hotaks444
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मैंने हाथ चूत से हटा दिया और दोनों मर्दो के सामने मैं अकेली औरत नंगी खड़ी थी.. रंगीला ने भी अपना लंड पैंट से निकाला तो मूठ मारने लगा..
रंगीला – मत रूको मिनी, कंटिन्यू ना.. जैसा करती थी तुम..
मिनी – शो ख़तम रंगीला..
रंगीला – नो प्लीज़ कंटिन्यू..
जय – रंगीला, यार मिनी पूरी नंगी हो चुकी है.. अब क्या करेगी वो..
रंगीला – बेस्ट पार्ट अभी बाकी है मेरे दोस्त..
जय – मिनी, और दिखाओ दिखाओ..
मैं समझ गई की रंगीला क्या चाहता था.. पहले जब भी मैं स्ट्रीप टीज़ करती थी, स्ट्रीप के बाद मैं रंगीला के सामने अपने चूत को फिंगर करती थी और फिर गरम होने के बाद में रंगीला को चोदने के लिए रिक्वेस्ट करती थी..
रंगीला यही चाहता था की मैं फिर से वो करूँ.. मैं ऑलरेडी नंगी थी, जय और रंगीला दोनों अपना अपना लंड ले के बैठे थे..
मिनी – ओ के .., तुम दोनों.. इधर खड़े हो जाओ.. सोफा मुझे दे दो..
दोनों तुरंत सोफे से उठकर सामने खड़े हो गये.. मैं सोफे पे बैठी..
अपने एक पैर को सोफे पे रखा दूसरा नीचे ही था..
मैंने दोनों पैरों को फैलाया पीठ को पीछे और पीठ से सपोर्ट लिया..
फिर अपने लेफ्ट हाथ से अपनी लेफ्ट बूब्स को पकड़ा और उसके साथ खेलनी लगी, साथ ही राइट हैंड की 3 उंगली को मैंने चूत में डाला और उन दोनों के लिए शो स्टार्ट किया..
मैं उन दोनों के सामने अपनी चूत को अपने 3 उंगली से चोद्ने लगी..
वो दोनों मुझे आखें फाड़ फाड़ के देख रहे थे और अपना अपना लंड हिला रहे थे.. आज पूरा माहोल इतना गरम था की मैं थोड़े दी देर में झड़ने लगी..
मेरी पूरी बॉडी वाइब्रट कर रही थी झाड़ते वक़्त.. मेरी चूत में एक अजीब से मच मच हो रही थी.. मेरी चूत को अब एक लंड बड़ा वाला चाहिए था.. मैंने अपनी चूत को उंगलियों से चोदना कंटिन्यू रखा और –
मिनी – रंगीला, चोद मुझे अब.. मेरी चूत में अपना लंड दे दो..
रंगीला अभी भी खड़ा अपना लंड ही हिला रहा था..
मिनी – रंगीला, प्लीज़ आओ और चोद दो मुझे.. प्लीज़ रंगीला फक मी रंगीला..
रंगीला अभी भी वेट कर रहा था.. रंगीला पहले भी ऐसे ही तड़पता था जब तक की मैं उससे चोदने की भीख नहीं माँगी थी..
मिनी – श रंगीला, हरामी, कुत्ते चोद ना सुनाई नहीं पड़ता तुम्हें.. मेरी चूत को चोद हरामी.. तेरी मां की…
रंगीला अभी भी हंसते हंसते अपना लंड हिला रहा था..
मिनी – फक मी रंगीला, जय प्लीज़ आओ और चोद दो मुझे.. रंगीला मुझे नहीं चोद रहा.. जय तुम तो चोद दो मुझे..
जय मेरी तरफ आ रहा था पर रंगीला ने उसे रोक लिया.. मैं अभी भी अपनी चूत को उंगलियों से चोद रही थी और अपनी चूत में लंड लेने के लिए तड़प रही थी..
