desiaks
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पायल को छोड़ हम तीनो ने नाश्ता ख़त्म कर लिया था. वो शायद बातों की वजह से पीछे रह गयी या ज्यादा खाना लेने की वजह से.
अशोक ने प्लान बताया कि पहले हम लोग आस पास की जगहों पर घूमेंगे जो बहुत फेमस हैं.
दोपहर लंच के बाद हम लोग थोड़ा दूर कुदरत के बीच जंगल ट्रेल पर जायेंगे जिसका पता उन्होंने कर लिया हैं. वहा बहुत कम लोग जाते हैं क्यों कि वो फेमस नहीं हैं पर खूबसूरत और शांत जगह हैं.
नाश्ता ख़त्म कर नौ बजे के बाद हम लोग किराए पर ली गाड़ी से अपनी पहली मंजिल की तरफ निकल पड़े.
डीपू ने खुद गाडी चलाने का फैसला किया और मेरे पति उसके साथ आगे की सीट पर बैठ गए.
आधे घंटे बाद हम एक पहाड़ी एरिया में थे. वहा वाहनों का जमावड़ा था. काफी फेमस जगह थी तो भीड़ की उम्मीद भी थी.
गाड़ी पार्क कर हम लोग पैदल ही दूसरे कई लोगो की भीड़ के बीच उस जगह की खूबसूरती का आनंद लेने लगे.
पायल अपने फोटो अच्छे निकलवाने की जिद में मेरे पति का हाथ पकड इधर उधर खींचते हुए ले जा रही थी और अपने फोटो निकालने को बोल रही थी.
मेरे पति भी वादे के अनुसार उसका साथ दे रहे थे.
मुझे फोटो का इतना शोक नहीं था तो मैं उनसे थोड़ा दूर ही थी.
डीपू को पायल से दूर रहने की सजा मिली थी तो वो मेरे साथ रहने की कोशिश कर रहा था.
मैं उसकी कल रात की गलती के बाद माफ़ करने के मूड में नहीं थी और उसको इग्नोर कर रही थी.
वो मेरे छोट कपड़ो से झांकते बदन को घूर भी रहा था.
वैसे वो अकेला नहीं था, वहा भीड़ में कुछ लोग मेरे छोटे कपड़ो को मौका देख ताड़ रहे थे, और उनकी बीवियां उनको खिंच कर दूर ले जा रही थी.
ऐसा नहीं था कि मैंने अकेली ने ही ऐसे कपडे पहने थे, ओर भी लड़किया थी पर बहुत कम का फिगर सेक्सी था.
मैंने सोचा कही मैंने ऐसे कपडे पहन कर गलती तो नहीं कर दी, अगर ये इसी तरह घूरता रहा तो पायल या मेरे पति को शक हो जायेगा.
पर फिर सोचा किसी ओर के गलत सोचने की वजह से मैं अपने पसंद के कपडे पहनना क्यों छोड़ू.
पायल बीच बीच में मेरे पति को भी अपने साथ में खड़ा कर सेल्फी ले रही थी. सेल्फी लेते वक्त वो दोनों बहुत करीब होते.
कई बार पति ने पायल के कंधो और कमर पर भी हाथ रखा. मेरा शक फिर गहराने लगा कही कल रात को ये दोनों साथ में तो नहीं थे.
डीपू भी उनको इस तरह देख सकता था पर उसको तो अपनी पत्नी पर कोई शक ही नहीं था.
शायद उसको मुझे देखने से ही फुर्सत नहीं थी.
डीपू ने अब मेरे साथ अपनी सेल्फी लेनी चाही और मेरे पास आकर खड़ा हो गया.
मैंने उसको हल्का धक्का देते हुए अपने से दूर कर दिया. आस पास खड़े लोगो को लगा इन दोनों पति पत्नी में झगड़ा हुआ लगता हैं. वो लोग हम दोनों का तमाशा देखने लगे.
मुझे बड़ी शरम महसूस हुई. डीपू पर तो जैसे कोई असर ही नहीं हुआ. उसने एक बार फिर प्रयास किया और मेरे पास आ सेल्फी लेने को फ़ोन ऊपर उठाया.
आस पास के कुछ लोग अभी भी हमें देख रहे थे. मुझे तमाशा बनना अच्छा नहीं लगा और उसको सेल्फी लेने दी.
डीपू ने इसका फायदा उठाया और मेरे कंधो पर अपना हाथ रख दिया. मैंने अपने गुस्से को पीते हुए उसका हाथ सहन कर लिया.
दूसरे लोग खुश हो अब अपने अपने काम में लग गए.
