desiaks
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मैंने कहना मानते हुए नाभी से ऊपर वाला बटन भी खोल दिया और उस हिस्से के शर्ट के दो पल्लो को दोनों तरफ फैलाते हुए फिर उलटा लेट गयी।
उसने अब निकले हुए शर्ट के दोनों पल्लो को पकड़ा और कमर से पीठ की तरफ ऊपर की ओर फोल्ड करने लगा।
मैंने आईने में देखा मेरी पतली, नाजुक गौरी कमर दिखने लगी थी।
वो कुछ क्षणों के लिए रुक गया और मेरी नंगी कमर को निहारने लगा।
मैंने भी सोचा किस बन्दर के हाथ में तलवार पकड़ा दी मैंने। देखने से ही इसकी हालत ख़राब हो रही हैं तो छूने पर इसका क्या होगा।
अब उसने अपने दोनों हाथ मेरी कमर के दोनों तरफ रखे, जिससे मेरी पतली कमर उसके हाथों में समा गयी और उसके इस जादुई स्पर्श से मुझे एक गुदगुदी सी हुई और पुरे शरीर में करंट सा दौड़ गया।
मैंने सोचा मेरी ये हालत हैं तो उसका क्या हुआ होगा, उसको भी करंट तो जरूर लगा होगा।
अब वो कभी कमर के साइड्स को पकड़ के दबाता तो कभी मेरी कमर के बीचो बीच मालिश करता। उसकी मालिश से मुझे भी मजा आने लगा। बहुत रिलैक्सिंग लग रहा था।
उसने मुझको पूछा कि मुझे कैसा लग रहा हैं।
मैंने कहा कि बहुत अच्छा लग रहा हैं, ऐसा लग रहा हैं कि सो जाऊ।
उसने पूछा “तुम्हारे पास कोई तेल हो तो दे दो, उससे मालिश का ज्यादा प्रभाव पड़ेगा”।
मैंने उसको टेबल की तरफ इशारा किया जहा तेल की छोटी सी शीशी थी। उसने फिर थोड़ी देर तक तेल से मेरी कमर की पूरी मालिश कर दी।
उसने आगे प्रस्ताव रखा कि “तुम कहो तो, तुम्हारे कूल्हों के साइड की हड्डी की भी मालिश कर दूँ। वहां पर जॉइंट हैं तो मसाज से बहुत अच्छा लगेगा”।
अब तक उसने जितनी भी मसाज की थी वो सब बहुत अच्छी थी, तो मुझे यकीन था ये भी अच्छा ही होगा।
मैंने कहा ठीक हैं कर दो।
उसने कहा कि शॉर्ट्स को कूल्हों की हड्डी के नीचे तक थोड़ा खींचना पड़ेगा। मैं घबराई कही ये पूरा ही न खोल दे। मैंने उसको मना बोल दिया कि कूल्हों की मसाज की जरुरत नहीं हैं अभी।
उसने आग्रह किया कि “अरे, कुछ नहीं होगा। तुम एक बहुत अच्छी मसाज मिस कर दोगी, करवा लो।”
वो मेरे शॉर्ट्स के ऊपर कूल्हों की हड्डी पर हाथ रखते हुए बोला “चलो, थोड़ा सा ही तो खिसकाना हैं, यहाँ तक”।
उसके आग्रह के आगे मैंने फिर हार मान ली और उसको बोल दिया ठीक हैं। उसने अपनी दोनों हाथों की दो दो उंगलिया मेरे शॉर्ट्स के साइड में हुक की तरह डाली और नीचे खींचने लगा।
मैंने डर के मारे जान बुझ कर वहा से अपने शरीर को बिस्तर पर दबा दिया ताकि शॉर्ट्स ज्यादा नीचे ना खिसके। इस चक्कर में शॉर्ट्स सिर्फ पीछे की तरफ से थोड़ा खिसका और उसके छोड़ते ही एलास्टिक की वजह से फिर पुरानी जगह पर आ गया।
उसने कहा कि शॉर्ट्स को चारो तरफ से एक साथ नीचे खिसकाना होगा।
उसने इस बार शॉर्ट्स को ओर भी नीचे से पकड़ा ओर अपनी उंगलिया शॉर्ट्स में डाल नीचे खिसकाना शुरू किया, मैंने अभी भी प्रेशर पूरा रिलीज़ नहीं किया था और उसने भी ज्यादा जोर नहीं लगाया तो वो हिला भी नहीं पाया।
ये देख मैंने शरीर को उस भाग से थोड़ा ऊपर उठाया और उसी वक्त उसने भी पिछली बार से ज्यादा जोर लगाया। नतीजा ये निकला कि उसने शॉर्ट्स कुछ ज्यादा ही नीचे खींच दिया और मेरे लगभग आधे नितंब से शॉर्ट्स हट गया।
मैं आईने में देख रही थी और इस हास्यादपद स्तिथि को देख कर हम दोनों की हंसी छूट गयी।
खैर उसने जल्दी से कूल्हों की हड्डी के नीचे तक फिर शॉर्ट्स को ऊपर खींच लिया।