मिनी – चोदो ना रंगीला, प्लीज़.. भीख मांगती हूँ मैं प्लीज़ मेरी चूत को चोद के भोसड़ा बना दो.. रंगीला, जय दोनों अपने लंड से मुझे चोदो ना..
फिर रंगीला और जय दोनों अपना लंड हाथ में लिए मेरी तरफ आने लगे..
रंगीला ने मुझे सोफे से उठाया और खड़ा करके मुझे आगे की और झुकाया और पीछे से अपना लंड मेरी चूत में डालने लगा..
जय मेरे सामने आ के अपना लंड मेरे मुंह की और करने लगा..
पहली बार में एक साथ दो दो लंड का सुख भोगने वाली थी..
रंगीला मेरी चूत के अंदर एंटर कर चुका था और जय मेरी मुंह में एंटर कर चुका था..
रंगीला ने मेरी गाण्ड को अपने हाथ से पकड़ा और मेरी चूत में धक्के लगाना शुरू किया..
जय ने भी अपनी लंड को मेरी मुंह में अंदर डालने लगा और मेरी मुंह को चोदने लगा..
मेरी चूत और मुंह में एक साथ लंड के प्रहार से मैं मस्त हो रही थी और चुदाई की आवाज़ से पूरा रूम भर गया था..
मेरे मुंह में लंड होने से मैं ज़्यादा कुछ बोल नहीं पा रही थी और दोनों के धक्के को बर्दाश्त कर रही थी..
दोनों नशे में थे और मुझे ज़ोर ज़ोर से धक्के मार रहे थे..
मैं भी नशे में थी और पूरी तरह से गरम थी इसलिए मैं भी उनके इन धक्के को एंजाय कर रही थी..
जय अपना लंड मेरी मुंह में पूरा अंदर डाल रहा था और निकाल रहा था..
रंगीला भी चूत में अंदर तक तूफान मचा रहा था.. दोनों की आ आ की आवाज़े भी चोदने के माहोल को और भी कामुक बना रही थी..
सोचा नहीं था की आज रंगीला और जय दोनों मिल के मुझे ये सुख देने वाले थे..
फिर जय ने मेरे मुंह से अपना लंड निकाला और लंड पकड़ के मेरी पीछे जाने लगा.. रंगीला लंड को हाथ में लिए हुए मेरे मुंह के पास आ गया और अब जय ने मेरी चूत की गुफा में एंटर किया और रंगीला ने मेरी मुंह में एंटर किया..
फिर जय पागलों की तरह मुझे चोदने लगा..
रंगीला भी ज़ोर ज़ोर से मेरे मुंह में अपना लंड पेल रहा था.. मेरी चूत मस्त हो गई थी और जल्दी ही मेरी चूत मे पानी छोड़ दिया और मैं झड़ गई..
फिर भी रंगीला और जय मुझे बिना रुके चोदते रहे..
थोड़ी देर इसी पोज़िशन में चोदने का बाद रंगीला ने मेरे मुंह से अपना लंड निकाला जय को इशारा किया और खुद सोफे पे लेट गया..
उसका लंड फुल साइज़ में टाइट खड़ा हुआ था, उसने मुझे अपने ऊपर खींचा, मैं उसके लंड में बैठने की कोशिश करने लगी पर उसने मना कर दिया.. और मुझे अपने ऊपर पीठ के बल लेटा लिया.. अब रंगीला नीचे सो रहा था और मैं उसके ऊपर सो रही थी..
फिर उसने अपनी पोजीशन सेट की, हाथ से लंड पकड़ा और मेरी गाण्ड के छेद में डालने लगा.. अब मुझे समझ आया की रंगीला नीचे से मेरी गाण्ड मारना चाहता है और जय मेरी चूत को ऊपर से चोदेगा.. रंगीला का लंड मेरी गाण्ड के छेद में एंटर कर गया था..