डीपू ने एक ओर सेल्फी लेनी चाही पर पर मैं अब मुड़ कर वहा से चली गयी. पायल और अशोक अभी भी आपस में लगे हुए थे.
अशोक ने प्लान बताया कि पहले हम लोग आस पास की जगहों पर घूमेंगे जो बहुत फेमस हैं.
दोपहर लंच के बाद हम लोग थोड़ा दूर कुदरत के बीच जंगल ट्रेल पर जायेंगे जिसका पता उन्होंने कर लिया हैं. वहा बहुत कम लोग जाते हैं क्यों कि वो फेमस नहीं हैं पर खूबसूरत और शांत जगह हैं.
नाश्ता ख़त्म कर नौ बजे के बाद हम लोग किराए पर ली गाड़ी से अपनी पहली मंजिल की तरफ निकल पड़े.
डीपू ने खुद गाडी चलाने का फैसला किया और मेरे पति उसके साथ आगे की सीट पर बैठ गए.
आधे घंटे बाद हम एक पहाड़ी एरिया में थे. वहा वाहनों का जमावड़ा था. काफी फेमस जगह थी तो भीड़ की उम्मीद भी थी.
गाड़ी पार्क कर हम लोग पैदल ही दूसरे कई लोगो की भीड़ के बीच उस जगह की खूबसूरती का आनंद लेने लगे.
पायल अपने फोटो अच्छे निकलवाने की जिद में मेरे पति का हाथ पकड इधर उधर खींचते हुए ले जा रही थी और अपने फोटो निकालने को बोल रही थी.
मेरे पति भी वादे के अनुसार उसका साथ दे रहे थे.
मुझे फोटो का इतना शोक नहीं था तो मैं उनसे थोड़ा दूर ही थी.
डीपू को पायल से दूर रहने की सजा मिली थी तो वो मेरे साथ रहने की कोशिश कर रहा था.
मैं उसकी कल रात की गलती के बाद माफ़ करने के मूड में नहीं थी और उसको इग्नोर कर रही थी.
वो मेरे छोट कपड़ो से झांकते बदन को घूर भी रहा था.
वैसे वो अकेला नहीं था, वहा भीड़ में कुछ लोग मेरे छोटे कपड़ो को मौका देख ताड़ रहे थे, और उनकी बीवियां उनको खिंच कर दूर ले जा रही थी.
ऐसा नहीं था कि मैंने अकेली ने ही ऐसे कपडे पहने थे, ओर भी लड़किया थी पर बहुत कम का फिगर सेक्सी था.
मैंने सोचा कही मैंने ऐसे कपडे पहन कर गलती तो नहीं कर दी, अगर ये इसी तरह घूरता रहा तो पायल या मेरे पति को शक हो जायेगा.
पर फिर सोचा किसी ओर के गलत सोचने की वजह से मैं अपने पसंद के कपडे पहनना क्यों छोड़ू.
पायल बीच बीच में मेरे पति को भी अपने साथ में खड़ा कर सेल्फी ले रही थी. सेल्फी लेते वक्त वो दोनों बहुत करीब होते.
कई बार पति ने पायल के कंधो और कमर पर भी हाथ रखा. मेरा शक फिर गहराने लगा कही कल रात को ये दोनों साथ में तो नहीं थे.
डीपू भी उनको इस तरह देख सकता था पर उसको तो अपनी पत्नी पर कोई शक ही नहीं था.
शायद उसको मुझे देखने से ही फुर्सत नहीं थी.
डीपू ने अब मेरे साथ अपनी सेल्फी लेनी चाही और मेरे पास आकर खड़ा हो गया.
मैंने उसको हल्का धक्का देते हुए अपने से दूर कर दिया. आस पास खड़े लोगो को लगा इन दोनों पति पत्नी में झगड़ा हुआ लगता हैं. वो लोग हम दोनों का तमाशा देखने लगे.
मुझे बड़ी शरम महसूस हुई. डीपू पर तो जैसे कोई असर ही नहीं हुआ. उसने एक बार फिर प्रयास किया और मेरे पास आ सेल्फी लेने को फ़ोन ऊपर उठाया.
आस पास के कुछ लोग अभी भी हमें देख रहे थे. मुझे तमाशा बनना अच्छा नहीं लगा और उसको सेल्फी लेने दी.
डीपू ने इसका फायदा उठाया और मेरे कंधो पर अपना हाथ रख दिया. मैंने अपने गुस्से को पीते हुए उसका हाथ सहन कर लिया.
दूसरे लोग खुश हो अब अपने अपने काम में लग गए.
डीपू ने एक ओर सेल्फी लेनी चाही पर पर मैं अब मुड़ कर वहा से चली गयी. पायल और अशोक अभी भी आपस में लगे हुए थे.