hotaks444
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पूनम: ओह रविई बहुत अच्छा लग रहा है. हान्ंनणणन् आईसीए हाइ अपनेन्णन लंड को मेरीए चूत मे कुछ दर्र्ररर रहिईएन दो ओह. तुम्हारा लंड बहुत बड़ा हाइ ओह्ह्ह्ह माआ.
रवि कुछ देर ऐसे ही अपने लंड को पूनम की छूट मे डाले हुए, उसकी चुचियों को चूस्ता रहा. धीरे-2 पूनम की चूत की नसें फूलने लगी. और उसकी चूत मे और ज़्यादा खुजली होने लगी. और अपनी चूत की खुजली मिटाने के लिए, पूनम अपनी कमर को ऊपेर की ओर उचकाने लगी.
पूनम: (अपने होंठो को रवि के कंधों और गर्दन पर रगड़ते हुए) ओह्ह्ह्ह रवि अब जल्दी से मेरी चूत को अपने लंड से ओह रवि चोदो नाआ ओह्ह ओह्ह्ह्ह्ह्हो ओह.
और पूनम तेज़ी से अपनी कमर को ऊपेर की ओर उचका कर रवि के लंड को अपनी चूत के अंदर बाहर करने की कॉसिश करने लगी. उसकी चूत अब पूरी तरहा गीली हो चुकी थी. और रवि के लंड को अपनी दीवारों मे कस-2 कर मसल रही थी.
रवि भी पूनम की चूत की नसों को अपने लंड पर कसता हुआ, महसूस करके मस्त हो गया. और अपने लंड को सुपाडे तक बाहर निकाल कर फिर से एक ही बार मे चूत मे पेलने लगा. लंड चूत गीली होने के कारण फॅक -2 की आवाज़ से अंदर घुस्स गया. पूनम रवि के बदन से एक दम चिपक गयी. उसने अपनी जाँघो को फैला कर अपनी टाँगों को रवि की कमर पर लपेट लिया.
अब रवि का लंड पूनम की चूत की ठुकाई करने के लिए सबसे अच्छी पोज़ीशन मे था. उधर रोमा अपनी चूत मे लगतार उंगली करते हुए, दो बार झाड़ चुकी थी. उसकी चूत , चूत के झांते और उसके हाथ उसकी चूत से निकल रहे रस से एक दम भीग चुके थे. और वो दो बार झड़ने के बाद फिर से गरम हो चुकी थी.
रवि अपने लंड को धीरे-2 पूनम की चूत के अंदर बाहर करने लगा. लंड का सुपाडा चूत की दीवारों से रगड़ ख़ाता हुआ अंदर बाहर हो रहा था. और पूनम भी अपनी चूत को ऊपेर की तरफ उचका-2 कर रवि के लंड को अपनी चूत मे लेकर चुदवा रही थी.
पूनम: ओह रवि आज मुझे ओह्ह्ह्ह माआ जीईई भर क्ीई ओह चोद ले ओह मुझिईए सरीई रात चोद्द्द्द ओह मेरी जानंणणन् उंह उंह
और पूनम रवि के फेस को ऊपेर करके उसके पूरे फेस पर चुंबनो की बोछार करने लगी. ऊपेर से वो रवि के फेस के चारो तरफ चूम कर रवि के लिए अपने प्यार का इज़हार कर रही थी. और नीचे से पूनम की चूत अपना काम रस बहा कर रवि के लंड के लिए अपने प्यार का इज़हार कर रही थी.
दोनो पहले से काफ़ी गरम थे. जब रवि का लंड पूनम की चूत मे जड तक उतरता. तो रवि के लंड की जडो के आस पास का हिस्सा, पूनम की चूत की फांकों और उसके आस पास के हिस्से पर बुरी तरहा चोट करता. पर दोनो एक दूसरे की ओर अपनी कमर को पटक रहे त. पूनम की चूत की फाँकें और आस पास का हिस्सा एक दम लाल हो चुका था. पर वासना इस कदर हावी थी, कि दोनो मे से किसी को होश नही था.
