hotaks444
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अगली सुबह जैसा की डिसाइड हुआ था, हम सब होटेल के लिए निकल गये..
होल के बाहर ही हमने अपने अपने पार्ट्नर के साथ जोड़ी बना ली..
मैं अमन के साथ, रंगीला अंकिता के साथ, कोमल दीपक के साथ और रूचि जय के साथ..
हम सब ने चेक इन करा ली..
फिर सीधे लंच के लिए पहुचे..
लंच के बाद हम सब अपने अपने कमरे में चले गये..
मैंने जैसे ही रूम में एंटर किया.. मैंने देखा की अमन ने मेरे लिए फूलों का एक गुलदस्ता रखवाया था..
अमन – एक खूबसूरत लेडी के लिए खूबसूरत गुलदस्ता.. ..
मिनी – धन्यवाद अमन.. ..
अमन – धन्यवाद आपको दीदी, ऐसा अरेंज करने के लिए.. ..
मिनी – दीदी, तुम भी दीदी बुलाओगे.. ..
अमन – वो रूचि, हमेशा आपको “दीदी दीदी” बोलती है ना.. ..
मिनी – ठीक है कोई बात नहीं, तुम भी बुला लो.. .. फिर कुछ ही देर में अपनी दीदी को चोदने वाले हो.. .. बहन चोद बनोगे क्या.. ..
अमन – दीदी आप “चोदना, बहन चोद वर्ड” ऐसे ही इस्तेमाल कर लेती हैं.. .. मुझे तो बहुत शर्म आती है.. ..
मिनी – तुम जब अपने लंड को मेरे चूत में डालोगे तो उसे चोदना ही बोलते हैं.. .. जो बहन को चोदता है वो बहन चोद ही होता है.. ..
अमन – हाँ दीदी, मैं आपको चोदना चाहता हूँ.. .. बनना चाहता हूँ बहन चोद.. ..
मिनी – गुड और क्या क्या करना चाहते हो ..?.. और दीदी ही बुलाओगे या चोदना है तो कुछ और.. ..
अमन – दीदी दीदी बोल के चोदना ज़्यादा एग्ज़ाइटिंग साउंड कर रहा है.. .. पर ऐसा कुछ प्लान नहीं किया था, मैंने.. .. यदि आपको अच्छा नहीं लग रहा तो नहीं सही.. ..
मिनी – नहीं नहीं, असल में जब तुम दीदी बोले रहे तो मुझे भी ज़्यादा एग्ज़ाइटिंग लग रहा है.. .. आज तो मैं अपने छोटे, बहन चोद भाई अमन से ही चुदवाउंगी.. ..
अमन – धन्यवाद दीदी.. ..
मिनी – तुम्हारी दीदी को सूखा सूखा धन्यवाद नहीं चलता.. ..
अमन – फिर ..?..
मिनी – गीला गीला करके धन्यवाद लेती हूँ मैं.. ..
अमन – क्या पिलाऊं दीदी ..?..
मिनी – अपने लंड का रस पीला दो मेरे भाई.. .. अपनी दीदी के मुंह में अपना लंड दे दो.. .. उसके बाद दीदी खुद ही तुम्हारे लंड को मिल्क कर लेगी.. ..
अमन – दीदी, आप जबरदस्त माल हो.. .. मेरा लंड आपके मुंह में जाने के लिए उतावला हो रहा है.. ..
मिनी – अपने लंड को आज़ाद तो कर बहन चोद.. .. उसे सलामी लेने दे मेरी.. ..
फिर अमन ने जल्दी से अपना पैंट निकाला..
अंडरवियर खोलने ही वाला था की मैंने उसे पकड़ लिया..
फिर उसके लंड को अंडरवियर के ऊपर से टच करने लगी..
सही मैं उसका लंड टन के एक दम खड़ा हुआ था..
मैंने उसके लंड को थोड़ा सहलाया.. और फिर उसके लंड को अंडरवियर से बाहर किया.. ..
