desiaks
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“साला कोई सीक्रेट करके भीङू” - आखिर वो बोला - “डीसीपी का फिरेंड भीङू इधर आ के एम्पालयमेंट पकड़ा तो किधर ! मोकाशी के अपने ठीये पर !”
“उसे मालूम होगा कि कोंसिका क्लब का असली मालिक मोकाशी था ? उसने जानबूझ कर नौकरी हासिल करने के लिये कोंसिका क्लब को चुना था ?”
“आई डोंट नो । पण ऐसा इत्तफाक मेरे को इधर” - उसने अपने पेट पर हाथ फेरा - “प्राब्लम करता है । और ये सोचने को फोर्स करता है कि उसने जान बूझ कर एम्पालयमेंट के लिये कोंसिका क्लब को चुना क्योंकि वो ‘इम्पीरीयल रिट्रीट’ के ऐन सामने है । मेरे को अभी का अभी ये भी मालूम पड़ा है कि वो साला खुफिया कैमरे से ‘इम्पीरीयल रिट्रीट’ में आने जाने वालों की फोटू निकालता था । पता नहीं साला क्या शूट किया ! कितना डैमेज होयेंगा !”
“बॉस, ऐसा नहीं होगा ।”
“मैं भी यहीच सोच कर अपना बिजनेस आपरेशंस इधर स्टैण्ड किया कि ऐसा नहीं होयेंगा । क्योंकि इधर मेरे फिरेंड्स - मोकाशी करके, महाबोले करके-जो मेरे को प्रोटेक्शन देने का । कैसे देगा साला प्रोटेक्शन ! साला इतना टेम में ये तक तो जान न सका कि कोई नवां सीक्रेट एजेंट इधर पाहुंच गयेला था । कोई साला उस भीङू को मेरा नॉलेज में लाता, मैं साला खुद सैट करता न उसको पर्फेक्ट करके !”
“बॉस, फिक्र नहीं करने का । मैं...”
“क्योंकि मेरा फिरेंड महाबोले फिक्र करता है मेरा वास्ते भी ! नो ?”
महाबोले ने जोर से थूक निगली ।
“क-क्या ?”
“जब तुम्हारे को अर्ली मार्निंग मालूम पड़ गया कि उस भीङू में कोई भेद, वो भीङू डेंजर, तो इधर क्यों न पहुंचा साला बुलेट का माफिक ?”
“त-तो...तो क्या होता ?”
“सांता मारिया ! लुक ऐट दिस गाय ! पूछता है तो क्या होता ! अरे, मैं वार फुटिंग पर कैसीनो से अपना एक्सपैंसिव इक्विपमेंट किसी सेफ, सीक्रेट जगह पर शिफ्ट करता और सैकण्ड फ्लोर को ऐसा सैट करता जैसे कैसीनो कभी उधर थाइच नहीं । ऐसीच मैं अपना ड्रग्स का स्टॉक किसी सीक्रेट प्लेस पर शिफ्ट करता । अब कैसे होयेंगा साला ! मैं बोला कि नहीं बोला कि साला दो नवां भीङू दो मिस्टीरियस भीङू उधर वाच करता है ! क्या !”
महाबोले ने बेचैनी से पहलू बदला ।
“अभी बोलता काहे नहीं है ?”
“बॉस, आप फिक्र न करे ।” - महाबोले कठिन स्वर में बोला - “गोखले को मै हैंडल करूंगा बराबर । कैसे भी करूंगा । जो दो भीङू ‘इम्पीरियल रिट्रीट’ को वाच करते हैं उन पर मैं अपनी वाच लगाऊंगा ताकि उनके कोई गलत कदम न उठा पाने कि गारंटी हो सके । मैं ये भी पता निकालने कि कोशिश करूंगा कि वो दो भीङू हैं कौन, किसको रिपोर्ट करते है !”
“कर लेगा तुम ?”
“बॉस - महाबोले आहत भाव से बोला - “मैं आइलैंड का पोलीस चीफ हूं । रिमेम्बर !”
मैग्नारो ने जवाब न दिया, उसने सिगार का लम्बा कश लागाया ।
“इधर सब साला मेरे कंट्रोल में है ।”
“प्रूव !”
“क्या बोला ?”
“साबित करके दिखाने का ।”
“कैसे ?”
“वो गोखले करके भीङू जिसमें तुम बोला कि कोई भेद, मेरे को इधर मंगता है ।”
“क्या !”