दोनो अब झड़ने के करीब थे, और दोनो तेज़ी से अपने कमर को हिला रहे थे. रवि का लंड अब किसी एंजिन के पिस्टन की तरह तेज़ी से पूनम की चूत के अंदर बाहर हो रहा था. दोनो एक दूसरे से लिपटे हुए, एक दूसरे के बदन को चूम रहे थे.
पूनम: (एक दम मस्ती से भरी आवाज़ मे) ओह्ह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह रवि मेरी चूत आहह ओह्ह्ह्ह पानी छोड़ने वाली है. तेज़ी से अपने लंड से चोदो ना ओह्ह्ह्ह और ज़ोर से और तेजज्ज़ ओह मरर गयी ओह्ह माआ रवि रवि अहह अहह ओह
पूनम का बदन एक दम से ढीला पड़ गया. और रवि भी 3-2 बार अपने लंड को अंदर बाहर करने के बाद उसकी चूत मे अपने वीर्य की बोछार करने लगा. दोनो निढाल होकर लेट गये. जब कुछ देर बाद पूनम की साँसें दुरस्त हुई. उसने जल्दी से अपने ऊपेर से रवि को हटाया. और अपने पैंटी और लोवर पहन कर बाहर की तरफ जाने लगी.
रवि: (जल्दी से खड़ा होते हुए)कहाँ जा रही हो.
पूनम जानती थी, कि अगर रवि का बॅस चले तो, वो उसे सारी रात ऐसे ही अपने कमरे मे चोदता रहे गा. पर पूनम जानती थी, कि दोनो ने कॉंडम के बिना सेक्स किया है. जो ठीक नही है. और वो रवि को रोक भी नही पायगी.
पूनम: वो मे बाथरूम मे जा रही हूँ.
रवि: अच्छा जल्दी आना मे तुम्हारा इंतजार कर रहा हूँ.
ये बोलते ही रवि फिर से अपना पाजामा पहन कर वापिस बिस्तर पर बैठ गया. पूनम ने डोर खोला और, डोर के बाहर जाकर बोली. अब सो जाओ. मे भी अपने रूम मे सोने जा रही हूँ.
और पूनम ये बोल कर तेज़ी से भाग कर अपने कमरे मे आ गयी. और अंदर डोर लॉक कर लिया. जब तक रवि बाहर आया, तो पूनम अपने कमरे मे घुस्स चुकी थी.
रवि अपने होंठो पर मुस्कान लिए अंदर आ गया. और लाइट बंद कर बिस्तर पर लेट गया. उसके दिल को इतना तो सकुन मिल ही गया था, कि अब जब भी आगे उसे मोका मिलेगा. वो पूनम को चोद सकता है
अगली सुबह जब रवि उठा. तो 10 बज चुके थे. जब वो नहा धो कर आगे हवेली मे गया तो, सामने मुरली और उसकी पत्नी निर्मला खड़ी थी.
रवि: अर्रे मुरली काका . आप यहाँ कैसे आना हुआ?
मुरली: वो बाबू जी ने तेरी काकी को यहाँ हवेली मे काम के लिए बुलाया है. वो आज से कुछ महीनो के लिए यहीं रहेगी.
रवि: ओह्ह अच्छा. और सुनाओ आप कैसे हो.
मुरली: मे ठीक हूँ. बेटा तुम कैसे हो?
रवि: मे भी ठीक हूँ काका. और खेतो मे काम कैसे चल रहा है.
मुरली: बस सब ठीक है.
और इतने मे राज भी अपने रूम से बाहर आ गया. निर्मला को देख राज के होंठो पर मुस्कान आ गये. दोनो की नज़रें आपस मे मिली. और निर्मला ने अपनी सारी के पल्लू को अपने होंठो के आगे कर लिया. ताकि किसी को शक ना हो.
राज : और आ गये.
मुरली: जी बाबू जी.
राज : और खेतो मे काम कैसे चल रहा है.
मुरली: बाबू जी सब ठीक है. अच्छा बाबू जी अब मे चलता हूँ.
