hotaks444
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मेने भी उत्साह से सीत्कारना शुरू कर
दिया..सीईईपूचसीईईपुच्चसीईयपुच्च्च्चसीए ईईएपुच्च्चसीईए
ईईईएपुच्च्च्च्च.उसके धक्को का ज़ोर क्रमवार ज़्यादा,और ज़्यादा,और
ज़्यादा से भी ज़्यादा होता गया. मैं सीत्कारीया भर भर उस का उत्साह
बढ़ाती रही..कैसा लग रहा है बीबीजी. वह पूछा. पर मैं जवाब
नही दे सकी..मज़ा पा रही हो ना.-यह तो मज़ा लेने की चीज़ है
बीबीजी.-खूब मज़ा लिया करो.. वह मेरे गाल ही नहीपुरा चेहरा ही
चूम डाला. मेरे पूरे चेहरे को चूम चूम चुदाई लगाई. दाया गाल
चूमधक्का मारा. बाया गाल चूमधक्का मारा. तोड़ी चूमा लंडपेला.
कान चूमा लंड घुसाया. आख़ें चूमि-धक्का मारा. माथा चूमा लंड
घुसेड़ा. कनपटी चूमा-धक्का मारा. गर्ज यह की होठ छोड़ मेरे
चेहरे पर ऐसी कोई जगह नही बची जहा उसने अपना ठप्पा ना
लगाया हो. होठ नही चूमे..अपने लंबे लंड से धक्के मार मार कर
मेरी चूत की एक एक इंच जगह चोद डाली. इस पूरे प्रकरण मे दो
चीज़ों ने मुझे परेशान किया. एक तो उसकी बड़ी बड़ी झाओ मूँछे
मुझे सब जगह गढ़ती रही. दूसरी उसके मुँह से आती बीड़ी की तीखी
गंध. तीखी बास से चुदते चुदते मेरी तो नाक ही सड़ गयी. पर
आप से मान की बात कहती हुंमुझे लगा अच्छा...बहुत ही अच्छा. पूरा
चेहरा उसके थूक से गीला हो गया. गालों को चूम चूम कर लाल कर
डाला..फिर चोदते चोदते चूमते चूमते वो झाड़ा. मोटा लंड एक दम
से फूल उठा. झटका खाया तो उसने गुर्रा के पूरा अंदर घुसेड
दिया. लंड ने तुनकी खाई और एक पिचकारी सी छोड़ी. ठीक उसी
समय हरिया के मुँह से गुर्राहट निकली. मेरा दाया गाल अपने मुँह
मे ले ज़ोर से चूस डाला. तभी लंड ने दूसरी तुनकी ली. और
पिचकारी छोड़ी. वह ज़ोर से.उउउउउउ किया..
मेरे गाल की चुसाइ बढ़ा दिया. बस उस के इस प्रकार की हरकत से मैं
समझ गयी कि इसे पूरा मज़ा मिला है. और यह अहसास कि मैने इसे
मज़ा दिया है.मुझे भी झाड़ा गया. मेरी भी ठीक उसी समय चूत हो
गयी. डिस्चार्ज..मेरा जोरदार स्खलन हुआ. बुरी तरह कंपकापाते हुए
मैं अपने पर चढ़े हरिया को हाथों से पकड़ ली. हम दोनो को ही होश
ना था. वह मेरी चूत मे झरता रहा. उसके लंड से बाद मे भी और
तुनकिया छूटी. और मई उसके लंड पर अपना पानी बहाती रही. दोनो
दो जिस्म एक जान हो गये.
दिया..सीईईपूचसीईईपुच्चसीईयपुच्च्च्चसीए ईईएपुच्च्चसीईए
ईईईएपुच्च्च्च्च.उसके धक्को का ज़ोर क्रमवार ज़्यादा,और ज़्यादा,और
ज़्यादा से भी ज़्यादा होता गया. मैं सीत्कारीया भर भर उस का उत्साह
बढ़ाती रही..कैसा लग रहा है बीबीजी. वह पूछा. पर मैं जवाब
नही दे सकी..मज़ा पा रही हो ना.-यह तो मज़ा लेने की चीज़ है
बीबीजी.-खूब मज़ा लिया करो.. वह मेरे गाल ही नहीपुरा चेहरा ही
चूम डाला. मेरे पूरे चेहरे को चूम चूम चुदाई लगाई. दाया गाल
चूमधक्का मारा. बाया गाल चूमधक्का मारा. तोड़ी चूमा लंडपेला.
कान चूमा लंड घुसाया. आख़ें चूमि-धक्का मारा. माथा चूमा लंड
घुसेड़ा. कनपटी चूमा-धक्का मारा. गर्ज यह की होठ छोड़ मेरे
चेहरे पर ऐसी कोई जगह नही बची जहा उसने अपना ठप्पा ना
लगाया हो. होठ नही चूमे..अपने लंबे लंड से धक्के मार मार कर
मेरी चूत की एक एक इंच जगह चोद डाली. इस पूरे प्रकरण मे दो
चीज़ों ने मुझे परेशान किया. एक तो उसकी बड़ी बड़ी झाओ मूँछे
मुझे सब जगह गढ़ती रही. दूसरी उसके मुँह से आती बीड़ी की तीखी
गंध. तीखी बास से चुदते चुदते मेरी तो नाक ही सड़ गयी. पर
आप से मान की बात कहती हुंमुझे लगा अच्छा...बहुत ही अच्छा. पूरा
चेहरा उसके थूक से गीला हो गया. गालों को चूम चूम कर लाल कर
डाला..फिर चोदते चोदते चूमते चूमते वो झाड़ा. मोटा लंड एक दम
से फूल उठा. झटका खाया तो उसने गुर्रा के पूरा अंदर घुसेड
दिया. लंड ने तुनकी खाई और एक पिचकारी सी छोड़ी. ठीक उसी
समय हरिया के मुँह से गुर्राहट निकली. मेरा दाया गाल अपने मुँह
मे ले ज़ोर से चूस डाला. तभी लंड ने दूसरी तुनकी ली. और
पिचकारी छोड़ी. वह ज़ोर से.उउउउउउ किया..
मेरे गाल की चुसाइ बढ़ा दिया. बस उस के इस प्रकार की हरकत से मैं
समझ गयी कि इसे पूरा मज़ा मिला है. और यह अहसास कि मैने इसे
मज़ा दिया है.मुझे भी झाड़ा गया. मेरी भी ठीक उसी समय चूत हो
गयी. डिस्चार्ज..मेरा जोरदार स्खलन हुआ. बुरी तरह कंपकापाते हुए
मैं अपने पर चढ़े हरिया को हाथों से पकड़ ली. हम दोनो को ही होश
ना था. वह मेरी चूत मे झरता रहा. उसके लंड से बाद मे भी और
तुनकिया छूटी. और मई उसके लंड पर अपना पानी बहाती रही. दोनो
दो जिस्म एक जान हो गये.