hotaks444
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चल अभी आजा तो मैं चुपचाप स्कूटर पे बैठ गया और वो थोड़ी देर बाद हम घर आ गये मैं सोफे पर बैठ गया पापा आए और बोले बेटे क्या बात है तो मैने कहा पापा मम्मी ने मेरा पुराना सामान जला दिया बस वो ही तो था मेरे पास मेरी यादे थी उसमे सभी पुराने दोस्तो की तस्वीरे थी मैं जैसे रोने को आ गया तो उन्होने कहा कि बेटा देख अब जो हो गया वो वापिस तो नही हो सकता पर मैं वादा करता हू आगे से तेरी मर्ज़ी के बिना तेरे किसी भी सामान को कोई घर वाला नही छुए गा चल अभी आजा खाना खाते है देख सब कुछ तेरी ही पसंद का बनाया है मेरा मूड नही था पर मैने उनको मना नही किया खाना खाते खाते मैने पूछा कि चाची दिखाई नही दे रही है तो पता चला कि वो अपने मायके गयी हुई है और कुछ दिनो मे लौट आएँगी खाने के बाद मैं अपने कमरे मे गया और अपनी डायरी मे आज की घटनाओ को उतारने लगा
अगले दिन मैं जल्दी ही उठ गया मैं पापा के पास गया और कहा कि अगर आप कहे तो मैं एक बाइक खरीद लू तो उहोने कहा कि बोल कितने पैसे चाहिए तो मैने कहा कि पापा अभी पैसो की चिंता नही है तो वो बोले ठीक है खरीद लियो तो मैं बोला मैं तैयार हो जाता हू आप मुझे बॅंक ड्रॉप करते हुए चले जाना वो बोले ठीक है कोई दस बजे मैं बॅंक मे था पर अभी थोड़ा टाइम था तो मैं वही पास के स्टेशनरी स्टोर पर चला गया और कुछ पैंटिंग के पेपर और रंग खरीद लिए फिर मैने पैसे निकलवाए और बाइक के लिए चल पड़ा कोई दो तीन मॉडेल ट्राइ किए पर अपना दिल तो बुलेट पर ही आया सभी फॉरमॅलिटीस पूरी करते करते दुपहर के दो बज गये थे तो मैं एक रेस्टोरेंट चला गया वही लंच किया फिर मैं कॅंटीन गया कुछ ग्रोसरी का समान लिया
और रास्ते मे दारू के ठेके पे दो कॅन बियर भी ले ली और फिर गाँव का रास्ता पकड़ लिया समान को रखा बियर फ्रिड्ज मे पटकी और अपने कमरे मे आ गया थोड़ी थकान सी हो गयी थी तो मैं कुछ देर सो गया शाम को 6 बजे मैं उठा और नीचे आया तो देखा कि अनिता भाभी आई हुई थी उनकी गोदी मे एक बच्चा था तो मैने कहा भाभी ये कौन है तो उहोने कहा कि ये तुम्हारी भतीजी है मुझे तो यकीन ही नही हुआ मैने कहा भाभी इतनी बड़ी बात आपने मुझसे शेअर नही की तो उन्होने कहा अब तुम तो कभी फोन करते नही हो और घर से कोई करता है तो तुम पिक नही करते हो तो तुम्हे कौन बता ता मैने झट से उस गुड़िया को अपने हाथो मे लिया
और पूछा इसका नाम क्या है भाभी को उन्होने कहा साक्षी , अपनी अगली पीढ़ी को देखते ही मेरे अंदर की सारी उदासी गायब हो गयी मैं बहुत ही खुश था मैने भाभी को थॅंक यू कहा तो वो बोली किसलिए तो मैने कहा हमे इतनी प्यारी गुड़िया देने के लिए तो भाभी शरमा गयी कि तभी रवि भी आ गया तो मैने कहा भाई आज तो पार्टी होगी तभी पापा आ गये वो बोले कि किस बात की पार्टी हो रही है तो मैने कहा कि पापा साक्षी के जनम के समय तो मैं यहाँ पर नही था तो ऐसे ही कुछ सेलेब्रेशन कर ना चाहते है तो उहोने कहा दो दिन बाद तुम्हारी बुआ और फूफा भी आ रहे है तभी कुछ करते है रात को मैं और चाचा चटाई बिछा कर छत पर पड़े थे तो वो बोले फ्रिड्ज मे बियर तूने रखी है ना तो मैने कहा हम वो बोले तू कब से …
……………………… तो मैने कहा क्या चाचू आप भी ना अभी आर्मी मे है तो चल जाती है फिर मैने पूछा कि चाची कब आएगी तो वो बोले यार ऑफीस मे काम ज़्यादा है तो टाइम नही मिल रहा है उधर जाने का एक काम कर तू ले आ उसको घूम भी आइयो और तेरी चाची को भी ले आइयो मैने कहा मैं देखूँगा बाते करते करते हम दोनो सो गये अगले दिन जब मेरी आँख खुली तो सूरज सर पर चढ़ आया था मैं जम्हाई लेते हुए उठा तो मेरी नज़र शीला के घर पर गयी थोड़ी देर बाद मैं फ्रेश होकर आया तो देखा कि घर पर कोई नही था मैं बाहर निकला और शीला के घर पे आ गया मुझे देख कर वो खुश हो गयी मैने उसको पकड़ लिया और बोला भाभी बहुत दिन हो गये है आज मेरा काम करना पड़ेगा तुमको तो वो बोली अभी उसको ज़रूरी काम है
