hotaks444
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सामूहिक चुदाई
मेरा नाम डॉली है, मेरे पति राज एक इंजीनियरिंग कंपनी में अच्छे पद पर हैं।
हम लोग वैसे तो पश्चिमी उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं, पर पिछले 15 सालों से नई दिल्ली में रह रहे हैं।
राज 40 साल के हैं, पर 35 से ज़्यादा नहीं दिखते, 5’8″ कद है, हल्के से मोटे हैं, गोरे और सुंदर हैं..।
मेरी उम्र 35 साल है, पर 30 साल की दिखती हूँ, 5’3″ कद है, जिस्म 36-27-36 है।
हम दोनों यहाँ पर अपने कुछ दोस्तों के साथ बीवियों को आपस में अदल-बदल करके चुदाई करते हैं।
इस बीवियों की अदला-बदली करके चुदाई में दो जोड़े अपने-अपने साथी बदल कर एक-दूसरे को चोदते हैं, एक की पत्नी दूसरे आदमी के साथ चुदती है और उसका पति किसी और की पत्नी को चोदता है।
हम नहीं जानते कि यहाँ पर हमारे अलावा और कितने जोड़े ऐसे अपनी-अपनी बीवियों को अदल-बदल कर चुदाई करते हैं। मेरे ख्याल से इसके लिए मन तो बहुतों का होता है, और अगर अवसर मिले तो शायद इसका आनन्द भी उठाएँ।
हम लोग फ़िलहाल अपने 4 नज़दीकी मित्र-जोड़ों के साथ बीवियों की अदला-बदली करके चुदाई करते हैं और करवाते हैं। अक्सर हममें से दो-तीन जोड़े ही एक साथ हो पाते हैं, पर कभी-कभार किसी विशिष्ट अवसर पर, जब सबको समय हो, हम पाँचों मिलते हैं, अदला-बदली करके ही चुदाई करते हैं।
हालाँकि हमारा उद्देश्य एक-दूसरे के जीवन साथी के साथ चुदाई का आनन्द उठाना होता है, पर इस में हमारी प्रगाढ़ मित्रता, यानि कि दावतें, पिकनिक, पार्टियाँ और दूसरे के साथी के साथ हँसी-मज़ाक और सबके सामने एक-दूसरे के कपड़ों के ऊपर से जो मर्ज़ी आए, करके मज़ा लेना भी शामिल हैं।
इनके साथ दूसरे के साथी के साथ अकेले फिल्म देखने जाना, बाहर खाना खाना और फिर उसे अपने साथ चुदाई के लिए घर लाना भी शामिल होता है।
जब मेरे पति किसी और की पत्नी के साथ यही सब कर रहे हों, तो मेरे द्वारा किसी और के साथ यही सब करना अपने आप में बहुत ही रोमांटिक है।
हम 2-3 जोड़ियाँ कभी-कभी एक साथ दूसरे शहर घूमने जाते हैं तो मैं दूसरे के पति के साथ ही अलग कमरे में रहती हूँ, जैसे कि उन दिनों के लिए हमारे पति वही हों !
