऐसी कोई जल्दी नही है कोई आधा घंटा और बिताया उसके साथ फिर मैं घर आ गया तो चाचा बोले कि यार एक काम कर तू बाहर वाला कमरा खाली कर दे ये सरसो की बोरिया वही रखवा देता हूँ जब बेचेंगे तो आसानी होगी मैं कुछ कहने ही वाला था तो वो बोले वैसे भी गर्मिया आ गयी है तू तो छत पे ही सोया करेगा तो मैने कहा कि चाचा आप इनको ताऊजी के घर रखवा दो वैसे भी उनके 2-3 कमरे हमेशा खाली ही रहते है
मैं अपना सामान नही हटाउंगा तो वो बोले तेरी मर्ज़ी फिर हमने मिलके वो बोरिया ताऊ जी के यहाँ रखवादी मैं अपने कमरे मे जा ही रहा था तो शीला अपने गेट पे खड़ी थी मैने उसे कहा कि आज बात बन जाएगी क्या तो वो बोली करती हूँ कोशिश अगर वो पीके आए तो आ जाउन्गि मैने कहा गेट खुला ही रहे गा 11 बजे तक राह देखी पर वो आई ही नही तो मैं सो गया सुबह सुबह मैं डेली साढ़े 5 बजे मंदिर जाता था पिछले 1 महीने से मेरा नियम सा बन गया था वहाँ पे एक लड़की डेली मुझसे पानी का घड़ा उठवाती थी कुछ खास सुंदर नही थी बिल्कुल काली रंगत लिए हुए पर शरीर भरा भरा था मैं सोचता था अगर ये तैयार हो तो इसे ही चोद दूं
पर मेरी हिम्मत नही होती थी उस से बात करने की वो भी बस अपना मटका उठवाती थी इस से ज़्यादा कुछ नही होता था एक दिन मैने हिम्मत करके पूछ ही लिया कि तुम्हारा नाम क्या है तो वो बोली निशा और इठलाती हुई चली गयी कुछ दिन ऑर गुजर गये सिलसिला ऐसे ही चलता रहा एक दिन की बात है उस दिन कोई इक्का दुक्का लोग ही थे मंदिर पे तो मैने उसे कहा कि निशा क्या तुम मुझसे दोस्ती करोगी तो उसने कहा कि वो सोच के बताएगी वो बोली मैं शाम को भी पानी लेने आती हूँ आप शाम को मिलना तो मैने कहा ठीक है मैं आ जाउन्गा दिन इसी उधेड़बुन मे कटा शाम को मैं फिर गया
पूरे 1 घंटे इंतज़ार करने के बाद वो आई तो उसने कहा कि पहले तुम बताओ की मुझस दोस्ती क्यूँ करना चाहते तो मैं तो कोई सुंदर भी नही हूँ तो मैने कहा मैं कौन सा सलमान ख़ान हूँ वो बोली आजकल के लड़के बस लड़कियो से एक चीज़ के लिए ही दोस्ती करते है मुझे उसकी साफ़गोई बहुत पसंद आई मैने कहा देखो मेरे लिए दोस्त बस दोस्त होता है तो वो बोली सभी ऐसे ही कहते है शुरू मे तो मैने कहा आजमा के देख लो वो बोली क्या थोड़ा टाइम दे सकते हो मैने कहा इंतजार करूँगा तुम्हारे जवाब का
मैने बिम्ला काकी पे पूरा दबाव बनाया हुआ था कि किसी और चूत का जुगाड़ करवा दे एक दिन उन्होने कहा की एक औरत से बात की है उनसे उमर मे तो मुझे कोई साल दो साल छोटी है पर है पूरी पटाखा पर 500 रुपये माँगे है एक बार के तो मैने कहा कि तुम मिलवा दो तो उन्होने कहा कल दुपहरी मे बुलवा लूँगी उसको तुम भी आ जाना आमने सामने बात कर लेना मैने कहा ठीक है पिछले कई दिनो से चूत नही मारी थी तो लंड भी कुलबुला रहा था मैने शीला को पकड़ लिया और बोला आज रात को अगर तूने नही दी तो तेरा मेरा रिश्ता ख़तम तो वो बोली मैं कोशिश करूँगी मैने कहा पक्का ही आ जाना बहुत दिन हो गये तुम्हे प्यार किए हुए तो शीला बोली कल इनको अपने गाँव भेजूँगी मेरे लड़के को लाने के लिए अब उसे यही पे पढ़ाउंगी अगर ये चले गये तो दो दिन बस तुम्हारे लंड को ही अंदर लिए पड़ी रहूंगी