“अभी बोलो, उसको इधर लाना सकता ?”
“बॉस, ये क्या मुनासिब होगा ?”
“होगा । अपना बिजनेस, अपना पिराब्लम हैंडल करके का मेरा अपना इस्टाइल है । मैं बात करेगा न उससे ! मालूम करेगा न कि क्या मांगता है ! साला आमने सामने बैठ के नोट्स एक्सचेंज करेगा न !”
“कुछा हाथ नहीं आयेगा ।”
“देखेगा ।”
“अगर वो वाकेई सीक्रेट एजेंट है तो उसे आप से बात करना ही कुबूल नहीं होगा । वो...”
“बोलो तो मेरे को तुम्हारे से सीखने का कि मेरे को अपना बिजनेस कैसे कंडक्ट करने का !”
“वो बात नहीं, बॉस, लेकिन...”
“वो बात नहीं तो कोई बात नहीं । कोई बात है तो ये कि तुम मेरे को उस भीङू की बाबत लेट - टू लेट- इनफार्म किया वैल्यूएबल टेम वेस्ट किया ।”
“आ-आई एम सारी !”
“यू ऑट टु बी । तुम बोलता है मुम्बई का कोई डीसीपी इधर है और वो भीङू डीसीपी का फिरेंड । फिरेंड माई फुट । वो साला डीसीपी का अपना भीङू जो इधर सीक्रेटली फंक्शन करता था । अभी पता नहीं वो डीसीपी को क्या बोला, क्या नहीं बोला । इसी वास्ते डीसीपी को भी सैट करने का ।”
“जी !”
“टपकाना जरुरी तो टपकाने का ! दोनों को ।”
“जी !!” - इस बार महाबोले हाहाकारी स्वर में बोला ।
“आइलैंड के पुलीस चीफ का वास्ते डिफीकल्ट तो अपना रोनी हैंडल करेगा न ऐन पर्फेक्ट करके !”
रोनी डिसूजा ने पुरे इत्मीनान के साथ सहमति में सिर हिलाया ।
“दुश्मन गन से ही फ्लैट नहीं किया जाता” - मैग्नारो दार्शनिक से बोला - “मगज से भी किया जाता है ।”
महाबोले के चेहरे पर उलझन के भाव आये ।
“उसे मालूम होगा कि कोंसिका क्लब का असली मालिक मोकाशी था ? उसने जानबूझ कर नौकरी हासिल करने के लिये कोंसिका क्लब को चुना था ?”
“आई डोंट नो । पण ऐसा इत्तफाक मेरे को इधर” - उसने अपने पेट पर हाथ फेरा - “प्राब्लम करता है । और ये सोचने को फोर्स करता है कि उसने जान बूझ कर एम्पालयमेंट के लिये कोंसिका क्लब को चुना क्योंकि वो ‘इम्पीरीयल रिट्रीट’ के ऐन सामने है । मेरे को अभी का अभी ये भी मालूम पड़ा है कि वो साला खुफिया कैमरे से ‘इम्पीरीयल रिट्रीट’ में आने जाने वालों की फोटू निकालता था । पता नहीं साला क्या शूट किया ! कितना डैमेज होयेंगा !”
“बॉस, ऐसा नहीं होगा ।”
“मैं भी यहीच सोच कर अपना बिजनेस आपरेशंस इधर स्टैण्ड किया कि ऐसा नहीं होयेंगा । क्योंकि इधर मेरे फिरेंड्स - मोकाशी करके, महाबोले करके-जो मेरे को प्रोटेक्शन देने का । कैसे देगा साला प्रोटेक्शन ! साला इतना टेम में ये तक तो जान न सका कि कोई नवां सीक्रेट एजेंट इधर पाहुंच गयेला था । कोई साला उस भीङू को मेरा नॉलेज में लाता, मैं साला खुद सैट करता न उसको पर्फेक्ट करके !”
“बॉस, फिक्र नहीं करने का । मैं...”
“क्योंकि मेरा फिरेंड महाबोले फिक्र करता है मेरा वास्ते भी ! नो ?”
महाबोले ने जोर से थूक निगली ।
“क-क्या ?”
“जब तुम्हारे को अर्ली मार्निंग मालूम पड़ गया कि उस भीङू में कोई भेद, वो भीङू डेंजर, तो इधर क्यों न पहुंचा साला बुलेट का माफिक ?”
