hotaks444
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ये देख के रूचि ने हेल्प करी और डिल्डो को गाण्ड में गाइड किया.. अब हम दोनों की गाण्ड में दोमूहा डिल्डो था.. अब जैसे हम हम हिला हिला के लंड को अंदर लेटे थे वैसे ही डिल्डो को राइड करने लगे.. अब हमारा गाण्ड एक दूसरे को हर बार किस कर रहा था..
मिनी – अंकिता, रूचि इधर आ, नीचे से घुस जा चुचि चूस चूत चूस..
फिर अंकिता मेरे नीचे चली, रूचि, कोमल के.. अंकिता ने मेरी चुचियाँ मुंह में ले के चूसना स्टार्ट किया.. फिर अंकिता और भी पीछे हो के मेरी चूत को चूसने लगी..
रूचि भी कोमल की चूत चूस रही थी.. मैं और कोमल दोनों डिल्डो को राइड करने में लगे थे..
ठप ठप की आवाज़ से मेरी और कोमल की गाण्ड एक दूसरे को किस कर रही थी.. अंकिता और रूचि ने अच्छी चूत की चुसाई करी नीचे से..
इस बार फिर से मैं और कोमल दोनों एक साथ झड़ गये.. इस बार मन भी भर गया था और चूत की सारी खुजली भी मिट गई थी..
मैं अंकिता के ऊपर ही ढेर हो गई और कोमल रूचि के ऊपर..
फिर चारों एक दूसरे से लिपट के थोड़ी देर लेटे रहे.. टाइम देखा तो रूम में आए हुए 2 घंटे हो गये थे..
हम बेड से उठे.. मैंने कोमल को गले लगाया और प्यार भरा किस दिया..
रूचि – दीदी, आज आप दोनों क्या पागल की तरह सेक्स कर रहे थे..
मिनी – क्यूँ तूने मज़े नहीं लिए..
रूचि – अंकिता दी से पूछो, कितनी बार मैंने इन्हे झड़ने पे मजबूर किया..
अंकिता – मेरी चूत तो निहाल हो गई.. बहुत अच्छा चूसती है ये..
फिर से करना पड़ेगा..
रूचि – वो तो है, मिनी दी और कोमल दी को देख के लगता नहीं की ये एक दूसरे से ज़्यादा दूर रह पाएँगे..
कोमल – चल अब कपड़े पहनते हैं.. इससे पहले की डॉली या जय आ जाएँ..
कोमल के घर से निकलने के बाद अंकिता अपने घर चली गई..
रूचि मेरे साथ ही थी.. मैं उसे ड्रॉप करने वाली थी घर..
कोमल को बाइ करके हम भी अपने अपने घर की और निकल पड़े..
रूचि – धन्यवाद दी..
मिनी – क्यूँ..?..
रूचि – ड्रॉप करने के लिए दीदी..
मिनी – अच्छा, अब इसके लिए भी धन्यवाद..
रूचि – ओ के .. दी, सॉरी नो धन्यवाद..
मिनी – क्या हुआ, तो बता अंकिता का ले के मज़ा आया..
रूचि – हाँ दी, अंकिता दी है तो बड़ी गदराई हुई.. पर दी आपकी और कोमल दी की बात ही कुछ और है..
मिनी – मतलब…
रूचि – कुछ नहीं दी, आप दोनों का एक दूसरे लिए जो प्यार है वो अलग ही लेवल का है..
मिनी – हाँ तुझे तो मालूम ही है की मैं और कोमल कितने दिनों से साथ हैं.. सोच की हम दोनों एक साथ नेकेड ना जाने कितनी बार नहाए हैं.. फिर भी तुझे मालूम है की हमने कभी एक दूसरे से सेक्स नहीं किया था.. धन्यवाद तो तुझे देना चाहिए की आज हम वो भी करने लगे.. हमारा जो अटॅचमेंट है वो तो दिखेगा ही ना, जब सेक्स कर रहे होंगे..
रूचि – हाँ दी, वो तो मालूम है.. दी, पर आप और कोमल दी एक दूसरे से इतनी नज़दीक हैं की ऐसा भी हो सकता है की आप दोनों एक दूसरे के साथ एंजाय कर लो और मुझे भूल जाओ..
मिनी – श, तो ये बात है.. रूचि, तू तो हम सबकी प्यारी छोटी बहन है.. तुझे क्यूँ भूलना.. कोमल को भी पता है और मुझे भी की आज हम जो ये लेस्बियन सेक्स एंजाय कर रहे हैं.. वो सिर्फ़ तेरी वजह से है.. चल प्रॉमिस की मैं और कोमल कभी भी अकेले कुछ नहीं करेंगे.. तुझे बता के ही करेंगे..