तो मैने कहा कुछ भी करके पप्पू को भेज ही दियो बोल्ली कोशिश तो कर ही रही हूँ खैर, वो रात भी ठंडी ही निकल गयी अगली सुबह ठीक 11 बजे मैं बिम्ला के घर पहुँच गया काकी बोली वो भी बस आती ही होगी कोई 20-25 मिनट बाद एक औरत आई मैं तो उसे देखते ही रह गया कोई 38-40 की उमर की होगी पर थी पूरी पटाखा वो तो काकी से भी जबर माल थी काकी बोली ये दयावंती है मेरी पुरानी सहेली है स्पेशल तेरे लिए बुलाया है तुझे ठीक लगे तो देख ले तो मैने कहा मुझे पसंद है फिर मैने उस से पूछा कि आपको कोई परेशानी तो नही है तो उसने कहा पैसा तो पूरा मिलेगा ना तो काकी बोली तू चिंता मत कर मैने पूरी बात कर ली है तो मैं काकी को साइड मे ले गया और पूछा करूँगा कहाँ तो वो बोली तू यही पे कर ले
वैसे भी तेरे काका तो है नही फिर कोई आएगा तो मैं संभाल लूँगी 2-3 घंटे तू मौज कर तो मैने उनको किस किया और थॅंक यू कहा
दयावंती पहले ही कमरे मे आ गयी थी मैने उसको बैठने को कहा और उसे रिलॅक्स होने को कहा अब मैं भी उसके पास बैठ गया और उसके कंधे पे अपना हाथ डाल दिया वो मेरी ओर देख रही थी मैने कहा कोई परेशानी है क्या तो वो बोली नही ऐसी कोई बात नही है पर तुम्हारी उमर तो मेरे बच्चो से भी कम है इसलिए थोड़ा अजीब सा लग रहा है तो मैने कहा एक बार जब सब हो जाएगा तो शरम खुल जाएगी और उसकी पीठ को सहलाने लगा वो बोली दवाजा तो बंद कर्लो तो मैने कुण्डी लगा दी मैने कहा अब शुरू करे तो उसने बस अपनी गर्दन हिला दी मैं तो उतावला हुए जा रहा था
मैं अपना सामान नही हटाउंगा तो वो बोले तेरी मर्ज़ी फिर हमने मिलके वो बोरिया ताऊ जी के यहाँ रखवादी मैं अपने कमरे मे जा ही रहा था तो शीला अपने गेट पे खड़ी थी मैने उसे कहा कि आज बात बन जाएगी क्या तो वो बोली करती हूँ कोशिश अगर वो पीके आए तो आ जाउन्गि मैने कहा गेट खुला ही रहे गा 11 बजे तक राह देखी पर वो आई ही नही तो मैं सो गया सुबह सुबह मैं डेली साढ़े 5 बजे मंदिर जाता था पिछले 1 महीने से मेरा नियम सा बन गया था वहाँ पे एक लड़की डेली मुझसे पानी का घड़ा उठवाती थी कुछ खास सुंदर नही थी बिल्कुल काली रंगत लिए हुए पर शरीर भरा भरा था मैं सोचता था अगर ये तैयार हो तो इसे ही चोद दूं
पर मेरी हिम्मत नही होती थी उस से बात करने की वो भी बस अपना मटका उठवाती थी इस से ज़्यादा कुछ नही होता था एक दिन मैने हिम्मत करके पूछ ही लिया कि तुम्हारा नाम क्या है तो वो बोली निशा और इठलाती हुई चली गयी कुछ दिन ऑर गुजर गये सिलसिला ऐसे ही चलता रहा एक दिन की बात है उस दिन कोई इक्का दुक्का लोग ही थे मंदिर पे तो मैने उसे कहा कि निशा क्या तुम मुझसे दोस्ती करोगी तो उसने कहा कि वो सोच के बताएगी वो बोली मैं शाम को भी पानी लेने आती हूँ आप शाम को मिलना तो मैने कहा ठीक है मैं आ जाउन्गा दिन इसी उधेड़बुन मे कटा शाम को मैं फिर गया