रूचि ने सही कहा था की उसका लंड 5..5 इंच का पर सच मैं एक जवान लंड हाथ में था..
जवान लंड का अपना अलग ही नशा है..
मुझे उसके लंड को नेकेड छू के बहुत ही ज़्यादा मज़ा आ रहा था..
अमन – दीदी, मेरा लंड छोटा है ना ..?..
मिनी – नहीं रे, लंड नॉर्मल साइज़ का ही है पर मेरे हज़्बेंड से थोड़ा छोटा है.. .. कोई बात नहीं है.. .. तुम्हारी दीदी है ना, लंड की साइज़ से ज़्यादा उसका स्टॅमिना माइने रखता है और फिर कूदरत ने तेरे को थोड़ा छोटा बनाया तो क्या हुआ, इसकी मोटाई तो देख देखने से लगता है की ये मेरे मुंह में, चूत में गाण्ड में घुसेगा तो मज़ा देने वाला है.. .. मैं तो आज इस लंड को अपने हर छेद में लूँगी.. ..
अमन – धन्यवाद दीदी, मुझे लगा की आपको मेरा लंड पसंद नहीं आएगा.. ..
मिनी – पूरे ग्रूप में सबसे जवान लंड है तेरा, तुझसे तो सब चुदवाने के लिए तरस रहे हैं.. ..
अमन – सच दीदी.. ..
मिनी – हाँ रे.. ..
फिर मैंने उसके लंड के सुपाड़े से स्किन को हटाया..
प्री कम से उसका सुपाड़ा चमक रहा था..
मैंने हाथ से ही उसके लंड की मालिश शुरू की.. थूक से उसके लंड को गीला किया और उसके लंड को मसलने लगी..
अमन ने आँखें बंद कर ली, और मज़े लेने लगा..
फिर, मैंने उसके लंड के सुपाड़े को बस अपने मुंह में लिया और उसे चूसने लगी..
उसका लंड काफ़ी अमाउंट में प्री कम छोड़ रहा था मैं सारा का सारा चूस रही थी..
सच में, एक अलग सी कशिश थी उसके लंड में..
अमन – दीदी आप बहुत अच्छा चूसती हो, मेरा पूरा लंड ले लो ना अपने मुंह में.. ..
मिनी – धीरे धीरे मेरे भाई, पहले तेरे सुपाड़े को तो अच्छे से चूस लूँ.. ..
फिर मैंने एक हाथ से उसके बॉल्स को सहलाना शुरू किया, दूसरे हाथ से उसके लंड को पकड़ के उसके सुपाड़े को ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी..
वो बीच बीच में अपनी गाण्ड उठा उठा के मेरे मुंह में पूरा लंड डालने की कोशिश कर रहा था..
फिर मैंने उसकी बात मान ली और उसके पूरे लंड को अपने मुंह के अंदर ले लिया..
थोड़ी देर तक अंदर ही उसके लंड को निचोड़ने लगी..
फिर मैंने उसे ब्लो जोब देना शुरू किया.. पूरा लंड अपने मुंह में लेने लगी और बाहर निकलते वक़्त सुपाड़े को ज़ोर से चूस के फिर से पूरा लंड अंदर ले रही थी..
अमन और भी ज़ोर ज़ोर से अपनी गाण्ड उठा उठा के मेरे मुंह में धक्के देने लगा था..
जब उसका लंड पूरा मेरे मुंह में होता, तो मेरा मुंह पूरा भर जाता था..
अच्छा मोटा था, उसका लंड..
फिर मैंने उसके लंड को बाहर निकाला और अपना टॉप और ब्रा भी निकल के साइड में रख दिया..
उसके लंड को अपने हाथ से पकड़ के मैंने अपनी दोनों चुचियों को थपकना शुरू किया..
अपने निप्पल से उसके लंड के छेद के पास सहलाने लगी..
फिर उसके लंड को चूसने लगी..