रूचि – धन्यवाद मिनी दी..
मिनी – और बता, अमन कैसा है ..?..
रूचि – अमन आपका दीवाना हो गया है दी..
मिनी – क्यूँ क्या हुआ..?..
रूचि – दी, उसको गाण्ड मारने का बहुत शौक है.. मैं मरवा तो लेती हूँ.. पर सच बोलूं तो मुझे ज़्यादा मन नहीं होता गाण्ड मरवाने का..
मिनी – क्यूँ तुझे मन क्यूँ नहीं होता..
रूचि – पता नहीं क्यूँ दी, कुछ केमिकल लोचा होगा..
मिनी – हहे, रूचि पर हज़्बेंड को एंजाय करना भी तो ज़रूरी है.. मन ना भी करे तो अमन को संतुष्ट कर दिया कर..
रूचि – दी, गाण्ड मरवाने के 2 दिन तक मैं अच्छे से चल नहीं पाती..
मिनी – कोई बात नहीं है रूचि, आदत हो जायेगी..
रूचि – वैसे एक बात और भी करनी थी..
मिनी – हाँ बोले ना..
रूचि – दी, यदि आपको प्राब्लम हो तो गुस्सा मत होना..
मिनी – वाह, कोमल होती तो ये लाइन नहीं बोलती..
रूचि – पर दी, मैं कोमल दी नहीं हूँ ना..
मिनी – रूचि अच्छा छोड़ तू बता..
रूचि – दी, अमन हमेशा बोलता है की उसे थ्रीसम करना है, और थर्ड वन शुड वी, मिनी दी..
मिनी – श, मैं ही क्यूँ..?..
रूचि – वो तो आप जानो, पता नहीं आपने क्या जादू किया है उस पे.. वो डरता भी है की उसकी इस बात से कुछ गड़बड़ ना जाए, इसलिए उसने अभी तक कंट्रोल किया हुआ है..
मिनी – और तुम..?..
रूचि – दी, मैं भी चाहती हूँ की आप और मैं दोनों मिल के अमन को एक बार चोदे..
मिनी – और किसी को बताना भी नहीं है ..?..
रूचि – वोही ठीक होगा, सीक्रेट..
मिनी – आई लव सीक्रेट..
रूचि – तो दी, आप बताओ..
मिनी – चल ठीक है, ये हम तीनों का सीक्रेट.. देखती हूँ बताउंगी तुझे की कब हम ये कर सकते हैं..
रूचि – श दी, धन्यवाद..
फिर मैंने रूचि को उसके घर ड्रॉप किया और मैं भी अपने घर आ गई.. घर पहुंची तो डॉली और राज वहीं पे थे..
मिनी – मैंने परेशान किया क्या..?..
राज – नहीं, मम्मी डॉली बस जाने ही वाली है..
मिनी – क्यूँ, रुक जाओ थोड़ी देर..
डॉली – नहीं आंटी, फिर लेट हो जाउंगी घर के लिए..
मिनी – सब कुछ ठीक है ..?..?..
राज – हाँ मम्मी..
मिनी – डॉली मेरे साथ आ, मुझे तुझसे कुछ बात करनी है..
फिर मैं और डॉली मेरे बेडरूम में चले गये..
मिनी – सो, तुम दोनों ने किया..?..
डॉली – हाँ आंटी और इस बार इट वाज़ आसम.. धन्यवाद आपका और मम्मी का..
मिनी – गुड.. और क्या क्या किया फिर..?..
डॉली – सब कुछ आंटी.. मैं राज का लंड चूसा, उसने मेरी चूत चूसी और फिर चूत की चुदाई भी करी..
मिनी – इट्स गुड..
डॉली – आंटी, हम अनल भी ट्राइ कर रहे थे आज.. पर वो नहीं हो पाया..
मिनी – अच्छा फर्स्ट टाइम में ही अनल ट्राइ कर रहे थे तुम लोग..?..
डॉली – हाँ आंटी, पर मुझे नहीं लगता की मेरी गाण्ड में भी राज का लंड जा सकता है..
मिनी – जाने का तो सब जा सकता है डॉली, चूत जैसे गीली हो जाती है लंड लेने के लिए, वैसा कुछ गाण्ड में होता नहीं है.. इसलिए हमें अलग से कुछ करना पड़ता है..
डॉली – आंटी आज तो काफ़ी लेट हो गया है.. कभी किसी दिन आप मुझे गाइड करोगी गाण्ड मरवाने के लिए..
