desiaks
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“धड़ाम!” अचानक ही एक कर्णभेदी विस्फोट ने सारे लंदन को हिला डाला!
हर व्यक्ति कांप उठा, हरेक के जिस्म में मौत कि सिहरन दौड़ गई—जो लोग नशे में धुत थे, उनके नशे हिरन हो गए—बैण्ड बन्द हो गए, बजाने वाले कुछ इस तरह डर गए थे कि उन्हें बजाने की सुध ही न रही—यह धमाका ठीक तब हुआ था, जबकि बारात एक प्रमुख चौराहे पर पहुंची।
अलफांसे ने सेहरा हटाकर ऊपर देखा। उस तरफ, जिधर समूचा जनसमूह देख रहा था—एक बहुमंजिली इमारत की छत पर किसी मिनी तोप की नाल नजर आ रही थी, सशस्त्र पुलिस—बारात और भीड़ में मौजूद ब्रिटिश जासूस अचानक ही सतर्क और सक्रिय नजर आने लगे।
“कौन है वहां!” एक अफसर चीख पड़ा।
जवाब में पहले जैसा ही एक और कर्णभेदी विस्फोट गूंजा। तोप की नाल के सिरे पर भयंकर ज्वाला लपलपाती नजर आई—नाल का मुंह आकाश की तरफ था, इसलिए गोला अन्तरिक्ष में जाकर फटा!
हवा में चिंगारियां बिखर गईं। इस एक ही मिनट में सारा वातावरण आतंक और दहशत से भर गया— सशस्त्र जवानों के शस्त्र तोप की तरफ तन गए थे, इससे पहले कि कोई तोप की तरफ फायरिंग करे, अलफांसे चीख पड़ा— “किसी को घबराने या आतंकित होने की जरूरत नहीं है, ये शायद मेरा कोई मेहमान है!”
उसका वाक्य पूरा होने तक तीसरा धमाका हुआ और इसके बाद जो हुआ उसे दर्शक मंत्रमुग्ध-से देखते रह गए। आकाश में चिंगारियों ने दो नाम लिख दिए थे।
अलफांसे वेड्स इर्विन!
चिंगारियों से बने ये दोनों नाम उसी तरह आकाश में वायु के वेग के साथ बह रहे थे जैसे आतिशबाज के द्वारा छोड़े गए बारूद से आकाश में माला बन जाती है!
चमत्कृत-से दर्शक अभी उन दोनों नामों को देख ही रहे थे कि गन की नाल का मुंह सड़क की तरफ हुआ। कोई चीखा—“बचो, इस बार बम बारात पर दागा जा रहा है!”
मगर उसका वाक्य पूरा होते ही—
‘फट्ट’ की एक जोरदार आवाज!
तोप की नाल से एक गठरी-सी निकलकर सड़क की तरफ लपकी और किसी के कुछ समझने से पहले ही खुलकर सड़क पर आ गई और तब दर्शकों ने किसी चमत्कार की तरह बैण्ड वालों के बीचोबीच लहरा रहे टुम्बकटू को देखा—हां, वह टुम्बकटू ही था—चन्द्रमा का वासी, गन्ने-सा पतला और सांप के समान गोल एवं लचीली हड्डियों का मालिक-जिस्म पर वही टैक्नीकलर कोट था!
ऐसा महसूस होता ता जैसे कोट हैंगर पर जूल रहा हो!
“मुबारक हो अन्तर्राष्ट्रीय मुजरिम, शादी मुबारक हो!”
टुम्बकटू के मुंह से बिगड़े हुए रेडियो की-सी आवाज निकालकर सारे वातावरण में गूंज गई!
“ओह!” बागारोफ चीख पड़ा—“तो ये तू है चिड़ी के छक्के!”
“बिल्कुल हम ही हैं बन्दापरवर!” टुम्बकटू ने अजीब-सी मुसकान के साथ कहा और बैण्ड वालों की तरफ मुखातिब होकर बोला— “बन्द क्यों कर दिया, बजाओ—ये गाना कि आज मेरे यार की शादी है!”
यह गाना तो बैंड वालों को नहीं आता था, लेकिन उन्होंने बैण्ड बजाना शुरू जरूर कर दिया और उस अंग्रेजी धुन पर टुम्बकटू मस्त होकर नाचने लगा—वातावरण पुनः धमाकों से पहले जैसा ही हो गया— उछलते-कूदते बाराती गार्डनर स्टेनले के निवास स्थान की तरफ बढ़ने लगे। अब बारात में एक और शैतान की वृद्धि हो गई थी।
¶¶
विचित्र और अपनी किस्म के अलग ही लोगों से भरी बारात गार्डनर स्टेनले के निवास स्थान से एक मोड़ इधर तक ही पहुंच पाई थी कि विजय को कुछ अजीब-सा लगा, बहुत ही ध्यान से उसने किसी आवाज को सुनने की चेष्टा की और कुछ समझते ही उसकी आंखें चमकने लगीं।
वह एक ही जम्प में अलफांसे की घोड़ी पर चढ़ गया तथा घोड़ी की पीठ पर खड़ा होकर जोर से चीखा—“अबे ये ढोल-तबला बन्द कर दो, हमारी मम्मी आ रही है!”