मैंने आईने में देखा, मेरी कमर से लेकर कूल्हों तक का बदन पीछे से नंगा था। वो दृश्य बहुत ही उत्तेजक था। अब मुझे भी थोड़ा डर लगने लगा। कही मैं कोई गलती तो नहीं कर रही।
उसने अब निकले हुए शर्ट के दोनों पल्लो को पकड़ा और कमर से पीठ की तरफ ऊपर की ओर फोल्ड करने लगा।
मैंने आईने में देखा मेरी पतली, नाजुक गौरी कमर दिखने लगी थी।
वो कुछ क्षणों के लिए रुक गया और मेरी नंगी कमर को निहारने लगा।
मैंने भी सोचा किस बन्दर के हाथ में तलवार पकड़ा दी मैंने। देखने से ही इसकी हालत ख़राब हो रही हैं तो छूने पर इसका क्या होगा।
अब उसने अपने दोनों हाथ मेरी कमर के दोनों तरफ रखे, जिससे मेरी पतली कमर उसके हाथों में समा गयी और उसके इस जादुई स्पर्श से मुझे एक गुदगुदी सी हुई और पुरे शरीर में करंट सा दौड़ गया।
मैंने सोचा मेरी ये हालत हैं तो उसका क्या हुआ होगा, उसको भी करंट तो जरूर लगा होगा।
अब वो कभी कमर के साइड्स को पकड़ के दबाता तो कभी मेरी कमर के बीचो बीच मालिश करता। उसकी मालिश से मुझे भी मजा आने लगा। बहुत रिलैक्सिंग लग रहा था।
उसने मुझको पूछा कि मुझे कैसा लग रहा हैं।
मैंने कहा कि बहुत अच्छा लग रहा हैं, ऐसा लग रहा हैं कि सो जाऊ।
उसने पूछा “तुम्हारे पास कोई तेल हो तो दे दो, उससे मालिश का ज्यादा प्रभाव पड़ेगा”।
मैंने उसको टेबल की तरफ इशारा किया जहा तेल की छोटी सी शीशी थी। उसने फिर थोड़ी देर तक तेल से मेरी कमर की पूरी मालिश कर दी।
उसने आगे प्रस्ताव रखा कि “तुम कहो तो, तुम्हारे कूल्हों के साइड की हड्डी की भी मालिश कर दूँ। वहां पर जॉइंट हैं तो मसाज से बहुत अच्छा लगेगा”।
अब तक उसने जितनी भी मसाज की थी वो सब बहुत अच्छी थी, तो मुझे यकीन था ये भी अच्छा ही होगा।
मैंने कहा ठीक हैं कर दो।
उसने कहा कि शॉर्ट्स को कूल्हों की हड्डी के नीचे तक थोड़ा खींचना पड़ेगा। मैं घबराई कही ये पूरा ही न खोल दे। मैंने उसको मना बोल दिया कि कूल्हों की मसाज की जरुरत नहीं हैं अभी।
उसने आग्रह किया कि “अरे, कुछ नहीं होगा। तुम एक बहुत अच्छी मसाज मिस कर दोगी, करवा लो।”
वो मेरे शॉर्ट्स के ऊपर कूल्हों की हड्डी पर हाथ रखते हुए बोला “चलो, थोड़ा सा ही तो खिसकाना हैं, यहाँ तक”।
उसके आग्रह के आगे मैंने फिर हार मान ली और उसको बोल दिया ठीक हैं। उसने अपनी दोनों हाथों की दो दो उंगलिया मेरे शॉर्ट्स के साइड में हुक की तरह डाली और नीचे खींचने लगा।
मैंने डर के मारे जान बुझ कर वहा से अपने शरीर को बिस्तर पर दबा दिया ताकि शॉर्ट्स ज्यादा नीचे ना खिसके। इस चक्कर में शॉर्ट्स सिर्फ पीछे की तरफ से थोड़ा खिसका और उसके छोड़ते ही एलास्टिक की वजह से फिर पुरानी जगह पर आ गया।
उसने कहा कि शॉर्ट्स को चारो तरफ से एक साथ नीचे खिसकाना होगा।
उसने इस बार शॉर्ट्स को ओर भी नीचे से पकड़ा ओर अपनी उंगलिया शॉर्ट्स में डाल नीचे खिसकाना शुरू किया, मैंने अभी भी प्रेशर पूरा रिलीज़ नहीं किया था और उसने भी ज्यादा जोर नहीं लगाया तो वो हिला भी नहीं पाया।
ये देख मैंने शरीर को उस भाग से थोड़ा ऊपर उठाया और उसी वक्त उसने भी पिछली बार से ज्यादा जोर लगाया। नतीजा ये निकला कि उसने शॉर्ट्स कुछ ज्यादा ही नीचे खींच दिया और मेरे लगभग आधे नितंब से शॉर्ट्स हट गया।
मैं आईने में देख रही थी और इस हास्यादपद स्तिथि को देख कर हम दोनों की हंसी छूट गयी।
खैर उसने जल्दी से कूल्हों की हड्डी के नीचे तक फिर शॉर्ट्स को ऊपर खींच लिया।
मैंने आईने में देखा, मेरी कमर से लेकर कूल्हों तक का बदन पीछे से नंगा था। वो दृश्य बहुत ही उत्तेजक था। अब मुझे भी थोड़ा डर लगने लगा। कही मैं कोई गलती तो नहीं कर रही।