अमन अभी भी आँखें बंद कर के मज़े ले रहा था..
होल के बाहर ही हमने अपने अपने पार्ट्नर के साथ जोड़ी बना ली..
मैं अमन के साथ, रंगीला अंकिता के साथ, कोमल दीपक के साथ और रूचि जय के साथ..
हम सब ने चेक इन करा ली..
फिर सीधे लंच के लिए पहुचे..
लंच के बाद हम सब अपने अपने कमरे में चले गये..
मैंने जैसे ही रूम में एंटर किया.. मैंने देखा की अमन ने मेरे लिए फूलों का एक गुलदस्ता रखवाया था..
अमन – एक खूबसूरत लेडी के लिए खूबसूरत गुलदस्ता.. ..
मिनी – धन्यवाद अमन.. ..
अमन – धन्यवाद आपको दीदी, ऐसा अरेंज करने के लिए.. ..
मिनी – दीदी, तुम भी दीदी बुलाओगे.. ..
अमन – वो रूचि, हमेशा आपको “दीदी दीदी” बोलती है ना.. ..
मिनी – ठीक है कोई बात नहीं, तुम भी बुला लो.. .. फिर कुछ ही देर में अपनी दीदी को चोदने वाले हो.. .. बहन चोद बनोगे क्या.. ..
अमन – दीदी आप “चोदना, बहन चोद वर्ड” ऐसे ही इस्तेमाल कर लेती हैं.. .. मुझे तो बहुत शर्म आती है.. ..
मिनी – तुम जब अपने लंड को मेरे चूत में डालोगे तो उसे चोदना ही बोलते हैं.. .. जो बहन को चोदता है वो बहन चोद ही होता है.. ..
अमन – हाँ दीदी, मैं आपको चोदना चाहता हूँ.. .. बनना चाहता हूँ बहन चोद.. ..
मिनी – गुड और क्या क्या करना चाहते हो ..?.. और दीदी ही बुलाओगे या चोदना है तो कुछ और.. ..
अमन – दीदी दीदी बोल के चोदना ज़्यादा एग्ज़ाइटिंग साउंड कर रहा है.. .. पर ऐसा कुछ प्लान नहीं किया था, मैंने.. .. यदि आपको अच्छा नहीं लग रहा तो नहीं सही.. ..
मिनी – नहीं नहीं, असल में जब तुम दीदी बोले रहे तो मुझे भी ज़्यादा एग्ज़ाइटिंग लग रहा है.. .. आज तो मैं अपने छोटे, बहन चोद भाई अमन से ही चुदवाउंगी.. ..
अमन – धन्यवाद दीदी.. ..
मिनी – तुम्हारी दीदी को सूखा सूखा धन्यवाद नहीं चलता.. ..
अमन – फिर ..?..
मिनी – गीला गीला करके धन्यवाद लेती हूँ मैं.. ..
अमन – क्या पिलाऊं दीदी ..?..
मिनी – अपने लंड का रस पीला दो मेरे भाई.. .. अपनी दीदी के मुंह में अपना लंड दे दो.. .. उसके बाद दीदी खुद ही तुम्हारे लंड को मिल्क कर लेगी.. ..
अमन – दीदी, आप जबरदस्त माल हो.. .. मेरा लंड आपके मुंह में जाने के लिए उतावला हो रहा है.. ..
मिनी – अपने लंड को आज़ाद तो कर बहन चोद.. .. उसे सलामी लेने दे मेरी.. ..
फिर अमन ने जल्दी से अपना पैंट निकाला..
अंडरवियर खोलने ही वाला था की मैंने उसे पकड़ लिया..
फिर उसके लंड को अंडरवियर के ऊपर से टच करने लगी..
सही मैं उसका लंड टन के एक दम खड़ा हुआ था..
मैंने उसके लंड को थोड़ा सहलाया.. और फिर उसके लंड को अंडरवियर से बाहर किया.. ..