कई बार चीखने पर बैण्ड बन्द हो गया।
वातावरण में संगीत की तरंगें गूंज रही थीं—ऐसा मधुर संगीत कि मुर्दे भी झूम उठें—मदहोश कर देने वाली संगीत ध्वनि—अलफांसे सहित हर व्यक्ति मंत्रमुग्ध-सा हो गया।
यह संगीत जैक्सन के आगमन का प्रतीक था!
जैक्सन यानी प्रिंसेज ऑफ मर्डरलैण्ड!
संगीत की इन तरंगों में कुछ ऐसा जादू था कि सुनने वाले मदहोश हो जाते थे—इंसान के दिलो-दिमाग में उतर जाती थीं वे धुन—और हर व्यक्ति उस वक्त उसी संगीत की मदहोशी में था जब एकाएक ही टुम्बकटू चीख पड़ा— “आह, आ जाओ मेरी प्यारी स्वप्न सुन्दरी—मैं, तुम्हारा दीवाना भी यहीं हूं!”
सभी दर्शक प्रिंसेज जैक्सन को देखने के लिए बेताब हो उठे।
“व...वो...वो रही प्रिंसेज जैक्सन!” कोई चीख पड़ा। और उस वक्त सभी भौंचक्के रह गए, जब लोगों ने प्रिंसेज जैक्सन को देखा—अलफांसे के ठीक ऊपर हवा में एक मुखड़ा चमक रहा था!
सौन्दर्य को भी लजा देने वाली सुन्दरी का मुखड़ा।
गोल, एवं गोरा चेहरा, बड़ी-बड़ी कजरारी आंखें, कमानीदार भवें, सुतवां नाक, पतले-पतले गुलाबी होंठ वाली जैक्सन के माथे पर बिंदिया लगी थी, भाल पर मुकुट—अनगिनत हीरों से जड़ा!
दर्शकों को हवा में तैरता केवल उसका मुखड़ा ही चमक रहा था। हरेक व्यक्ति खोया-सा, हवा में तैरते उस मुखड़े को देखता रह गया।
तभी संगीत की लहरों में एक तेज झमाका!
दर्शकों की तंद्रा टूटी।
हवा में ही जैक्सन के हाथ नजर आए और फिर उसके हाथों से निकलकर ताजा गुलाब की बेशुमार पंखुड़ियां हवा में उड़ती हुई अलफांसे के ऊपर आ गिरीं!
घोड़ी अगले पैर ऊपर उठाकर हिनहिनाई।
किसी ने इस पुष्पवर्षा पर ताली बजाई तो मदहोश-सा सारा जनसमूह ताली बजा उठा—तालियों की गड़गड़ाहट से सारा वातावरण गूंज उठा, जब ये गड़गड़ाहट रुकी तो लोगों ने जैक्सन के होंठों को हिलते देखा और साथ ही सुनी जैक्सन की मधुर आवाज—“इर्विन मुबारक हो अलफांसे!”
“शादी में शामिल होने के लिए धन्यवाद प्रिंसेज!” घोड़ी पर बैठे अलफांसे ने ऊंची आवाज में कहा।
एकाएक ही विकास चीख पड़ा— “तुम तो क्राइमर अंकल से मुहब्बत करती थीं न आण्टी, क्राइमर अंकल तो इर्विन से शादी कर रहे हैं—अब आपका क्या होगा?”
प्रिंसेज जैक्सन के होंठों पर अजीब-सी दर्द भरी मुस्कान उभरी, इस मुस्कान को सभी ने देखा और उसके आशय को पहचाना, फिर वहां प्रिंसेज की आवाज गूंजी—“मनचाही हर मुराद कम-से-कम इस दुनिया में पूरी नहीं होती!”
“अरे, उदास क्यों होती हो स्वप्न सुन्दरी!” एकाएक गन्ने की तरह लहराकर टुम्बकटू कह उठा—“हम जो हैं, तुम्हारे दीवाने—एक बार हुक्म करके देखो, आसमान से चांद-तारे तोड़ लाऊंगा!”