मिनी – ओ के .., बेटा.. कभी टाइम निकाल के बताती हूँ तुझे..
डॉली – धन्यवाद आंटी..
फिर डॉली हमें बाइ बोल के अपने घर चली गई..
मिनी – अंकिता, रूचि इधर आ, नीचे से घुस जा चुचि चूस चूत चूस..
फिर अंकिता मेरे नीचे चली, रूचि, कोमल के.. अंकिता ने मेरी चुचियाँ मुंह में ले के चूसना स्टार्ट किया.. फिर अंकिता और भी पीछे हो के मेरी चूत को चूसने लगी..
रूचि भी कोमल की चूत चूस रही थी.. मैं और कोमल दोनों डिल्डो को राइड करने में लगे थे..
ठप ठप की आवाज़ से मेरी और कोमल की गाण्ड एक दूसरे को किस कर रही थी.. अंकिता और रूचि ने अच्छी चूत की चुसाई करी नीचे से..
इस बार फिर से मैं और कोमल दोनों एक साथ झड़ गये.. इस बार मन भी भर गया था और चूत की सारी खुजली भी मिट गई थी..
मैं अंकिता के ऊपर ही ढेर हो गई और कोमल रूचि के ऊपर..
फिर चारों एक दूसरे से लिपट के थोड़ी देर लेटे रहे.. टाइम देखा तो रूम में आए हुए 2 घंटे हो गये थे..
हम बेड से उठे.. मैंने कोमल को गले लगाया और प्यार भरा किस दिया..
रूचि – दीदी, आज आप दोनों क्या पागल की तरह सेक्स कर रहे थे..
मिनी – क्यूँ तूने मज़े नहीं लिए..
रूचि – अंकिता दी से पूछो, कितनी बार मैंने इन्हे झड़ने पे मजबूर किया..
अंकिता – मेरी चूत तो निहाल हो गई.. बहुत अच्छा चूसती है ये..
फिर से करना पड़ेगा..
रूचि – वो तो है, मिनी दी और कोमल दी को देख के लगता नहीं की ये एक दूसरे से ज़्यादा दूर रह पाएँगे..
कोमल – चल अब कपड़े पहनते हैं.. इससे पहले की डॉली या जय आ जाएँ..
कोमल के घर से निकलने के बाद अंकिता अपने घर चली गई..
रूचि मेरे साथ ही थी.. मैं उसे ड्रॉप करने वाली थी घर..
कोमल को बाइ करके हम भी अपने अपने घर की और निकल पड़े..
रूचि – धन्यवाद दी..
मिनी – क्यूँ..?..
रूचि – ड्रॉप करने के लिए दीदी..
मिनी – अच्छा, अब इसके लिए भी धन्यवाद..
रूचि – ओ के .. दी, सॉरी नो धन्यवाद..
मिनी – क्या हुआ, तो बता अंकिता का ले के मज़ा आया..
रूचि – हाँ दी, अंकिता दी है तो बड़ी गदराई हुई.. पर दी आपकी और कोमल दी की बात ही कुछ और है..
मिनी – मतलब…
रूचि – कुछ नहीं दी, आप दोनों का एक दूसरे लिए जो प्यार है वो अलग ही लेवल का है..
मिनी – हाँ तुझे तो मालूम ही है की मैं और कोमल कितने दिनों से साथ हैं.. सोच की हम दोनों एक साथ नेकेड ना जाने कितनी बार नहाए हैं.. फिर भी तुझे मालूम है की हमने कभी एक दूसरे से सेक्स नहीं किया था.. धन्यवाद तो तुझे देना चाहिए की आज हम वो भी करने लगे.. हमारा जो अटॅचमेंट है वो तो दिखेगा ही ना, जब सेक्स कर रहे होंगे..
रूचि – हाँ दी, वो तो मालूम है.. दी, पर आप और कोमल दी एक दूसरे से इतनी नज़दीक हैं की ऐसा भी हो सकता है की आप दोनों एक दूसरे के साथ एंजाय कर लो और मुझे भूल जाओ..
मिनी – श, तो ये बात है.. रूचि, तू तो हम सबकी प्यारी छोटी बहन है.. तुझे क्यूँ भूलना.. कोमल को भी पता है और मुझे भी की आज हम जो ये लेस्बियन सेक्स एंजाय कर रहे हैं.. वो सिर्फ़ तेरी वजह से है.. चल प्रॉमिस की मैं और कोमल कभी भी अकेले कुछ नहीं करेंगे.. तुझे बता के ही करेंगे..
रूचि – धन्यवाद मिनी दी..
मिनी – और बता, अमन कैसा है ..?..