जय मेरे पैरों के बीच में आ गया था, मैंने पैर उठा के उसके जकड़ लिया, जय ने रंगीला के लंड को हाथ से पकड़ के मेरे गाण्ड के अंदर और भी डाल दिया..
अब रंगीला मेरी गाण्ड में लंड को डाल के जय का वेट करने लगा.. जय ने मेरी चूत में अपना लंड रखा और एक ही धक्के में पूरा लंड चूत में डाल दिया..
वाव, मैं वर्ड्स में नहीं बता सकती की मुझे इतना मज़ा आ रहा था..
फिर रंगीला ने अपना लंड बाहर की और खींचा और फिर से मेरी गाण्ड में डालने लगा, जब रंगीला गाण्ड में अंदर लंड डाल रहा था तो रंगीला अपनी लंड को चूत से बाहर ले जाता..
फिर दोबारा जब रंगीला लंड बाहर करता तो जय पूरा लंड मेरी चूत में पेल देता.. इस तरह से दोनों लंड बारी बारी से मेरी चूत और गाण्ड मारने लगे.. दोनों बड़े ही सिंक में मेरु चूत और गाण्ड की लगा रहे थे.. इस बार मेरा मुंह फ्री था तो मैं हर धक्के पे अपनी चूसी आवाज़ निकाल रही थी..
मिनी – चोदो रंगीला, मेरी गाण्ड मारो.. जय मेरी चूत फाड़ दो.. अया, आआआः, अओ..
तीनों की चुदसी आवाज़ से रूम हर तरफ बस चूत और लंड ही लग रहे थे..
दोनों ने मुझे इसी पोजीशन में काफ़ी देर तक चोदा..
मिनी – रंगीला गाण्ड में झड़ जाओ, जय तुम चूत में ही डाल दो अपना रस..
फिर दोनों ने अपनी चुदाई की स्पीड और बढ़ा दी, दोनों अपने झड़ने की और आ गये थे.. दोनों ने ऑलमोस्ट एक साथ झड़ना शुरू किया..
मेरी चूत और गाण्ड को अपने अपने स्पर्म से दोनों ने भर दिया..
रंगीला – मत रूको मिनी, कंटिन्यू ना.. जैसा करती थी तुम..
मिनी – शो ख़तम रंगीला..
रंगीला – नो प्लीज़ कंटिन्यू..
जय – रंगीला, यार मिनी पूरी नंगी हो चुकी है.. अब क्या करेगी वो..
रंगीला – बेस्ट पार्ट अभी बाकी है मेरे दोस्त..
जय – मिनी, और दिखाओ दिखाओ..
मैं समझ गई की रंगीला क्या चाहता था.. पहले जब भी मैं स्ट्रीप टीज़ करती थी, स्ट्रीप के बाद मैं रंगीला के सामने अपने चूत को फिंगर करती थी और फिर गरम होने के बाद में रंगीला को चोदने के लिए रिक्वेस्ट करती थी..
रंगीला यही चाहता था की मैं फिर से वो करूँ.. मैं ऑलरेडी नंगी थी, जय और रंगीला दोनों अपना अपना लंड ले के बैठे थे..
मिनी – ओ के .., तुम दोनों.. इधर खड़े हो जाओ.. सोफा मुझे दे दो..
दोनों तुरंत सोफे से उठकर सामने खड़े हो गये.. मैं सोफे पे बैठी..
अपने एक पैर को सोफे पे रखा दूसरा नीचे ही था..
मैंने दोनों पैरों को फैलाया पीठ को पीछे और पीठ से सपोर्ट लिया..
फिर अपने लेफ्ट हाथ से अपनी लेफ्ट बूब्स को पकड़ा और उसके साथ खेलनी लगी, साथ ही राइट हैंड की 3 उंगली को मैंने चूत में डाला और उन दोनों के लिए शो स्टार्ट किया..
मैं उन दोनों के सामने अपनी चूत को अपने 3 उंगली से चोद्ने लगी..