जवाब में प्रिंसेज जैक्सन के होंठों से निकलकर एक खनखनाता हुआ कहकहा मानो सारे लंदन में गूंज गया और इस मधुर कहकहे का अंत होते-होते लोगों ने जैक्सन को घोड़ी के नजदीक खड़ी पाया।
दर्शक जाने कौन-सी दुनिया में खोए सिर्फ उसी को देख रहे थे।
¶¶
हर व्यक्ति कांप उठा, हरेक के जिस्म में मौत कि सिहरन दौड़ गई—जो लोग नशे में धुत थे, उनके नशे हिरन हो गए—बैण्ड बन्द हो गए, बजाने वाले कुछ इस तरह डर गए थे कि उन्हें बजाने की सुध ही न रही—यह धमाका ठीक तब हुआ था, जबकि बारात एक प्रमुख चौराहे पर पहुंची।
अलफांसे ने सेहरा हटाकर ऊपर देखा। उस तरफ, जिधर समूचा जनसमूह देख रहा था—एक बहुमंजिली इमारत की छत पर किसी मिनी तोप की नाल नजर आ रही थी, सशस्त्र पुलिस—बारात और भीड़ में मौजूद ब्रिटिश जासूस अचानक ही सतर्क और सक्रिय नजर आने लगे।
“कौन है वहां!” एक अफसर चीख पड़ा।
जवाब में पहले जैसा ही एक और कर्णभेदी विस्फोट गूंजा। तोप की नाल के सिरे पर भयंकर ज्वाला लपलपाती नजर आई—नाल का मुंह आकाश की तरफ था, इसलिए गोला अन्तरिक्ष में जाकर फटा!
हवा में चिंगारियां बिखर गईं। इस एक ही मिनट में सारा वातावरण आतंक और दहशत से भर गया— सशस्त्र जवानों के शस्त्र तोप की तरफ तन गए थे, इससे पहले कि कोई तोप की तरफ फायरिंग करे, अलफांसे चीख पड़ा— “किसी को घबराने या आतंकित होने की जरूरत नहीं है, ये शायद मेरा कोई मेहमान है!”
उसका वाक्य पूरा होने तक तीसरा धमाका हुआ और इसके बाद जो हुआ उसे दर्शक मंत्रमुग्ध-से देखते रह गए। आकाश में चिंगारियों ने दो नाम लिख दिए थे।
अलफांसे वेड्स इर्विन!
चिंगारियों से बने ये दोनों नाम उसी तरह आकाश में वायु के वेग के साथ बह रहे थे जैसे आतिशबाज के द्वारा छोड़े गए बारूद से आकाश में माला बन जाती है!
चमत्कृत-से दर्शक अभी उन दोनों नामों को देख ही रहे थे कि गन की नाल का मुंह सड़क की तरफ हुआ। कोई चीखा—“बचो, इस बार बम बारात पर दागा जा रहा है!”
मगर उसका वाक्य पूरा होते ही—
‘फट्ट’ की एक जोरदार आवाज!
तोप की नाल से एक गठरी-सी निकलकर सड़क की तरफ लपकी और किसी के कुछ समझने से पहले ही खुलकर सड़क पर आ गई और तब दर्शकों ने किसी चमत्कार की तरह बैण्ड वालों के बीचोबीच लहरा रहे टुम्बकटू को देखा—हां, वह टुम्बकटू ही था—चन्द्रमा का वासी, गन्ने-सा पतला और सांप के समान गोल एवं लचीली हड्डियों का मालिक-जिस्म पर वही टैक्नीकलर कोट था!
ऐसा महसूस होता ता जैसे कोट हैंगर पर जूल रहा हो!
“मुबारक हो अन्तर्राष्ट्रीय मुजरिम, शादी मुबारक हो!”
टुम्बकटू के मुंह से बिगड़े हुए रेडियो की-सी आवाज निकालकर सारे वातावरण में गूंज गई!
“ओह!” बागारोफ चीख पड़ा—“तो ये तू है चिड़ी के छक्के!”
“बिल्कुल हम ही हैं बन्दापरवर!” टुम्बकटू ने अजीब-सी मुसकान के साथ कहा और बैण्ड वालों की तरफ मुखातिब होकर बोला— “बन्द क्यों कर दिया, बजाओ—ये गाना कि आज मेरे यार की शादी है!”
यह गाना तो बैंड वालों को नहीं आता था, लेकिन उन्होंने बैण्ड बजाना शुरू जरूर कर दिया और उस अंग्रेजी धुन पर टुम्बकटू मस्त होकर नाचने लगा—वातावरण पुनः धमाकों से पहले जैसा ही हो गया— उछलते-कूदते बाराती गार्डनर स्टेनले के निवास स्थान की तरफ बढ़ने लगे। अब बारात में एक और शैतान की वृद्धि हो गई थी।
¶¶
विचित्र और अपनी किस्म के अलग ही लोगों से भरी बारात गार्डनर स्टेनले के निवास स्थान से एक मोड़ इधर तक ही पहुंच पाई थी कि विजय को कुछ अजीब-सा लगा, बहुत ही ध्यान से उसने किसी आवाज को सुनने की चेष्टा की और कुछ समझते ही उसकी आंखें चमकने लगीं।
वह एक ही जम्प में अलफांसे की घोड़ी पर चढ़ गया तथा घोड़ी की पीठ पर खड़ा होकर जोर से चीखा—“अबे ये ढोल-तबला बन्द कर दो, हमारी मम्मी आ रही है!”