तो मैने कहा कि क्या भाभी मैं इतने दिनो बाद आया हू और आप बहाने बना रही हो लगता है अब आप को मैं अच्छा नही लगता तो वो बोली जी ऐसे बात नही है चलो पहले आपको ही खुश कर देती हू काम तो बाद मे भी कर लुगी तुम अंदर चलो मैं गेट बंद कर के आती हू
अगले दिन मैं जल्दी ही उठ गया मैं पापा के पास गया और कहा कि अगर आप कहे तो मैं एक बाइक खरीद लू तो उहोने कहा कि बोल कितने पैसे चाहिए तो मैने कहा कि पापा अभी पैसो की चिंता नही है तो वो बोले ठीक है खरीद लियो तो मैं बोला मैं तैयार हो जाता हू आप मुझे बॅंक ड्रॉप करते हुए चले जाना वो बोले ठीक है कोई दस बजे मैं बॅंक मे था पर अभी थोड़ा टाइम था तो मैं वही पास के स्टेशनरी स्टोर पर चला गया और कुछ पैंटिंग के पेपर और रंग खरीद लिए फिर मैने पैसे निकलवाए और बाइक के लिए चल पड़ा कोई दो तीन मॉडेल ट्राइ किए पर अपना दिल तो बुलेट पर ही आया सभी फॉरमॅलिटीस पूरी करते करते दुपहर के दो बज गये थे तो मैं एक रेस्टोरेंट चला गया वही लंच किया फिर मैं कॅंटीन गया कुछ ग्रोसरी का समान लिया
और रास्ते मे दारू के ठेके पे दो कॅन बियर भी ले ली और फिर गाँव का रास्ता पकड़ लिया समान को रखा बियर फ्रिड्ज मे पटकी और अपने कमरे मे आ गया थोड़ी थकान सी हो गयी थी तो मैं कुछ देर सो गया शाम को 6 बजे मैं उठा और नीचे आया तो देखा कि अनिता भाभी आई हुई थी उनकी गोदी मे एक बच्चा था तो मैने कहा भाभी ये कौन है तो उहोने कहा कि ये तुम्हारी भतीजी है मुझे तो यकीन ही नही हुआ मैने कहा भाभी इतनी बड़ी बात आपने मुझसे शेअर नही की तो उन्होने कहा अब तुम तो कभी फोन करते नही हो और घर से कोई करता है तो तुम पिक नही करते हो तो तुम्हे कौन बता ता मैने झट से उस गुड़िया को अपने हाथो मे लिया
और पूछा इसका नाम क्या है भाभी को उन्होने कहा साक्षी , अपनी अगली पीढ़ी को देखते ही मेरे अंदर की सारी उदासी गायब हो गयी मैं बहुत ही खुश था मैने भाभी को थॅंक यू कहा तो वो बोली किसलिए तो मैने कहा हमे इतनी प्यारी गुड़िया देने के लिए तो भाभी शरमा गयी कि तभी रवि भी आ गया तो मैने कहा भाई आज तो पार्टी होगी तभी पापा आ गये वो बोले कि किस बात की पार्टी हो रही है तो मैने कहा कि पापा साक्षी के जनम के समय तो मैं यहाँ पर नही था तो ऐसे ही कुछ सेलेब्रेशन कर ना चाहते है तो उहोने कहा दो दिन बाद तुम्हारी बुआ और फूफा भी आ रहे है तभी कुछ करते है रात को मैं और चाचा चटाई बिछा कर छत पर पड़े थे तो वो बोले फ्रिड्ज मे बियर तूने रखी है ना तो मैने कहा हम वो बोले तू कब से …
……………………… तो मैने कहा क्या चाचू आप भी ना अभी आर्मी मे है तो चल जाती है फिर मैने पूछा कि चाची कब आएगी तो वो बोले यार ऑफीस मे काम ज़्यादा है तो टाइम नही मिल रहा है उधर जाने का एक काम कर तू ले आ उसको घूम भी आइयो और तेरी चाची को भी ले आइयो मैने कहा मैं देखूँगा बाते करते करते हम दोनो सो गये अगले दिन जब मेरी आँख खुली तो सूरज सर पर चढ़ आया था मैं जम्हाई लेते हुए उठा तो मेरी नज़र शीला के घर पर गयी थोड़ी देर बाद मैं फ्रेश होकर आया तो देखा कि घर पर कोई नही था मैं बाहर निकला और शीला के घर पे आ गया मुझे देख कर वो खुश हो गयी मैने उसको पकड़ लिया और बोला भाभी बहुत दिन हो गये है आज मेरा काम करना पड़ेगा तुमको तो वो बोली अभी उसको ज़रूरी काम है
तो मैने कहा कि क्या भाभी मैं इतने दिनो बाद आया हू और आप बहाने बना रही हो लगता है अब आप को मैं अच्छा नही लगता तो वो बोली जी ऐसे बात नही है चलो पहले आपको ही खुश कर देती हू काम तो बाद मे भी कर लुगी तुम अंदर चलो मैं गेट बंद कर के आती हू