वो दोनों मुझे आखें फाड़ फाड़ के देख रहे थे और अपना अपना लंड हिला रहे थे.. आज पूरा माहोल इतना गरम था की मैं थोड़े दी देर में झड़ने लगी..
मेरी पूरी बॉडी वाइब्रट कर रही थी झाड़ते वक़्त.. मेरी चूत में एक अजीब से मच मच हो रही थी.. मेरी चूत को अब एक लंड बड़ा वाला चाहिए था.. मैंने अपनी चूत को उंगलियों से चोदना कंटिन्यू रखा और –
मिनी – रंगीला, चोद मुझे अब.. मेरी चूत में अपना लंड दे दो..
रंगीला अभी भी खड़ा अपना लंड ही हिला रहा था..
मिनी – रंगीला, प्लीज़ आओ और चोद दो मुझे.. प्लीज़ रंगीला फक मी रंगीला..
रंगीला अभी भी वेट कर रहा था.. रंगीला पहले भी ऐसे ही तड़पता था जब तक की मैं उससे चोदने की भीख नहीं माँगी थी..
मिनी – श रंगीला, हरामी, कुत्ते चोद ना सुनाई नहीं पड़ता तुम्हें.. मेरी चूत को चोद हरामी.. तेरी मां की…
रंगीला अभी भी हंसते हंसते अपना लंड हिला रहा था..
मिनी – फक मी रंगीला, जय प्लीज़ आओ और चोद दो मुझे.. रंगीला मुझे नहीं चोद रहा.. जय तुम तो चोद दो मुझे..
जय मेरी तरफ आ रहा था पर रंगीला ने उसे रोक लिया.. मैं अभी भी अपनी चूत को उंगलियों से चोद रही थी और अपनी चूत में लंड लेने के लिए तड़प रही थी..
मिनी – चोदो ना रंगीला, प्लीज़.. भीख मांगती हूँ मैं प्लीज़ मेरी चूत को चोद के भोसड़ा बना दो.. रंगीला, जय दोनों अपने लंड से मुझे चोदो ना..
फिर रंगीला और जय दोनों अपना लंड हाथ में लिए मेरी तरफ आने लगे..
रंगीला ने मुझे सोफे से उठाया और खड़ा करके मुझे आगे की और झुकाया और पीछे से अपना लंड मेरी चूत में डालने लगा..
जय मेरे सामने आ के अपना लंड मेरे मुंह की और करने लगा..
पहली बार में एक साथ दो दो लंड का सुख भोगने वाली थी..
रंगीला मेरी चूत के अंदर एंटर कर चुका था और जय मेरी मुंह में एंटर कर चुका था..
रंगीला ने मेरी गाण्ड को अपने हाथ से पकड़ा और मेरी चूत में धक्के लगाना शुरू किया..
जय ने भी अपनी लंड को मेरी मुंह में अंदर डालने लगा और मेरी मुंह को चोदने लगा..
मेरी चूत और मुंह में एक साथ लंड के प्रहार से मैं मस्त हो रही थी और चुदाई की आवाज़ से पूरा रूम भर गया था..
मेरे मुंह में लंड होने से मैं ज़्यादा कुछ बोल नहीं पा रही थी और दोनों के धक्के को बर्दाश्त कर रही थी..
दोनों नशे में थे और मुझे ज़ोर ज़ोर से धक्के मार रहे थे..
मैं भी नशे में थी और पूरी तरह से गरम थी इसलिए मैं भी उनके इन धक्के को एंजाय कर रही थी..
जय अपना लंड मेरी मुंह में पूरा अंदर डाल रहा था और निकाल रहा था..
रंगीला भी चूत में अंदर तक तूफान मचा रहा था.. दोनों की आ आ की आवाज़े भी चोदने के माहोल को और भी कामुक बना रही थी..
सोचा नहीं था की आज रंगीला और जय दोनों मिल के मुझे ये सुख देने वाले थे..