रूचि ने सही कहा था की उसका लंड 5..5 इंच का पर सच मैं एक जवान लंड हाथ में था..
जवान लंड का अपना अलग ही नशा है..
मुझे उसके लंड को नेकेड छू के बहुत ही ज़्यादा मज़ा आ रहा था..
अमन – दीदी, मेरा लंड छोटा है ना ..?..
मिनी – नहीं रे, लंड नॉर्मल साइज़ का ही है पर मेरे हज़्बेंड से थोड़ा छोटा है.. .. कोई बात नहीं है.. .. तुम्हारी दीदी है ना, लंड की साइज़ से ज़्यादा उसका स्टॅमिना माइने रखता है और फिर कूदरत ने तेरे को थोड़ा छोटा बनाया तो क्या हुआ, इसकी मोटाई तो देख देखने से लगता है की ये मेरे मुंह में, चूत में गाण्ड में घुसेगा तो मज़ा देने वाला है.. .. मैं तो आज इस लंड को अपने हर छेद में लूँगी.. ..
अमन – धन्यवाद दीदी, मुझे लगा की आपको मेरा लंड पसंद नहीं आएगा.. ..
मिनी – पूरे ग्रूप में सबसे जवान लंड है तेरा, तुझसे तो सब चुदवाने के लिए तरस रहे हैं.. ..
अमन – सच दीदी.. ..
मिनी – हाँ रे.. ..
फिर मैंने उसके लंड के सुपाड़े से स्किन को हटाया..
प्री कम से उसका सुपाड़ा चमक रहा था..
मैंने हाथ से ही उसके लंड की मालिश शुरू की.. थूक से उसके लंड को गीला किया और उसके लंड को मसलने लगी..
अमन ने आँखें बंद कर ली, और मज़े लेने लगा..
फिर, मैंने उसके लंड के सुपाड़े को बस अपने मुंह में लिया और उसे चूसने लगी..
उसका लंड काफ़ी अमाउंट में प्री कम छोड़ रहा था मैं सारा का सारा चूस रही थी..
सच में, एक अलग सी कशिश थी उसके लंड में..
अमन – दीदी आप बहुत अच्छा चूसती हो, मेरा पूरा लंड ले लो ना अपने मुंह में.. ..
मिनी – धीरे धीरे मेरे भाई, पहले तेरे सुपाड़े को तो अच्छे से चूस लूँ.. ..
फिर मैंने एक हाथ से उसके बॉल्स को सहलाना शुरू किया, दूसरे हाथ से उसके लंड को पकड़ के उसके सुपाड़े को ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी..
वो बीच बीच में अपनी गाण्ड उठा उठा के मेरे मुंह में पूरा लंड डालने की कोशिश कर रहा था..
फिर मैंने उसकी बात मान ली और उसके पूरे लंड को अपने मुंह के अंदर ले लिया..
थोड़ी देर तक अंदर ही उसके लंड को निचोड़ने लगी..
फिर मैंने उसे ब्लो जोब देना शुरू किया.. पूरा लंड अपने मुंह में लेने लगी और बाहर निकलते वक़्त सुपाड़े को ज़ोर से चूस के फिर से पूरा लंड अंदर ले रही थी..
अमन और भी ज़ोर ज़ोर से अपनी गाण्ड उठा उठा के मेरे मुंह में धक्के देने लगा था..
जब उसका लंड पूरा मेरे मुंह में होता, तो मेरा मुंह पूरा भर जाता था..
अच्छा मोटा था, उसका लंड..
फिर मैंने उसके लंड को बाहर निकाला और अपना टॉप और ब्रा भी निकल के साइड में रख दिया..
उसके लंड को अपने हाथ से पकड़ के मैंने अपनी दोनों चुचियों को थपकना शुरू किया..
अपने निप्पल से उसके लंड के छेद के पास सहलाने लगी..
फिर उसके लंड को चूसने लगी..
अमन अभी भी आँखें बंद कर के मज़े ले रहा था..