राज : ठीक है. अगर किसी चीज़ की ज़रूरत पड़े तो मुझ बता देना.
मुरली: जी बाबू जी.
और मुरली वापिस चला गया.
रवि कुछ देर ऐसे ही अपने लंड को पूनम की छूट मे डाले हुए, उसकी चुचियों को चूस्ता रहा. धीरे-2 पूनम की चूत की नसें फूलने लगी. और उसकी चूत मे और ज़्यादा खुजली होने लगी. और अपनी चूत की खुजली मिटाने के लिए, पूनम अपनी कमर को ऊपेर की ओर उचकाने लगी.
पूनम: (अपने होंठो को रवि के कंधों और गर्दन पर रगड़ते हुए) ओह्ह्ह्ह रवि अब जल्दी से मेरी चूत को अपने लंड से ओह रवि चोदो नाआ ओह्ह ओह्ह्ह्ह्ह्हो ओह.
और पूनम तेज़ी से अपनी कमर को ऊपेर की ओर उचका कर रवि के लंड को अपनी चूत के अंदर बाहर करने की कॉसिश करने लगी. उसकी चूत अब पूरी तरहा गीली हो चुकी थी. और रवि के लंड को अपनी दीवारों मे कस-2 कर मसल रही थी.
रवि भी पूनम की चूत की नसों को अपने लंड पर कसता हुआ, महसूस करके मस्त हो गया. और अपने लंड को सुपाडे तक बाहर निकाल कर फिर से एक ही बार मे चूत मे पेलने लगा. लंड चूत गीली होने के कारण फॅक -2 की आवाज़ से अंदर घुस्स गया. पूनम रवि के बदन से एक दम चिपक गयी. उसने अपनी जाँघो को फैला कर अपनी टाँगों को रवि की कमर पर लपेट लिया.
अब रवि का लंड पूनम की चूत की ठुकाई करने के लिए सबसे अच्छी पोज़ीशन मे था. उधर रोमा अपनी चूत मे लगतार उंगली करते हुए, दो बार झाड़ चुकी थी. उसकी चूत , चूत के झांते और उसके हाथ उसकी चूत से निकल रहे रस से एक दम भीग चुके थे. और वो दो बार झड़ने के बाद फिर से गरम हो चुकी थी.
रवि अपने लंड को धीरे-2 पूनम की चूत के अंदर बाहर करने लगा. लंड का सुपाडा चूत की दीवारों से रगड़ ख़ाता हुआ अंदर बाहर हो रहा था. और पूनम भी अपनी चूत को ऊपेर की तरफ उचका-2 कर रवि के लंड को अपनी चूत मे लेकर चुदवा रही थी.
पूनम: ओह रवि आज मुझे ओह्ह्ह्ह माआ जीईई भर क्ीई ओह चोद ले ओह मुझिईए सरीई रात चोद्द्द्द ओह मेरी जानंणणन् उंह उंह
और पूनम रवि के फेस को ऊपेर करके उसके पूरे फेस पर चुंबनो की बोछार करने लगी. ऊपेर से वो रवि के फेस के चारो तरफ चूम कर रवि के लिए अपने प्यार का इज़हार कर रही थी. और नीचे से पूनम की चूत अपना काम रस बहा कर रवि के लंड के लिए अपने प्यार का इज़हार कर रही थी.
दोनो पहले से काफ़ी गरम थे. जब रवि का लंड पूनम की चूत मे जड तक उतरता. तो रवि के लंड की जडो के आस पास का हिस्सा, पूनम की चूत की फांकों और उसके आस पास के हिस्से पर बुरी तरहा चोट करता. पर दोनो एक दूसरे की ओर अपनी कमर को पटक रहे त. पूनम की चूत की फाँकें और आस पास का हिस्सा एक दम लाल हो चुका था. पर वासना इस कदर हावी थी, कि दोनो मे से किसी को होश नही था.