पूरे 1 घंटे इंतज़ार करने के बाद वो आई तो उसने कहा कि पहले तुम बताओ की मुझस दोस्ती क्यूँ करना चाहते तो मैं तो कोई सुंदर भी नही हूँ तो मैने कहा मैं कौन सा सलमान ख़ान हूँ वो बोली आजकल के लड़के बस लड़कियो से एक चीज़ के लिए ही दोस्ती करते है मुझे उसकी साफ़गोई बहुत पसंद आई मैने कहा देखो मेरे लिए दोस्त बस दोस्त होता है तो वो बोली सभी ऐसे ही कहते है शुरू मे तो मैने कहा आजमा के देख लो वो बोली क्या थोड़ा टाइम दे सकते हो मैने कहा इंतजार करूँगा तुम्हारे जवाब का
मैने बिम्ला काकी पे पूरा दबाव बनाया हुआ था कि किसी और चूत का जुगाड़ करवा दे एक दिन उन्होने कहा की एक औरत से बात की है उनसे उमर मे तो मुझे कोई साल दो साल छोटी है पर है पूरी पटाखा पर 500 रुपये माँगे है एक बार के तो मैने कहा कि तुम मिलवा दो तो उन्होने कहा कल दुपहरी मे बुलवा लूँगी उसको तुम भी आ जाना आमने सामने बात कर लेना मैने कहा ठीक है पिछले कई दिनो से चूत नही मारी थी तो लंड भी कुलबुला रहा था मैने शीला को पकड़ लिया और बोला आज रात को अगर तूने नही दी तो तेरा मेरा रिश्ता ख़तम तो वो बोली मैं कोशिश करूँगी मैने कहा पक्का ही आ जाना बहुत दिन हो गये तुम्हे प्यार किए हुए तो शीला बोली कल इनको अपने गाँव भेजूँगी मेरे लड़के को लाने के लिए अब उसे यही पे पढ़ाउंगी अगर ये चले गये तो दो दिन बस तुम्हारे लंड को ही अंदर लिए पड़ी रहूंगी
तो मैने कहा कुछ भी करके पप्पू को भेज ही दियो बोल्ली कोशिश तो कर ही रही हूँ खैर, वो रात भी ठंडी ही निकल गयी अगली सुबह ठीक 11 बजे मैं बिम्ला के घर पहुँच गया काकी बोली वो भी बस आती ही होगी कोई 20-25 मिनट बाद एक औरत आई मैं तो उसे देखते ही रह गया कोई 38-40 की उमर की होगी पर थी पूरी पटाखा वो तो काकी से भी जबर माल थी काकी बोली ये दयावंती है मेरी पुरानी सहेली है स्पेशल तेरे लिए बुलाया है तुझे ठीक लगे तो देख ले तो मैने कहा मुझे पसंद है फिर मैने उस से पूछा कि आपको कोई परेशानी तो नही है तो उसने कहा पैसा तो पूरा मिलेगा ना तो काकी बोली तू चिंता मत कर मैने पूरी बात कर ली है तो मैं काकी को साइड मे ले गया और पूछा करूँगा कहाँ तो वो बोली तू यही पे कर ले
वैसे भी तेरे काका तो है नही फिर कोई आएगा तो मैं संभाल लूँगी 2-3 घंटे तू मौज कर तो मैने उनको किस किया और थॅंक यू कहा
दयावंती पहले ही कमरे मे आ गयी थी मैने उसको बैठने को कहा और उसे रिलॅक्स होने को कहा अब मैं भी उसके पास बैठ गया और उसके कंधे पे अपना हाथ डाल दिया वो मेरी ओर देख रही थी मैने कहा कोई परेशानी है क्या तो वो बोली नही ऐसी कोई बात नही है पर तुम्हारी उमर तो मेरे बच्चो से भी कम है इसलिए थोड़ा अजीब सा लग रहा है तो मैने कहा एक बार जब सब हो जाएगा तो शरम खुल जाएगी और उसकी पीठ को सहलाने लगा वो बोली दवाजा तो बंद कर्लो तो मैने कुण्डी लगा दी मैने कहा अब शुरू करे तो उसने बस अपनी गर्दन हिला दी मैं तो उतावला हुए जा रहा था