हमने अपनी इस जिंदगी की शुरुआत कैसे की, अब मैं यह बताना चाहूँगी।
मुझे लम्बे अरसे से यह शक था कि राज दूसरी औरतों को चोदने का बहुत इच्छुक था, पर कोई 5-6 साल पहले उसने कहना शुरू किया कि डॉली, उमर बहुत छोटी होती है और हमें यह भी अनुभव करना चाहिए कि दूसरों के साथ चुदाई करने में कैसा मज़ा आता है क्योंकि हम दोनों ने विवाह के पहले किसी से चुदाई नहीं की थी।
वो किसी दूसरी स्त्री के साथ चुदाई का लुत्फ़ उठाना चाहता था और मुझे भी उत्साहित करता था कि मैं भी किसी दूसरे मर्द के साथ चुदाई का आनन्द उठाऊँ।
इन बातों के दौर से हमारी चुदाई में आनन्द और बढ़ गया था।
जब दोस्तों को अपने घर में बुलाते तो राज रसोई में मुझसे आकर बताता कि आज उसे किस दोस्त की बीवी को चोदने का मन कर रहा है। वह मुझसे भी पूछता कि आज मेरा मन किस दोस्त से चुदवाने को कर रहा है।
ये सब बातें करके हमें बड़ा मज़ा आने लगा और हम सबके जाने के बाद उस दोस्त और उसकी बीबी का नाम लेकर एक-दूसरे को चोदने लगते थे।
कुछ दिनों तक बिस्तर में चोदते समय इस बारे में बातें करते-करते मेरी भी हिम्मत बढ़ती गई और मैं दूसरे जोड़े के साथ काल्पनिक अदला-बदली चुदाई के लिए तैयार हो गई। फिर हमने ढूंढना शुरू किया और हमारी नज़र जय और ललिता पर पड़ी जो हमारे ही पड़ोस में कुछ ही दूरी पर रहते थे।
इन कुछ सालों में हमारी उनसे दोस्ती काफ़ी गहरी हो गई है। ये दोनों भी लगभग हमारी ही उमर के थे। जय 38 साल का था और ललिता 32 की, ललिता का शरीर बहुत सुंदर (32-26-38) था। वो काफ़ी पतली थी और नयन-नक्स तीखे थे।
हम दोनों उनके स्वभाव और सुंदरता से काफ़ी प्रभावित हुए थे।
अपनी चुदाई के समय अब हम जय और ललिता के बारे में सोचने लगे और उनके साथ चुदाई की कल्पना करने लगे।
जब भी राज मुझे चोदता था तो मुझसे यही कहता कि मेरी चूत कितनी रसीली और सुंदर है और मैं बड़ी आसानी से जय को अपने साथ चुदाई करने के लिए पटा सकती हूँ।
फिर मैंने भी राज से कहा कि उसका लंड इतना अच्छा है कि ललिता भी उसके लंड का स्वाद लेने के लिए आसानी से आतुर हो जाएगी।
वो मुझसे पूछता कि आज मुझे किसके लंड से चुदवाना है, उसके या जय के…! मैं भी राज से पूछती कि आज उसे किसकी चूत चोदने का मन कर रहा है, मेरी या ललिता की…!
राज ने महसूस किया कि मुझे इन बातों से बहुत मज़ा आता है और मैं खूब उत्तेजित होकर राज से चुदवाने लगी थी।
मेरा नाम डॉली है, मेरे पति राज एक इंजीनियरिंग कंपनी में अच्छे पद पर हैं।
हम लोग वैसे तो पश्चिमी उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं, पर पिछले 15 सालों से नई दिल्ली में रह रहे हैं।
राज 40 साल के हैं, पर 35 से ज़्यादा नहीं दिखते, 5’8″ कद है, हल्के से मोटे हैं, गोरे और सुंदर हैं..।
मेरी उम्र 35 साल है, पर 30 साल की दिखती हूँ, 5’3″ कद है, जिस्म 36-27-36 है।
हम दोनों यहाँ पर अपने कुछ दोस्तों के साथ बीवियों को आपस में अदल-बदल करके चुदाई करते हैं।
इस बीवियों की अदला-बदली करके चुदाई में दो जोड़े अपने-अपने साथी बदल कर एक-दूसरे को चोदते हैं, एक की पत्नी दूसरे आदमी के साथ चुदती है और उसका पति किसी और की पत्नी को चोदता है।
हम नहीं जानते कि यहाँ पर हमारे अलावा और कितने जोड़े ऐसे अपनी-अपनी बीवियों को अदल-बदल कर चुदाई करते हैं। मेरे ख्याल से इसके लिए मन तो बहुतों का होता है, और अगर अवसर मिले तो शायद इसका आनन्द भी उठाएँ।
हम लोग फ़िलहाल अपने 4 नज़दीकी मित्र-जोड़ों के साथ बीवियों की अदला-बदली करके चुदाई करते हैं और करवाते हैं। अक्सर हममें से दो-तीन जोड़े ही एक साथ हो पाते हैं, पर कभी-कभार किसी विशिष्ट अवसर पर, जब सबको समय हो, हम पाँचों मिलते हैं, अदला-बदली करके ही चुदाई करते हैं।
हालाँकि हमारा उद्देश्य एक-दूसरे के जीवन साथी के साथ चुदाई का आनन्द उठाना होता है, पर इस में हमारी प्रगाढ़ मित्रता, यानि कि दावतें, पिकनिक, पार्टियाँ और दूसरे के साथी के साथ हँसी-मज़ाक और सबके सामने एक-दूसरे के कपड़ों के ऊपर से जो मर्ज़ी आए, करके मज़ा लेना भी शामिल हैं।
इनके साथ दूसरे के साथी के साथ अकेले फिल्म देखने जाना, बाहर खाना खाना और फिर उसे अपने साथ चुदाई के लिए घर लाना भी शामिल होता है।
जब मेरे पति किसी और की पत्नी के साथ यही सब कर रहे हों, तो मेरे द्वारा किसी और के साथ यही सब करना अपने आप में बहुत ही रोमांटिक है।
हम 2-3 जोड़ियाँ कभी-कभी एक साथ दूसरे शहर घूमने जाते हैं तो मैं दूसरे के पति के साथ ही अलग कमरे में रहती हूँ, जैसे कि उन दिनों के लिए हमारे पति वही हों !