दोनो अब झड़ने के करीब थे, और दोनो तेज़ी से अपने कमर को हिला रहे थे. रवि का लंड अब किसी एंजिन के पिस्टन की तरह तेज़ी से पूनम की चूत के अंदर बाहर हो रहा था. दोनो एक दूसरे से लिपटे हुए, एक दूसरे के बदन को चूम रहे थे.
पूनम: (एक दम मस्ती से भरी आवाज़ मे) ओह्ह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह रवि मेरी चूत आहह ओह्ह्ह्ह पानी छोड़ने वाली है. तेज़ी से अपने लंड से चोदो ना ओह्ह्ह्ह और ज़ोर से और तेजज्ज़ ओह मरर गयी ओह्ह माआ रवि रवि अहह अहह ओह
पूनम का बदन एक दम से ढीला पड़ गया. और रवि भी 3-2 बार अपने लंड को अंदर बाहर करने के बाद उसकी चूत मे अपने वीर्य की बोछार करने लगा. दोनो निढाल होकर लेट गये. जब कुछ देर बाद पूनम की साँसें दुरस्त हुई. उसने जल्दी से अपने ऊपेर से रवि को हटाया. और अपने पैंटी और लोवर पहन कर बाहर की तरफ जाने लगी.
रवि: (जल्दी से खड़ा होते हुए)कहाँ जा रही हो.
पूनम जानती थी, कि अगर रवि का बॅस चले तो, वो उसे सारी रात ऐसे ही अपने कमरे मे चोदता रहे गा. पर पूनम जानती थी, कि दोनो ने कॉंडम के बिना सेक्स किया है. जो ठीक नही है. और वो रवि को रोक भी नही पायगी.
पूनम: वो मे बाथरूम मे जा रही हूँ.
रवि: अच्छा जल्दी आना मे तुम्हारा इंतजार कर रहा हूँ.
ये बोलते ही रवि फिर से अपना पाजामा पहन कर वापिस बिस्तर पर बैठ गया. पूनम ने डोर खोला और, डोर के बाहर जाकर बोली. अब सो जाओ. मे भी अपने रूम मे सोने जा रही हूँ.
और पूनम ये बोल कर तेज़ी से भाग कर अपने कमरे मे आ गयी. और अंदर डोर लॉक कर लिया. जब तक रवि बाहर आया, तो पूनम अपने कमरे मे घुस्स चुकी थी.
रवि अपने होंठो पर मुस्कान लिए अंदर आ गया. और लाइट बंद कर बिस्तर पर लेट गया. उसके दिल को इतना तो सकुन मिल ही गया था, कि अब जब भी आगे उसे मोका मिलेगा. वो पूनम को चोद सकता है
अगली सुबह जब रवि उठा. तो 10 बज चुके थे. जब वो नहा धो कर आगे हवेली मे गया तो, सामने मुरली और उसकी पत्नी निर्मला खड़ी थी.
रवि: अर्रे मुरली काका . आप यहाँ कैसे आना हुआ?
मुरली: वो बाबू जी ने तेरी काकी को यहाँ हवेली मे काम के लिए बुलाया है. वो आज से कुछ महीनो के लिए यहीं रहेगी.
रवि: ओह्ह अच्छा. और सुनाओ आप कैसे हो.
मुरली: मे ठीक हूँ. बेटा तुम कैसे हो?
रवि: मे भी ठीक हूँ काका. और खेतो मे काम कैसे चल रहा है.
मुरली: बस सब ठीक है.
और इतने मे राज भी अपने रूम से बाहर आ गया. निर्मला को देख राज के होंठो पर मुस्कान आ गये. दोनो की नज़रें आपस मे मिली. और निर्मला ने अपनी सारी के पल्लू को अपने होंठो के आगे कर लिया. ताकि किसी को शक ना हो.
राज : और आ गये.
मुरली: जी बाबू जी.
राज : और खेतो मे काम कैसे चल रहा है.
मुरली: बाबू जी सब ठीक है. अच्छा बाबू जी अब मे चलता हूँ.
राज : ठीक है. अगर किसी चीज़ की ज़रूरत पड़े तो मुझ बता देना.
मुरली: जी बाबू जी.
और मुरली वापिस चला गया.