रूचि – अमन आपका दीवाना हो गया है दी..
मिनी – क्यूँ क्या हुआ..?..
रूचि – दी, उसको गाण्ड मारने का बहुत शौक है.. मैं मरवा तो लेती हूँ.. पर सच बोलूं तो मुझे ज़्यादा मन नहीं होता गाण्ड मरवाने का..
मिनी – क्यूँ तुझे मन क्यूँ नहीं होता..
रूचि – पता नहीं क्यूँ दी, कुछ केमिकल लोचा होगा..
मिनी – हहे, रूचि पर हज़्बेंड को एंजाय करना भी तो ज़रूरी है.. मन ना भी करे तो अमन को संतुष्ट कर दिया कर..
रूचि – दी, गाण्ड मरवाने के 2 दिन तक मैं अच्छे से चल नहीं पाती..
मिनी – कोई बात नहीं है रूचि, आदत हो जायेगी..
रूचि – वैसे एक बात और भी करनी थी..
मिनी – हाँ बोले ना..
रूचि – दी, यदि आपको प्राब्लम हो तो गुस्सा मत होना..
मिनी – वाह, कोमल होती तो ये लाइन नहीं बोलती..
रूचि – पर दी, मैं कोमल दी नहीं हूँ ना..
मिनी – रूचि अच्छा छोड़ तू बता..
रूचि – दी, अमन हमेशा बोलता है की उसे थ्रीसम करना है, और थर्ड वन शुड वी, मिनी दी..
मिनी – श, मैं ही क्यूँ..?..
रूचि – वो तो आप जानो, पता नहीं आपने क्या जादू किया है उस पे.. वो डरता भी है की उसकी इस बात से कुछ गड़बड़ ना जाए, इसलिए उसने अभी तक कंट्रोल किया हुआ है..
मिनी – और तुम..?..
रूचि – दी, मैं भी चाहती हूँ की आप और मैं दोनों मिल के अमन को एक बार चोदे..
मिनी – और किसी को बताना भी नहीं है ..?..
रूचि – वोही ठीक होगा, सीक्रेट..
मिनी – आई लव सीक्रेट..
रूचि – तो दी, आप बताओ..
मिनी – चल ठीक है, ये हम तीनों का सीक्रेट.. देखती हूँ बताउंगी तुझे की कब हम ये कर सकते हैं..
रूचि – श दी, धन्यवाद..
फिर मैंने रूचि को उसके घर ड्रॉप किया और मैं भी अपने घर आ गई.. घर पहुंची तो डॉली और राज वहीं पे थे..
मिनी – मैंने परेशान किया क्या..?..
राज – नहीं, मम्मी डॉली बस जाने ही वाली है..
मिनी – क्यूँ, रुक जाओ थोड़ी देर..
डॉली – नहीं आंटी, फिर लेट हो जाउंगी घर के लिए..
मिनी – सब कुछ ठीक है ..?..?..
राज – हाँ मम्मी..
मिनी – डॉली मेरे साथ आ, मुझे तुझसे कुछ बात करनी है..
फिर मैं और डॉली मेरे बेडरूम में चले गये..
मिनी – सो, तुम दोनों ने किया..?..
डॉली – हाँ आंटी और इस बार इट वाज़ आसम.. धन्यवाद आपका और मम्मी का..
मिनी – गुड.. और क्या क्या किया फिर..?..
डॉली – सब कुछ आंटी.. मैं राज का लंड चूसा, उसने मेरी चूत चूसी और फिर चूत की चुदाई भी करी..
मिनी – इट्स गुड..
डॉली – आंटी, हम अनल भी ट्राइ कर रहे थे आज.. पर वो नहीं हो पाया..
मिनी – अच्छा फर्स्ट टाइम में ही अनल ट्राइ कर रहे थे तुम लोग..?..
डॉली – हाँ आंटी, पर मुझे नहीं लगता की मेरी गाण्ड में भी राज का लंड जा सकता है..
मिनी – जाने का तो सब जा सकता है डॉली, चूत जैसे गीली हो जाती है लंड लेने के लिए, वैसा कुछ गाण्ड में होता नहीं है.. इसलिए हमें अलग से कुछ करना पड़ता है..
डॉली – आंटी आज तो काफ़ी लेट हो गया है.. कभी किसी दिन आप मुझे गाइड करोगी गाण्ड मरवाने के लिए..
मिनी – ओ के .., बेटा.. कभी टाइम निकाल के बताती हूँ तुझे..
डॉली – धन्यवाद आंटी..
फिर डॉली हमें बाइ बोल के अपने घर चली गई..