hotaks444
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फरी- “नहीं प्लीज़... नीलू प्लीज़.. तुम तो खुद एक लड़की हो, तुम मेरे साथ ये सब कैसे करवा सकती हो? नहीं प्लीज़... काशी ऐसा मत करो मेरे साथ, मैं किसी को मुँह दिखाने के काबिल नहीं रहूंगी...”
नीलू- “तो फिर हमारी बात मान लो और सन्नी से चुदवा लो। तुम्हें भी मजा मिलेगा और सन्नी को भी और मजे की बात ये है कि सन्नी को पता भी नहीं चलेगा कि वो अपनी ही बहन को चोद रहा है...” ।
नीलू की बात सुनकर फरी खामोश हो गई और अब रूम से फरी की कोई आवाज नहीं आ रही थी।और कुछ देर की ये खामोशी बाहर खड़े मुझ पे बड़ी भारी गुजर रही थी और मैं दिल से दुआ कर रहा था कि फरी हाँ बोल दे।
कुछ देर बाद नीलू फिर से बोली- “हाँ तो फरी, फिर क्या सोचा है तुमने? सन्नी के साथ मजा करोगी या फिर बदनामी की जिंदगी गुजारनी है तुम्हें? जल्दी बताओ ज्यादा टाइम नहीं है अब..."
फरी की मुझे एक लंबी सांस की आवाज आई और फिर वो बोली- “ठीक है, मैं तुम लोगों की बात मानने को। तैयार हैं। लेकिन इस बात की क्या गारन्टी होगी कि मुझे तुम लोग दोबारा सन्नी के साथ करने को या किसी और के साथ करने को नहीं बोलोगे?"
काशी- “यार फरी, एक बार करके तो देखो... अगर मजा नहीं आया तो मैं अपनी बहन की कशम खाकर बोल रहा हूँ कि आज के बाद तुम्हें कभी भी कुछ भी करने के लिए मजबूर नहीं करूंगा और तुम्हारी जो मूवी मेरे पास है। उसे भी आज ही डेलिट कर दूंगा, ये वादा रहा...”
फरी ने काशी की बात खतम होने के बाद कहा- “ठीक है, मैं तैयार हैं लेकिन सन्नी को कुछ पता नहीं चलना चाहिए...”
काशी खुश हो गया और बोला- “जान, तुम यकीन करो उसे कुछ नहीं बताऊँगा मैं। बस थोड़ा इंतेजार करो मैं अभी उसे काल करता हूँ आने के लिए, 10 मिनट में आ जाएगा वो...”
काशी की बात सुनते ही मैं खिड़की से हट गया और बैठक में जा बैठा कि तभी मेरे सेल पे काशी की काल आने लगी तो मैंने काल पिक करके कहा- “हाँ साले, क्या बात है?”
काशी- कहाँ है यार?
मैं- “यार, एक दोस्त क साथ हूँ। क्यों क्या बात है, तेरी बहन तो याद नहीं कर रही मुझे?”
काशी- साले, वो तो हर वक़्त तुझे याद करती रहती है। आज एक नई लड़की फाँसी है आ जा जल्दी से।
नीलू- “तो फिर हमारी बात मान लो और सन्नी से चुदवा लो। तुम्हें भी मजा मिलेगा और सन्नी को भी और मजे की बात ये है कि सन्नी को पता भी नहीं चलेगा कि वो अपनी ही बहन को चोद रहा है...” ।
नीलू की बात सुनकर फरी खामोश हो गई और अब रूम से फरी की कोई आवाज नहीं आ रही थी।और कुछ देर की ये खामोशी बाहर खड़े मुझ पे बड़ी भारी गुजर रही थी और मैं दिल से दुआ कर रहा था कि फरी हाँ बोल दे।
कुछ देर बाद नीलू फिर से बोली- “हाँ तो फरी, फिर क्या सोचा है तुमने? सन्नी के साथ मजा करोगी या फिर बदनामी की जिंदगी गुजारनी है तुम्हें? जल्दी बताओ ज्यादा टाइम नहीं है अब..."
फरी की मुझे एक लंबी सांस की आवाज आई और फिर वो बोली- “ठीक है, मैं तुम लोगों की बात मानने को। तैयार हैं। लेकिन इस बात की क्या गारन्टी होगी कि मुझे तुम लोग दोबारा सन्नी के साथ करने को या किसी और के साथ करने को नहीं बोलोगे?"
काशी- “यार फरी, एक बार करके तो देखो... अगर मजा नहीं आया तो मैं अपनी बहन की कशम खाकर बोल रहा हूँ कि आज के बाद तुम्हें कभी भी कुछ भी करने के लिए मजबूर नहीं करूंगा और तुम्हारी जो मूवी मेरे पास है। उसे भी आज ही डेलिट कर दूंगा, ये वादा रहा...”
फरी ने काशी की बात खतम होने के बाद कहा- “ठीक है, मैं तैयार हैं लेकिन सन्नी को कुछ पता नहीं चलना चाहिए...”
काशी खुश हो गया और बोला- “जान, तुम यकीन करो उसे कुछ नहीं बताऊँगा मैं। बस थोड़ा इंतेजार करो मैं अभी उसे काल करता हूँ आने के लिए, 10 मिनट में आ जाएगा वो...”
काशी की बात सुनते ही मैं खिड़की से हट गया और बैठक में जा बैठा कि तभी मेरे सेल पे काशी की काल आने लगी तो मैंने काल पिक करके कहा- “हाँ साले, क्या बात है?”
काशी- कहाँ है यार?
मैं- “यार, एक दोस्त क साथ हूँ। क्यों क्या बात है, तेरी बहन तो याद नहीं कर रही मुझे?”
काशी- साले, वो तो हर वक़्त तुझे याद करती रहती है। आज एक नई लड़की फाँसी है आ जा जल्दी से।