फिर जय ने मेरे मुंह से अपना लंड निकाला और लंड पकड़ के मेरी पीछे जाने लगा.. रंगीला लंड को हाथ में लिए हुए मेरे मुंह के पास आ गया और अब जय ने मेरी चूत की गुफा में एंटर किया और रंगीला ने मेरी मुंह में एंटर किया..
फिर जय पागलों की तरह मुझे चोदने लगा..
रंगीला भी ज़ोर ज़ोर से मेरे मुंह में अपना लंड पेल रहा था.. मेरी चूत मस्त हो गई थी और जल्दी ही मेरी चूत मे पानी छोड़ दिया और मैं झड़ गई..
फिर भी रंगीला और जय मुझे बिना रुके चोदते रहे..
थोड़ी देर इसी पोज़िशन में चोदने का बाद रंगीला ने मेरे मुंह से अपना लंड निकाला जय को इशारा किया और खुद सोफे पे लेट गया..
उसका लंड फुल साइज़ में टाइट खड़ा हुआ था, उसने मुझे अपने ऊपर खींचा, मैं उसके लंड में बैठने की कोशिश करने लगी पर उसने मना कर दिया.. और मुझे अपने ऊपर पीठ के बल लेटा लिया.. अब रंगीला नीचे सो रहा था और मैं उसके ऊपर सो रही थी..
फिर उसने अपनी पोजीशन सेट की, हाथ से लंड पकड़ा और मेरी गाण्ड के छेद में डालने लगा.. अब मुझे समझ आया की रंगीला नीचे से मेरी गाण्ड मारना चाहता है और जय मेरी चूत को ऊपर से चोदेगा.. रंगीला का लंड मेरी गाण्ड के छेद में एंटर कर गया था..
जय मेरे पैरों के बीच में आ गया था, मैंने पैर उठा के उसके जकड़ लिया, जय ने रंगीला के लंड को हाथ से पकड़ के मेरे गाण्ड के अंदर और भी डाल दिया..
अब रंगीला मेरी गाण्ड में लंड को डाल के जय का वेट करने लगा.. जय ने मेरी चूत में अपना लंड रखा और एक ही धक्के में पूरा लंड चूत में डाल दिया..
वाव, मैं वर्ड्स में नहीं बता सकती की मुझे इतना मज़ा आ रहा था..
फिर रंगीला ने अपना लंड बाहर की और खींचा और फिर से मेरी गाण्ड में डालने लगा, जब रंगीला गाण्ड में अंदर लंड डाल रहा था तो रंगीला अपनी लंड को चूत से बाहर ले जाता..
फिर दोबारा जब रंगीला लंड बाहर करता तो जय पूरा लंड मेरी चूत में पेल देता.. इस तरह से दोनों लंड बारी बारी से मेरी चूत और गाण्ड मारने लगे.. दोनों बड़े ही सिंक में मेरु चूत और गाण्ड की लगा रहे थे.. इस बार मेरा मुंह फ्री था तो मैं हर धक्के पे अपनी चूसी आवाज़ निकाल रही थी..
मिनी – चोदो रंगीला, मेरी गाण्ड मारो.. जय मेरी चूत फाड़ दो.. अया, आआआः, अओ..
तीनों की चुदसी आवाज़ से रूम हर तरफ बस चूत और लंड ही लग रहे थे..
दोनों ने मुझे इसी पोजीशन में काफ़ी देर तक चोदा..
मिनी – रंगीला गाण्ड में झड़ जाओ, जय तुम चूत में ही डाल दो अपना रस..
फिर दोनों ने अपनी चुदाई की स्पीड और बढ़ा दी, दोनों अपने झड़ने की और आ गये थे.. दोनों ने ऑलमोस्ट एक साथ झड़ना शुरू किया..
मेरी चूत और गाण्ड को अपने अपने स्पर्म से दोनों ने भर दिया..