कई बार चीखने पर बैण्ड बन्द हो गया।
वातावरण में संगीत की तरंगें गूंज रही थीं—ऐसा मधुर संगीत कि मुर्दे भी झूम उठें—मदहोश कर देने वाली संगीत ध्वनि—अलफांसे सहित हर व्यक्ति मंत्रमुग्ध-सा हो गया।
यह संगीत जैक्सन के आगमन का प्रतीक था!
जैक्सन यानी प्रिंसेज ऑफ मर्डरलैण्ड!
संगीत की इन तरंगों में कुछ ऐसा जादू था कि सुनने वाले मदहोश हो जाते थे—इंसान के दिलो-दिमाग में उतर जाती थीं वे धुन—और हर व्यक्ति उस वक्त उसी संगीत की मदहोशी में था जब एकाएक ही टुम्बकटू चीख पड़ा— “आह, आ जाओ मेरी प्यारी स्वप्न सुन्दरी—मैं, तुम्हारा दीवाना भी यहीं हूं!”
सभी दर्शक प्रिंसेज जैक्सन को देखने के लिए बेताब हो उठे।
“व...वो...वो रही प्रिंसेज जैक्सन!” कोई चीख पड़ा। और उस वक्त सभी भौंचक्के रह गए, जब लोगों ने प्रिंसेज जैक्सन को देखा—अलफांसे के ठीक ऊपर हवा में एक मुखड़ा चमक रहा था!
सौन्दर्य को भी लजा देने वाली सुन्दरी का मुखड़ा।
गोल, एवं गोरा चेहरा, बड़ी-बड़ी कजरारी आंखें, कमानीदार भवें, सुतवां नाक, पतले-पतले गुलाबी होंठ वाली जैक्सन के माथे पर बिंदिया लगी थी, भाल पर मुकुट—अनगिनत हीरों से जड़ा!
दर्शकों को हवा में तैरता केवल उसका मुखड़ा ही चमक रहा था। हरेक व्यक्ति खोया-सा, हवा में तैरते उस मुखड़े को देखता रह गया।
तभी संगीत की लहरों में एक तेज झमाका!
दर्शकों की तंद्रा टूटी।
हवा में ही जैक्सन के हाथ नजर आए और फिर उसके हाथों से निकलकर ताजा गुलाब की बेशुमार पंखुड़ियां हवा में उड़ती हुई अलफांसे के ऊपर आ गिरीं!
घोड़ी अगले पैर ऊपर उठाकर हिनहिनाई।
किसी ने इस पुष्पवर्षा पर ताली बजाई तो मदहोश-सा सारा जनसमूह ताली बजा उठा—तालियों की गड़गड़ाहट से सारा वातावरण गूंज उठा, जब ये गड़गड़ाहट रुकी तो लोगों ने जैक्सन के होंठों को हिलते देखा और साथ ही सुनी जैक्सन की मधुर आवाज—“इर्विन मुबारक हो अलफांसे!”
“शादी में शामिल होने के लिए धन्यवाद प्रिंसेज!” घोड़ी पर बैठे अलफांसे ने ऊंची आवाज में कहा।
एकाएक ही विकास चीख पड़ा— “तुम तो क्राइमर अंकल से मुहब्बत करती थीं न आण्टी, क्राइमर अंकल तो इर्विन से शादी कर रहे हैं—अब आपका क्या होगा?”
प्रिंसेज जैक्सन के होंठों पर अजीब-सी दर्द भरी मुस्कान उभरी, इस मुस्कान को सभी ने देखा और उसके आशय को पहचाना, फिर वहां प्रिंसेज की आवाज गूंजी—“मनचाही हर मुराद कम-से-कम इस दुनिया में पूरी नहीं होती!”
“अरे, उदास क्यों होती हो स्वप्न सुन्दरी!” एकाएक गन्ने की तरह लहराकर टुम्बकटू कह उठा—“हम जो हैं, तुम्हारे दीवाने—एक बार हुक्म करके देखो, आसमान से चांद-तारे तोड़ लाऊंगा!”
जवाब में प्रिंसेज जैक्सन के होंठों से निकलकर एक खनखनाता हुआ कहकहा मानो सारे लंदन में गूंज गया और इस मधुर कहकहे का अंत होते-होते लोगों ने जैक्सन को घोड़ी के नजदीक खड़ी पाया।
दर्शक जाने कौन-सी दुनिया में खोए सिर्फ उसी को देख रहे थे।
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