“त-तो...तो क्या होता ?”
“सांता मारिया ! लुक ऐट दिस गाय ! पूछता है तो क्या होता ! अरे, मैं वार फुटिंग पर कैसीनो से अपना एक्सपैंसिव इक्विपमेंट किसी सेफ, सीक्रेट जगह पर शिफ्ट करता और सैकण्ड फ्लोर को ऐसा सैट करता जैसे कैसीनो कभी उधर थाइच नहीं । ऐसीच मैं अपना ड्रग्स का स्टॉक किसी सीक्रेट प्लेस पर शिफ्ट करता । अब कैसे होयेंगा साला ! मैं बोला कि नहीं बोला कि साला दो नवां भीङू दो मिस्टीरियस भीङू उधर वाच करता है ! क्या !”
महाबोले ने बेचैनी से पहलू बदला ।
“अभी बोलता काहे नहीं है ?”
“बॉस, आप फिक्र न करे ।” - महाबोले कठिन स्वर में बोला - “गोखले को मै हैंडल करूंगा बराबर । कैसे भी करूंगा । जो दो भीङू ‘इम्पीरियल रिट्रीट’ को वाच करते हैं उन पर मैं अपनी वाच लगाऊंगा ताकि उनके कोई गलत कदम न उठा पाने कि गारंटी हो सके । मैं ये भी पता निकालने कि कोशिश करूंगा कि वो दो भीङू हैं कौन, किसको रिपोर्ट करते है !”
“कर लेगा तुम ?”
“बॉस - महाबोले आहत भाव से बोला - “मैं आइलैंड का पोलीस चीफ हूं । रिमेम्बर !”
मैग्नारो ने जवाब न दिया, उसने सिगार का लम्बा कश लागाया ।
“इधर सब साला मेरे कंट्रोल में है ।”
“प्रूव !”
“क्या बोला ?”
“साबित करके दिखाने का ।”
“कैसे ?”
“वो गोखले करके भीङू जिसमें तुम बोला कि कोई भेद, मेरे को इधर मंगता है ।”
“क्या !”
“अभी बोलो, उसको इधर लाना सकता ?”
“बॉस, ये क्या मुनासिब होगा ?”
“होगा । अपना बिजनेस, अपना पिराब्लम हैंडल करके का मेरा अपना इस्टाइल है । मैं बात करेगा न उससे ! मालूम करेगा न कि क्या मांगता है ! साला आमने सामने बैठ के नोट्स एक्सचेंज करेगा न !”
“कुछा हाथ नहीं आयेगा ।”
“देखेगा ।”
“अगर वो वाकेई सीक्रेट एजेंट है तो उसे आप से बात करना ही कुबूल नहीं होगा । वो...”
“बोलो तो मेरे को तुम्हारे से सीखने का कि मेरे को अपना बिजनेस कैसे कंडक्ट करने का !”
“वो बात नहीं, बॉस, लेकिन...”
“वो बात नहीं तो कोई बात नहीं । कोई बात है तो ये कि तुम मेरे को उस भीङू की बाबत लेट - टू लेट- इनफार्म किया वैल्यूएबल टेम वेस्ट किया ।”
“आ-आई एम सारी !”
“यू ऑट टु बी । तुम बोलता है मुम्बई का कोई डीसीपी इधर है और वो भीङू डीसीपी का फिरेंड । फिरेंड माई फुट । वो साला डीसीपी का अपना भीङू जो इधर सीक्रेटली फंक्शन करता था । अभी पता नहीं वो डीसीपी को क्या बोला, क्या नहीं बोला । इसी वास्ते डीसीपी को भी सैट करने का ।”
“जी !”
“टपकाना जरुरी तो टपकाने का ! दोनों को ।”
“जी !!” - इस बार महाबोले हाहाकारी स्वर में बोला ।
“आइलैंड के पुलीस चीफ का वास्ते डिफीकल्ट तो अपना रोनी हैंडल करेगा न ऐन पर्फेक्ट करके !”
रोनी डिसूजा ने पुरे इत्मीनान के साथ सहमति में सिर हिलाया ।
“दुश्मन गन से ही फ्लैट नहीं किया जाता” - मैग्नारो दार्शनिक से बोला - “मगज से भी किया जाता है ।”
महाबोले के चेहरे पर उलझन के भाव आये ।