हमने अपनी इस जिंदगी की शुरुआत कैसे की, अब मैं यह बताना चाहूँगी।
मुझे लम्बे अरसे से यह शक था कि राज दूसरी औरतों को चोदने का बहुत इच्छुक था, पर कोई 5-6 साल पहले उसने कहना शुरू किया कि डॉली, उमर बहुत छोटी होती है और हमें यह भी अनुभव करना चाहिए कि दूसरों के साथ चुदाई करने में कैसा मज़ा आता है क्योंकि हम दोनों ने विवाह के पहले किसी से चुदाई नहीं की थी।
वो किसी दूसरी स्त्री के साथ चुदाई का लुत्फ़ उठाना चाहता था और मुझे भी उत्साहित करता था कि मैं भी किसी दूसरे मर्द के साथ चुदाई का आनन्द उठाऊँ।
इन बातों के दौर से हमारी चुदाई में आनन्द और बढ़ गया था।
जब दोस्तों को अपने घर में बुलाते तो राज रसोई में मुझसे आकर बताता कि आज उसे किस दोस्त की बीवी को चोदने का मन कर रहा है। वह मुझसे भी पूछता कि आज मेरा मन किस दोस्त से चुदवाने को कर रहा है।
ये सब बातें करके हमें बड़ा मज़ा आने लगा और हम सबके जाने के बाद उस दोस्त और उसकी बीबी का नाम लेकर एक-दूसरे को चोदने लगते थे।
कुछ दिनों तक बिस्तर में चोदते समय इस बारे में बातें करते-करते मेरी भी हिम्मत बढ़ती गई और मैं दूसरे जोड़े के साथ काल्पनिक अदला-बदली चुदाई के लिए तैयार हो गई। फिर हमने ढूंढना शुरू किया और हमारी नज़र जय और ललिता पर पड़ी जो हमारे ही पड़ोस में कुछ ही दूरी पर रहते थे।
इन कुछ सालों में हमारी उनसे दोस्ती काफ़ी गहरी हो गई है। ये दोनों भी लगभग हमारी ही उमर के थे। जय 38 साल का था और ललिता 32 की, ललिता का शरीर बहुत सुंदर (32-26-38) था। वो काफ़ी पतली थी और नयन-नक्स तीखे थे।
हम दोनों उनके स्वभाव और सुंदरता से काफ़ी प्रभावित हुए थे।
अपनी चुदाई के समय अब हम जय और ललिता के बारे में सोचने लगे और उनके साथ चुदाई की कल्पना करने लगे।
जब भी राज मुझे चोदता था तो मुझसे यही कहता कि मेरी चूत कितनी रसीली और सुंदर है और मैं बड़ी आसानी से जय को अपने साथ चुदाई करने के लिए पटा सकती हूँ।
फिर मैंने भी राज से कहा कि उसका लंड इतना अच्छा है कि ललिता भी उसके लंड का स्वाद लेने के लिए आसानी से आतुर हो जाएगी।
वो मुझसे पूछता कि आज मुझे किसके लंड से चुदवाना है, उसके या जय के…! मैं भी राज से पूछती कि आज उसे किसकी चूत चोदने का मन कर रहा है, मेरी या ललिता की…!
राज ने महसूस किया कि मुझे इन बातों से बहुत मज़ा आता है और मैं खूब उत्तेजित होकर राज से चुदवाने लगी थी।