hotaks444
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श्रेया और सुकन्या.....
श्रेया.... मोम, मनु अपने भाई को ही नही हटा रहा है, बल्कि वो वंश को भी आज कंपनी से निकाल देगा,. अब उसके पास मानस का 12.5%
और वंश के 15% शेर के साथ वो कंपनी का सब से बड़ा शेयर होल्डर बन कर उभरेगा.....
सूकन्या..... वंश के शेयर वो कैसे हासिल कर सकता है....
श्रेया... ऑफीस जाओ, आज तो हाइ वोल्टेज ड्रामा होने वाला है....
सूकन्या जल्दी हे तैयार हो कर ऑफीस के लिए निकली.... ऑफीस मे पहले से ही एक बोर्ड मीटिंग बुलाई जा चुकी थी... सुकन्या के पहुँचते ही उसकी पीए ने उसे मीटिंग की सूचना दी, और सुकन्या भागी-भागी पहुँची कॉन्फ्रेंस रूम...
सुकन्या के पहुँचते ही मनु ने मीटिंग को इनिशियियेट किया..... "आप सब को आश्चर्य लग रहा होगा कि, जिसकी अपनी बिज़्नेस यूनिट डूब
गयी, वो भला पूरे एसएस ग्रूप का एमडी कैसे बना हुआ है.... तो पेश है घोसाल कंपनी के एमडी जो आगे की कहानी बातएँगे"
अश्यूर इंडिया कंपनी वालों के साथ पहले से ही मनु का पूरा कांट्रॅक्ट हो चुका था. अश्यूर इंडिया वालों ने सारे सरकारी महकमे को मॅनेज करते घोसाल ग्रूप वालों पर प्रेशर बनाया और मनु ने आगे की कार्यवाही करते हुए घोसाल वालों को "सो कॉस" का एक लीगल नोटीस भेजा था
जिसमे अश्यूर इंडिया की सर्टिफिकेशन और घोसाल ग्रूप का एल्लिगल आलिगेशन दोनो अटॅच थे.
अंत मे घोसाल वालों को घुटने टेकना पड़ा मनु के आगे, और मनु के इशारे पर वो लोग वंश का नाम अब मीटिंग मे लेने वाले थे..... सचिन घोषाल भरे मीटिंग मे वंश का नाम लेते कहने लगा.... "प्रोडक्षन यूनिट को इनकेपबल साबित करने के लिए वंश ने प्लान किया था, और फाक्टोर्ट के अंदर फर्जी पुर्ज़े इसी के इशारों पर लगे थे".... वंश अपना रिक्षन देते हुए कहने लगा....
"मैं अकेला नही था, इस साज़िश के पिछे रौनक, हर्षवर्धन और बाकी के पार्टनर का भी हाथ था".
एक ओर जहाँ वंश इनडाइरेक्ट्ली इस आलिगेशन को स्वीकार किया वहीं दूसरे ओर बाकी के पार्ट्नर्स ने उसके इल्ज़ाम को बेबुनियाद बताते प्रूफ मागे, जो की वंश के पास नही था....
मनु अपना फाइनल डिसीजन सुनाते कहने लगा.... "एस.एस ग्रूप के एमडी होने के नाते 100 टाइम्स नुकसान की भरपाई का मैं ऑर्डर देता हूँ, यदि ऐसा नही हुआ तो मजबूरन लीगल आक्षन लेना होगा"
सब प्लान के मुताबिक ही हुआ.... वंश के सारे शेयर मनु के नाम हो गये...
श्रेया.... मोम, मनु अपने भाई को ही नही हटा रहा है, बल्कि वो वंश को भी आज कंपनी से निकाल देगा,. अब उसके पास मानस का 12.5%
और वंश के 15% शेर के साथ वो कंपनी का सब से बड़ा शेयर होल्डर बन कर उभरेगा.....
सूकन्या..... वंश के शेयर वो कैसे हासिल कर सकता है....
श्रेया... ऑफीस जाओ, आज तो हाइ वोल्टेज ड्रामा होने वाला है....
सूकन्या जल्दी हे तैयार हो कर ऑफीस के लिए निकली.... ऑफीस मे पहले से ही एक बोर्ड मीटिंग बुलाई जा चुकी थी... सुकन्या के पहुँचते ही उसकी पीए ने उसे मीटिंग की सूचना दी, और सुकन्या भागी-भागी पहुँची कॉन्फ्रेंस रूम...
सुकन्या के पहुँचते ही मनु ने मीटिंग को इनिशियियेट किया..... "आप सब को आश्चर्य लग रहा होगा कि, जिसकी अपनी बिज़्नेस यूनिट डूब
गयी, वो भला पूरे एसएस ग्रूप का एमडी कैसे बना हुआ है.... तो पेश है घोसाल कंपनी के एमडी जो आगे की कहानी बातएँगे"
अश्यूर इंडिया कंपनी वालों के साथ पहले से ही मनु का पूरा कांट्रॅक्ट हो चुका था. अश्यूर इंडिया वालों ने सारे सरकारी महकमे को मॅनेज करते घोसाल ग्रूप वालों पर प्रेशर बनाया और मनु ने आगे की कार्यवाही करते हुए घोसाल वालों को "सो कॉस" का एक लीगल नोटीस भेजा था
जिसमे अश्यूर इंडिया की सर्टिफिकेशन और घोसाल ग्रूप का एल्लिगल आलिगेशन दोनो अटॅच थे.
अंत मे घोसाल वालों को घुटने टेकना पड़ा मनु के आगे, और मनु के इशारे पर वो लोग वंश का नाम अब मीटिंग मे लेने वाले थे..... सचिन घोषाल भरे मीटिंग मे वंश का नाम लेते कहने लगा.... "प्रोडक्षन यूनिट को इनकेपबल साबित करने के लिए वंश ने प्लान किया था, और फाक्टोर्ट के अंदर फर्जी पुर्ज़े इसी के इशारों पर लगे थे".... वंश अपना रिक्षन देते हुए कहने लगा....
"मैं अकेला नही था, इस साज़िश के पिछे रौनक, हर्षवर्धन और बाकी के पार्टनर का भी हाथ था".
एक ओर जहाँ वंश इनडाइरेक्ट्ली इस आलिगेशन को स्वीकार किया वहीं दूसरे ओर बाकी के पार्ट्नर्स ने उसके इल्ज़ाम को बेबुनियाद बताते प्रूफ मागे, जो की वंश के पास नही था....
मनु अपना फाइनल डिसीजन सुनाते कहने लगा.... "एस.एस ग्रूप के एमडी होने के नाते 100 टाइम्स नुकसान की भरपाई का मैं ऑर्डर देता हूँ, यदि ऐसा नही हुआ तो मजबूरन लीगल आक्षन लेना होगा"
सब प्लान के मुताबिक ही हुआ.... वंश के सारे शेयर मनु के नाम हो गये...